कॉप-26: फण्ड फ्लो में कमी के चलते बढ़ी अनुकूलन की लागत
यूनेप द्वारा जारी अडॉप्टेशन गैप रिपोर्ट के अनुसार विकासशील देशों में अनुकूलन की लागत और वित्त की जरुरत मौजूदा वित्त प्रवाह से पांच से ...
कॉप-26: नासा ने दुनिया भर में धरती के ऊपर के बायोमास का मूल्यांकन किया जारी
एमएएपी का प्रयोग पृथ्वी में जंगलों के आकार और कार्बन से संबंधित सामग्री को निर्धारित करने में मदद करने के लिए जमीन के ऊपर ...
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए दुनिया भर के 57 प्रमुख जलवायु वैज्ञानिकों ने दिए सुझाव
रिपोर्ट में जलवायु विज्ञान के क्षेत्र में 2020 के कुछ सबसे महत्वपूर्ण निष्कर्षों को रेखांकित किया गया है, जिसमें बेहतर मॉडल से लेकर उत्सर्जन ...
दुनिया में बढ़ते तापमान से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में शामिल रहे केरल और अंडमान निकोबार
1991 से 2020 के औसत तापमान की तुलना में देखें तो देश बिहार और झारखण्ड में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है
2050 तक भारत में 3,517 करोड़ क्यूबिक मीटर से ज्यादा होगी शोधित सीवेज की मात्रा, कृषि क्षेत्र को होगा लाभ
सीईईडब्ल्यू द्वारा किए विश्लेषण से पता चला है कि भारत के केवल दस राज्यों में ही शोधित सीवेज के पुन: उपयोग से जुड़ी नीतियां ...
जलवायु परिवर्तन से पंजाब में फसलों को होगा भारी नुकसान, 24 फीसदी तक घट सकता है मक्का उत्पादन
यदि कपास की बात करें तो जहां 2050 तक उसका उत्पादन 11.4 फीसदी तक गिर सकता है, वहीं 2080 तक गिरावट का यह आंकड़ा ...
समापन की दहलीज पर कॉप 27, लेकिन अहम मुद्दों पर अभी भी बरकरार मतभेद
जलवायु परिवर्तन पर चल रहा शिखर सम्मेलन कॉप 27 अब समापन की दहलीज पर है। इसके बावजूद अभी भी ‘हानि व क्षति’ समेत कई ...
कॉप 27: पहला ड्राफ्ट जारी, कोयले पर रोक और समता पर जोर, अन्य मुद्दे रहे नदारद
इस ड्राफ्ट में जी77 देशों द्वारा 'हानि और क्षति' के लिए मांगे गए फण्ड पर बहुत कम प्रकाश डाला गया है। वहीं जीवाश्म ईंधन ...
जलवायु संकट: जलवायु रिकॉर्ड का चौथा सबसे गर्म अक्टूबर इस साल 2022 में किया गया दर्ज
इस साल अक्टूबर में तापमान सामान्य से 0.89 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है। देखा जाए तो पिछले 46 वर्षों में कोई भी ...
कॉप-27: संरक्षित क्षेत्र की जैव विविधता तापमान वृद्धि दर को 20 फीसदी तक कम कर सकती है
अध्ययन से पता चलता है कि स्थलीय संरक्षित क्षेत्र न केवल आवास प्रदान करते हैं, बल्कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ तापमान को कम करने ...
जलवायु संकट: अगले 28 वर्षों में लू की चपेट में होगा धरती का हर बच्चा
अनुमान है कि बढ़ते तापमान के चलते 2050 तक करीब 200 करोड़ से ज्यादा बच्चे बार-बार होने वाली लू की घटनाओं का सामना करने ...
जलवायु संकट: 23 फीसदी उत्सर्जन के लिए जिम्मेवार हैं दुनिया के एक फीसदी लोग
यदि तापमान में होती वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस पर सीमित रखना है तो उसके लिए अब से 2050 तक प्रति व्यक्ति वार्षिक उत्सर्जन ...
गर्मियों में नहीं दिखेगी उत्तरी ध्रुव में बर्फ, जल्द ही आएगा बड़ा बदलाव
शोध के अनुसार आज आर्कटिक में साल भर दिखने वाली बर्फ, 2050 तक गर्मियों के मौसम में पूरी तरह गायब हो जाया करेगी
भारत में सूखे की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं किसान, मनरेगा बचा सकती है जान: रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ का तीन चौथाई से अधिक, और महाराष्ट्र का करीब दो तिहाई हिस्सा ऐसा है जहां सूखा पड़ने की आशंका बहुत ज्यादा है
कॉप 27: अनंत नहीं है जलवायु के अनुकूलन होने की सीमा, वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
2050 तक 3 अरब से अधिक लोग अत्यधिक कमजोर कहे जाने वाले इलाकों में रहेंगे, ऐसे क्षेत्र जो जलवायु में बदलाव से होने वाले ...
कॉप 27: जलवायु कार्रवाई की सफलता के लिए पानी का प्रबंधन बेहद जरूरी: रिपोर्ट
जलवायु लक्ष्यों की योजना बनाने के लिए दुनिया भर में पानी की कमी और कमी को बेहतर ढंग से समझने की आवश्यकता है
वादा है जलवायु परिवर्तन से निपटने का, लेकिन जीवाश्म ईंधन की सब्सिडी में दोगुनी वृद्धि
आंकड़ों के मुताबिक 2020 में जहां जीवाश्म ईंधन को कुल 28.9 लाख करोड़ रुपए की सब्सिडी दी गई थी, जो 2021 में 92 फीसदी ...
जलवायु परिवर्तन की रोकथाम में नजरअंदाज नहीं की जा सकती वनों के संरक्षण की भूमिका, जानें महत्व
रिसर्च के मुताबिक संरक्षित वन क्षेत्र इतने कार्बन को अपने अंदर संजोए हुए हैं जितना उत्सर्जन जीवाश्म ईंधन के कारण हर साल हो रहा ...
800 करोड़ आशाएं: समस्याओं के बीच अनंत संभावनाओं से भरी दुनिया
आज दुनिया की आबादी 800 करोड़ हो जाएगी। देखा जाए तो यह 800 करोड़ सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है यह वो 800 करोड़ सपने ...
जलवायु से जुड़ी आपदाओं के चलते 2050 तक अपना घर छोड़ने को मजबूर हो जाएंगे 4.5 करोड़ भारतीय
2050 तक भारत के 4.5 करोड़ से ज्यादा लोग जलवायु से जुड़ी आपदाओं के चलते अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हो जाएंगे| यह ...
दर्ज किया गया जलवायु इतिहास का अब तक का सबसे गर्म जून, सामान्य से 1.05 डिग्री ज्यादा था तापमान
174 वर्षों के जलवायु इतिहास में अब तक का सबसे गर्म जून इस साल 2023 में दर्ज किया गया है। जब तापमान सामान्य से ...
कम आमदनी वाले देशों में फसल विविधता के लिए महिला सशक्तिकरण जरूरी: अध्ययन
शोधकर्ताओं की अंतरराष्ट्रीय टीम ने महिला सशक्तिकरण और फसल विविधता के बीच संबंधों का पता लगाने के लिए चार देशों - बुर्किना फासो, भारत, ...
जलवायु संकट: 2027 तक 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर सकता है वैश्विक तापमान
इस बात की करीब 98 फीसदी आशंका है कि 2023 से 2027 के बीच वैश्विक तापमान में होती वृद्धि रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाएगी
कॉप 27: बाढ़, सूखा, तूफानों का सामना कर रहे छोटे किसान, मिल रही केवल 1.7 फीसदी राशि
छोटे किसान जलवायु आपदाओं का सामना करते हुए भी दुनिया के खाद्य उत्पादन का करीब एक तिहाई हिस्सा पैदा करते हैं, इसके बावजूद उन्हें ...
60 वर्षों से भारत में लगातार बढ़ रहा है सूखे और लू का कहर, खेती के लिए भी है बड़ा खतरा
लू के बढ़ते कहर से बचने के लिए कहीं ज्यादा बड़े स्तर पर कार्रवाई की जरूरत है, क्योंकि बदलती जलवायु के साथ यह संकट ...