जलवायु आपातकाल, कॉप-25: धीमी हुई कार्बन उत्सर्जन की वृद्धि दर, फिर भी खतरनाक स्तर पर पहुंचा
एक् नए अनुमान के मुताबिक प्राकृतिक गैस और तेल की खपत बढ़ने से कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) के स्तर में इस साल 3700 करोड़ (37 ...
सिर्फ पेड़ों के लिए ही जरूरी नहीं कवक,1312 करोड़ टन कार्बन को भी लेते हैं सोख
यह कवक पेड़-पौधों के अस्तित्व को बनाए रखने के साथ कार्बन को नियंत्रित करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं
इंसानी गतिविधियों के चलते तेजी से कम हो रहे हैं कशेरुकी जीव
अध्ययन में पाया गया कि कशेरुकी जीवों पर जलवायु परिवर्तन, आक्रामक प्रजातियों, आवास का नुकसान, प्रदूषण जैसे मानवजनित खतरों के चलते इनके ढ़लने या ...
जलवायु परिवर्तन के चलते पक्षियों के शरीर में हो रहा हैं बदलाव
शोध के मुताबिक अधिकांश पक्षियों की प्रजातियों में हर दशक में उनके शरीर के औसतन वजन का लगभग 2 प्रतिशत का नुकसान हो रहा ...
कॉप-26: जलवायु प्रदर्शन रैंकिंग में भारत दसवें नंबर पर बरकरार
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत तय लक्ष्यों को हासिल करने के रास्ते पर है, लेकिन सही नीतियां जरूरी हैं
खतरे में हैं एशिया के सबसे महत्वपूर्ण नदियों के डेल्टा: अध्ययन
नदियों के डेल्टा वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का चार फीसदी से अधिक, वैश्विक फसल उत्पादन का तीन फीसदी का योगदान करते हैं और दुनिया ...
कैसे उर्वरकों से होने वाले उत्सर्जन को अगले 27 वर्षों में 80 फीसदी तक किया जा सकता है कम
शोध से पता चला है कि करीब दो-तिहाई उत्सर्जन इन उर्वरकों के उपयोग से जुड़ा है। वहीं उत्पादन प्रक्रियाओं से करीब एक तिहाई उत्सर्जन ...
पेड़ों की 17,510 प्रजातियों पर मंडरा रहा है विलुप्ति का खतरा, जानिए क्यों जरूरी है बचाना
दुनिया में पेड़ों की 58,497 प्रजातियों में से करीब एक तिहाई पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है
जलवायु परिवर्तन को लेकर पार्टियों का सम्मेलन या कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज (कॉप) क्या है?
जलवायु परिवर्तन को लेकर होने वाला सम्मेलन कॉप-26, अक्टूबर 31 से 12 नवंबर 2021 के बीच ग्लासगो, यूके में आयोजित होने वाला है
बर्फ की गहराई में जलवायु का भविष्य
रॉस आइस शेल्फ के नीचे समुद्री चट्टान के लिए आखिरी खोजी अभियान वर्ष 1970 में चलाया गया था जिसके नतीजे पहेली जैसे थे
हर साल 22 टन कार्बन डाइऑक्साइड पैदा कर रहा एक औसत व्यक्ति का डेटा
एक औसत व्यक्ति प्रति सेकंड 1.7 एमबी डेटा पैदा करता है। जो साल के हिसाब से करीब 22 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित कर रहा ...
बिल्डिंग सेक्टर से जुड़ी 44 फीसदी कंपनियों ने अब तक तय नहीं किए उत्सर्जन कम करने के लक्ष्य
बिल्डिंग सेक्टर से जुड़ी 44 फीसदी कंपनियों ने अपने उत्सर्जन में कमी करने के लिए लक्ष्य निर्धारित नहीं किए हैं। वहीं इस क्षेत्र में ...
पेड़ों के साथ मशरूम की खेती: करोड़ों लोगों का पेट भरने के साथ जलवायु परिवर्तन को कर सकती है सीमित
जंगलों में खाने योग्य मशरूम की खेती हर वर्ष ने केवल 1.9 करोड़ लोगों का पेट भर सकती है, साथ ही इसकी मदद से ...
अगले 27 वर्षों में जलवायु आपदाओं का शिकार होंगे भारत के 95 फीसदी छोटे किसान: रिपोर्ट
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 27 वर्षों में भारत धान की पैदावार के लिए उपयुक्त करीब 450,000 वर्ग किलोमीटर भूमि खो सकता है
आईपीसीसी की छठी आकलन रिपोर्ट के सबक: बाद में फायदेमंद होंगे आज महंगे लग रहे उत्सर्जन कम करने के तरीके
यह रिपोर्ट ऊर्जा, भवन, यातायात, भूमि और औद्योगिक क्षेत्रों में अपनाए जाने वाले उन उपायों की विस्तृत सूची पेश करती है, जिनसे उत्सर्जन में ...
क्या जलवायु परिवर्तन के लक्ष्यों को हासिल करने में मददगार हो सकता है बड़े जीवों का संरक्षण
पिछले एक लाख वर्षों में कुल स्तनपायी जंगली जीवों के कुल बायोमास में करीब छह गुना कमी आई है जो 4,000 करोड़ किलोग्राम से घटकर 700 करोड़ किलोग्राम ...
वैज्ञानिकों ने माना, किसानों के पारंपरिक ज्ञान से रुक सकता है जलवायु परिवर्तन
वैज्ञानिकों का मानना है कि किसानों और स्थानीय समुदायों का पारंपरिक ज्ञान इससे निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं
लॉकडाउन की वजह से सोलर पैनल तक पहुंची 8.3 फीसदी ज्यादा धूप: स्टडी
शोधकर्ताओं के अनुसार लॉकडाउन की वजह से हवा की गुणवत्ता में जो सुधारा आया, उसके चलते मार्च में सूर्य की 8.3 फीसदी ज्यादा धूप ...
15 सालों में शहरी यातायात के उत्सर्जन में 22 फीसदी की कटौती संभव है, कैसे यहां जानें
गणना मॉडल में राजनीतिक इच्छा शक्ति से लेकर हर शहर के लिए सबसे बड़े जलवायु संरक्षण प्रभाव वाली चीजों को शामिल किया गय, जिसके ...
कॉप-26: कोविड-19 के दौरान विकासशील देशों में जलवायु वित्त में गिरावट आई
महामारी से संबंधित व्यय और आय में कमी होने से देशों को जलवायु-संबंधित कई क्षेत्रों के लिए धन में कटौती करनी पड़ी
पेड़ पौधों पर हर साल खर्च करने होंगे 2 बिलियन डॉलर: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि 2055 तक 0.6 गीगाटन कार्बन डाइऑक्साइड को रोकने के लिए प्रति वर्ष 2 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा।
भारत में 2022 में आंधी-तूफान, वज्रपात ने ली 1200 जानें, बाढ़ से 34,528 करोड़ का नुकसान: डब्ल्यूएमओ
2022 के दौरान एशिया में 80 से ज्यादा आपदाएं आई, इनमें करीब 83 फीसदी बाढ़ और तूफान की घटनाएं थी। इन घटनाओं में पांच ...
क्या क्लाइमेट इक्विटी के नजरिए से उचित है लग्जरी चीजों पर ज्यादा कार्बन टैक्स
रिसर्च से पता चला है कि वस्तुओं और सेवाओं पर उद्देश्य के आधार पर लगाया अलग-अलग कार्बन टैक्स, वैश्विक उत्सर्जन को छह फीसदी तक ...
30 फीसदी उत्सर्जन सोखने की क्षमता वाले जंगल भी हुए जलवायु परिवर्तन का शिकार
अध्ययन में पाया गया कि जिस तेजी से जलवायु परिवर्तन का प्रभाव बढ़ रहा है, उस तेजी से जंगल कार्बन सोखने की अपनी क्षमता ...
कोयले से स्वच्छ ऊर्जा की ओर शिफ्ट होने से भारत को हर साल होगा 1.6 लाख करोड़ का फायदा
भारत ने 2030 तक अपनी पवन और सौर ऊर्जा क्षमता में 420 गीगावॉट का इजाफा करने का लक्ष्य रखा है