तमिलनाडु में पानी की किल्लत दूर करने के लिए आईआईटी मद्रास ने शुरु की नई पहल
फॉरवर्ड ऑस्मोसिस (एफओ) तकनीक पर आधारित इस प्रणाली की मदद से हर दिन 20 हजार लीटर साफ पीने योग्य पानी प्राप्त किया जा सकेगा
पिछले 800 सालों में किस तरह बदला एशियाई नदियों का बहाव: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने पाया कि एशियाई नदियां उस अवधि के 50 साल पहले और 50 साल बाद की तुलना में 20 वीं सदी के पहले ...
जल संकट का समाधान: इस सरकारी स्कूल ने पेश की मिसाल
आगरा का एक सरकारी स्कूल रेन वाॅटर हार्वेटिंग के दम पर बारिश के पानी का प्रयोग साल भर तक पीने और खाना बनाने में ...
बिहार में गहरा रहा जलसंकट, क्या इस बार भी पड़ेगा सूखा
बिहार में सरकारी और निजी तालाबों की संख्या दो दशक पहले तक 2.5 लाख थी जो अब घट कर 98401 हो गई है।
तालाबों के शहर गया में जल संकट के लिए कौन है दोषी
कभी गया जिले में 200 और केवल शहर में 50 तालाब हुआ करते थे, जिनका अपना धार्मिक महत्व था, लेकिन अब हालात बदल चुके ...
ग्रामीण इलाकों का पानी चूस रहे हैं शहर
38.3 करोड़ लोगों की आबादी वाले 69 शहरों को प्रति वर्ष लगभग 16 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी ग्रामीण क्षेत्रों से प्राप्त होता है
सार्क देशों में सुरक्षित पेयजल उपलब्धता में आठवें स्थान पर भारत
भारत में सुरक्षित पेयजल की उपलब्धता की स्थिति संतोषजनक नहीं है। एक नए सर्वेक्षण में यह बात उभरकर आई है।
माइक्रोप्लास्टिक का तेजी से पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने विकसित किया उपकरण
स्वास्थ्य पर माइक्रोप्लास्टिक के कणों के वास्तविक प्रभाव को समझने से पहले, इसकी मात्रा निर्धारित करने के लिए तेज और अधिक प्रभावी तरीकों की ...
जल स्रोतों और स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा है सड़क और खेतों में डाला जा रहा नमक
वैश्विक स्तर पर मीठे पानी में बढ़ती लवणता सुरक्षित पेयजल, स्वास्थ्य, जैव विविधता, बुनियादी ढांचे और खाद्य उत्पादन को प्रभावित कर रही है
प्रदूषण से न नदियां बचीं और न भूजल
प्रदूषण से नदियां बेमौत मारी जा रही हैं। अब तक किए समस्त प्रयास ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे हैं
पेयजल के गंभीर संकट से जूझ रही है दुनिया
दुनियाभर में दस में से तीन लोगों के पास पीने का साफ और सुरक्षित पानी नहीं। अफ्रीकी देशों की हालत सबसे दयनीय
हर बूंद मायने रखती है
जलस्रोतों को कानूनी संरक्षण की जरूरत है ताकि वर्षा जल को संचय किया जा सके। ज्यादातर राज्य दावा करते हैं कि उन्होंने कारगर कदम ...
बदलती जलवायु के कारण दुनिया भर में तेजी से हो रहा है झीलों से वाष्पीकरण
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि जलवायु में आते बदलावों के साथ वाष्पीकृत होते पानी की यह मात्रा हर साल 3.12 क्यूबिक किलोमीटर की दर ...
दुनिया भर में खराब सिंचाई के तरीकों से हो सकता है भारी नुकसान: अध्ययन
निकाले गए भूजल की मात्रा का गलत आकलन, स्थायी जल प्रबंधन को खतरे में डालता है, जिससे बड़े पैमाने पर सामाजिक और पर्यावरणीय नुकसान ...
इंसानी गतिविधि और भूमि उपयोग के चलते बढ़ रहा है झीलों में प्लास्टिक प्रदूषण
अध्ययन में पाया गया कि लोगों की अधिक गतिविधि वाले क्षेत्रों में झील के पानी में सूक्ष्म कणों की सांद्रता चौगुनी हो गई थी, ...
एशियाई मानसून में अहम भूमिका निभाती है तिब्बती पठार पर जमीं ताजे पानी की झीलें
सर्दियों के आखिर में बर्फ से ढकी झीलों का तापमान 6 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है, गर्मी बर्फ के आवरण को पिघलाने ...
अब स्मार्टफोन देगा मिट्टी और पानी के प्रदूषण की जानकारी : शोध
इस तकनीक की मदद से आप पानी को पीने से पहले अपने फोन में इसकी एक बूंद डाल कर पता लगा सकते है कि ...
दुनिया भर में 52 फीसदी वेस्ट वाटर का नहीं हो पाता ट्रीटमेंट
दुनिया भर में हर साल लगभग 35,900 करोड़ क्यूबिक मीटर अपशिष्ट जल का उत्पादन होता है, जोकि 14.4 करोड़ ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल ...
आत्महत्या को कम कर सकता है पानी में मौजूद लिथियम : शोध
शोध के अनुसार पानी में स्वाभाविक रूप से मौजूद लिथियम आत्महत्या की दर को कम करने में मददगार होता है
पुरखों की बनाई बेरियों को फिर से किया जीवित, पीने को मिला मीठा पानी
ऐसा कम ही होता है कि परंपरागत जल स्त्रोतों को सरकारें हाथ लगाएं। राजस्थान सरकार ने भुला दी गई सैकड़ों साल पुरानी पारंपरिक बेरियों ...
बांदा में लगा पानी पर पुलिस का पहरा
बांदा शहर को पानी की आपूर्ति करने वाली केन नदी पर कुछ लोगों ने मेढ़ खड़ी कर दी तो वहां पुलिस तैनात करनी पड़ी, ...
संसद में आज: 91.65 करोड़ रुपये है चीता पुनर्वास परियोजना की लागत
अब तक एफटीके के माध्यम से 167.20 लाख से अधिक पानी की गुणवत्ता नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है
हर 20 से 50 सवालों के जवाब ढूंढने में आधा लीटर पानी ‘पी’ जाता है चैट जीपीटी!
दुनिया में तेजी से लोकप्रिय होते एआई आधारित प्रोग्राम पर्यावरण पर भी गहरा असर डाल रहे हैं, जिनपर गंभीरता से विचार करने की जरूरत ...
मानचित्र: जानिए, किस हाल में हैं देश के जल निकाय
देशभर में कुल 24,24,540 जल निकाय हैं। इनमें से 97.1 प्रतिशत ग्रामीण व शेष शहरी क्षेत्रों में हैं। इन जल निकायों में से 16.3 ...
कोविड-19 और जलवायु परिवर्तन जितना विनाशकारी है रोगाणुरोधी प्रतिरोध
रोगाणुरोधी प्रतिरोध यानी एंटी-माइक्रोबियल रेजिस्टेंस, एएमआर को एक खामोश महामारी बताता सुनीता नारायण का आलेख-