लॉकडाउन में फंसे पुरुष तो महिलाओं ने संभाली कमान
छत्तीसगढ़ की ग्रामीण व वनोपज की अर्थव्यवस्था लगभग 2100 करोड़ की है, जिसे इन दिनों महिलाएं बखूबी संभाल रही हैं
कोविड मरीजों की सूंघने की शक्ति कैसे हो जाती है गायब
वैज्ञानिकों ने यह पता लगाने की कोशिश की है कोविड मरीजों के ठीक होने के बाद कई लोगों की सूंधने की ताकत चली जाती ...
क्या उत्तर प्रदेश में कोरोना जांच में हो रहा फर्जीवाड़ा?
जिन लोगों ने एंटीजन टेस्ट नहीं कराया है, उनको भी संदेश मिल रहा है कि उनका टेस्ट नेगेटिव आया है
कोविड-19 महामारी: वैक्सीन से कमाई कर रही कंपनियां क्यों नहीं बना रही हैं दवा
महामारी को दो साल होने को हैं और इसके इलाज की दवाएं नगण्य हैं। सरकार, दवा कंपनियों और वैज्ञानिक समुदाय के हाथ लगभग खाली ...
नैनोवॉर्म तकनीक से होगा कोविड-19 का सफाया!
शोधकर्ताओं ने कहा जब 'नैनोवार्म' को सर्जिकल मास्क पर छिड़का गया, तो सार्स-सीओवी-2 और इन्फ्लूएंजा ए के अल्फा वेरिएंट पूरी तरह से निष्क्रिय हो ...
कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक आपके लिए क्यों है जरूरी?
कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक से शरीर को पहले टीके की तुलना में कहीं अधिक फायदा होता हैं शरीर में एंटीबॉडी स्तरों में कई ...
कहां हो सकता है नए कोरोनावायरस का जन्म, वैज्ञानिकों ने हॉटस्पॉट का लगाया पता
जंगलों पर बढ़ता अतिक्रमण, बदलता भूमिउपयोग और बड़े पैमाने पर पशुधन उत्पादन के चलते चीन में कई हिस्से इस वायरस के लिए हॉटस्पॉट हो ...
कोविड-19 महामारी में आदिवासियों की अकाल मृत्यु के लिए दोषी कौन?
स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के नाम पर आबंटित राशि के अनुपात में एक-चौथाई लाभ भी आदिवासियों तक नहीं पहुँच पाया
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में कोविड-19 के मामले बढ़े तो कम कर दी टेस्टिंग
कोविड-19 के लक्षण विकसित होने के बाद लोगों को टेस्ट कराने के लिए 10 किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा है, लेकिन वहां भी टेस्ट ...
स्टेट प्लेन से भोपाल पहुंचे रेमडिसिवर अस्पताल से चोरी
प्रदेश में पिछले एक पखवाड़े से रेमडिसिवर इंजेक्शन की भारी किल्लत है, यह इंजेक्शन दोगुने से अधिक दामों पर कालाबाजारी के रास्ते मिल रहा ...
मॉडल बताता है कि मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग से रोका जा सकता है कोविड-19 संक्रमण
मॉडल दिखाता है कि संक्रमण के प्रकोप को रोका जा सकता है बशर्ते कम से कम 60 फीसदी आबादी इन दोनों उपायों का पालन ...
वीडियो स्टोरी: कोविड-19 लॉकडाउन के एक साल के दौरान स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्या खोया-क्या पाया
कोरोनावायरस संक्रमण रोकने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन को एक साल हो गया है, इस एक साल के दौरान क्या खोया-क्या पाया, देखें ...
रोगजनकों का डाटा शेयर करने की रणनीति से महामारियों में नहीं हुआ फायदा
इंडोनेशिया ने पक्षियों से जुड़े इंफ्लुएंजा को पैदा करने वाले वायरस एच5एन1 के जेनेटिक सीक्वेंस को डब्ल्यूएचओ से साझा करने से इंकार कर दिया ...
कोरोना आपदा: 21वें साल में क्या उत्तराखंड लिखने जा रहा है नई इबारत
पलायन आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 71 फीसदी प्रवासियों ने उत्तराखंड में अपनी आजीविका के साधन ढूंढ़ लिए हैं
बिहार में नहीं होता 75 फीसदी बायो मेडिकल कचरे का ट्रीटमेंट, देखें सभी राज्यों का हाल
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राज्यों को कोविड-19 से सम्बंधित बायोमेडिकल कचरे के निपटान को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं, लेकिन...
लॉकडाउन में कैसे बदला जानवरों का व्यवहार, पता लग रहे हैं रिसर्चर्स
कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने के लिए दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन किया गया, लेकिन इसका जानवरों पर क्या प्रभाव पड़ा, इसका पता लगाया ...
भोजन-पानी के बिना कितने दिन तक संयमित रहते मजदूर?
एकता परिषद द्वारा 20 राज्यों में किए गए सर्वेक्षण में पता चला कि मजदूरों के पास 4 से 5 दिन का ही भोजन था ...
लॉकडाउन से ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के पोषण पर पड़ा बुरा असर, कर्ज में डूबे परिवार
मध्यप्रदेश के 6 जिलों में 33 परिवारों पर 45 दिन चले गहन शोध से सामने आया है कि लॉकडाउन ने किस तरह महिलाओं के पोषण और ...
दो लाख मछुआरों के सामने रोजी-रोटी का संकट
लॉकडाउन के बाद से लेकर अब तक ये मछुआरे मछली नहीं मार पाए हैं, लेकिन 15 जून से 15 अगस्त तक मछली मारने पर ...
पथ का साथी: लौट रहे प्रवासी गांव में क्या करेंगे, मनरेगा कितना देगा साथ?
डाउन टू अर्थ हिंदी के रिपोर्टर विवेक मिश्रा प्रवासी मजदूरों के साथ-साथ पैदल चल रहे हैं। पढ़ें, उनके साथ बीते चौथे दिन का हाल-
प्रवासी मजदूर: रोजगार एवं उत्पादन का भविष्य
यह एक अवसर है, जब हम अपनी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित कर सकते हैं और उसे ऊंचा उठा सकते हैं, लेकिन यह इतना आसान ...
कोरोना महामारी और शराब पर आधारित अर्थव्यवस्था
सड़कों पर दम तोड़ते श्रमिकों का इलाज पानी और भोजन है - यह समझने के लिए शराब के नशे मे डूबे समाज और सरकारों ...
इन मजदूरों को नहीं मिल रहा केजरीवाल सरकार का राशन
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, उन्हें ई-कूपन दिया जाएगा
दिल्ली: द्वारका में फंसे 250 मजदूरों को नहीं मिले 5000 रुपए, राशन भी खत्म
ये मजदूर दिल्ली सरकार द्वारा बनवाए जा रहे इंदिरा गांधी मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण कर रहे थे
गरीबी रेखा की दूसरी पीढ़ी
भारत में सातवें दशक से 'गरीबी रेखा' पर शोध, बहस, नीतियां, कायदों, वायदों और घोषणाओं का अंतहीन अध्याय शुरू हुआ