स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए बड़ा खतरा है कृषि में उपयोग हो रहा 1.25 करोड़ टन प्लास्टिक
कृषि से जुड़ी सप्लाई चेन में हर साल करीब एक करोड़ 25 लाख टन प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है जोकि स्वास्थ्य और पर्यावरण ...
ग्लोबल वार्मिंग के चलते दक्षिण पूर्व एशिया में लगातार बढ़ेगी लू की घटनाएं: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि तीव्र लू (हीटवेव) चलने की घटना जो 50 वर्षों में मुश्किल से केवल एक बार होती थी, ...
2030 तक सभी देशों को भूमि सुधार के अपने वादों को निभाना होगा: संयुक्त राष्ट्र
रिपोर्ट में कहा गया है कि हर साल, हम अपने वैश्विक आर्थिक उत्पादन के 10 प्रतिशत से अधिक मूल्य की पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को ...
धरती की करीब 17 फीसदी हिस्सा है संरक्षित, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
यह सही है कि संरक्षित क्षेत्रों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है पर हमें यह भी समझना होगा कि सुरक्षा के नाम पर केवल बाड़ ...
किलर व्हेल मछलियों में मिले उच्च मात्रा में हानिकारक केमिकल्स
शोधकर्ताओं को इन किलर व्हेल्स के उत्तकों में मानव निर्मित केमिकल्स पीएफएएस और पीसीबी के भी सबूत मिले हैं, जो इन मछलियों से इनके ...
मैंग्रोव वनों में जितनी ज्यादा होंगी प्रजातियां, उतना अधिक होगा कार्बन स्टोर
मैंग्रोव वन जल शोधन, तटीय संरक्षण, आवास प्रावधान और कार्बन भंडारण सहित कई पारिस्थितिक सेवाएं प्रदान करते हैं।
2100 तक प्रजातियों के 23 फीसदी आवास हो जाएंगे गायब
अध्ययन में सन 1700 से आज तक यहां रहने वाले लगभग 16,919 प्रजातियों के आवास अर्थात उनके रहने वाली सीमा/सरहद में आए बदलाव का ...
कोविड-19 महामारी की रोकथाम वाली योजनाओं में पर्यावरण की रक्षा करने में विफल रहे राष्ट्र
हानिकारक जीवाश्म ईंधन पर दी जाने वाली सब्सिडी को हटाकर, पर्यावरण के अनुकूल खेती को प्रोत्साहित करके और कार्बन टैक्स के जरिए वन संरक्षण ...
नए युग में धरती: सॉफ्ट शैल कछुआ प्रजाति की अंतिम मादा खत्म
2015 से लगातार कृत्रिम गर्भाधान कराने के प्रयास हुए लेकिन उसकी मौत के साथ ये सभी प्रयास धरे के धरे रह गए
प्लास्टिक की पनाहगाह बना समुद्र तल, अथाह गहराइयों में जमा हुआ 110,00,000 टन प्लास्टिक
हर वर्ष करीब 46 करोड़ टन प्लास्टिक का उत्पादन होता है, इसमें से करीब 35.3 करोड़ टन प्लास्टिक कचरे के रूप वापस आ रहा ...
चार प्राकृतिक तरीकों से कम किया जा सकता है जलवायु में बदलाव, कौन से हैं वो तरीके?
अध्ययन में कहा गया है कि जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रकृति-आधारित जलवायु समाधान महत्वपूर्ण हैं, यह अध्ययन प्रकृति के चार प्रमुख ...
भारत में शार्क के मांस की खपत में भारी वृद्धि, खतरे की कगार पर प्रजातियां: अध्ययन
भारत के 10 तटीय क्षेत्रों में 2,649 समुद्री भोजन रेस्तरां की पहचान की गई, जिनमें से 292 रेस्तरां ने अपने मेनू में शार्क के ...
राष्ट्रीय पक्षी दिवस 2024: यह दिन क्यों मनाते हैं? यहां जानिए रोचक तथ्य
जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और जंगलों के कटने से पक्षियों के घरोंदे उजड़ गए हैं
नागालैंड में मिली रंग बदलने वाली मछली की नई प्रजाति बादिस लिमाकुमी
इस मछली की एक बड़ी विशेषता यह है कि यह प्रजाति प्रजनन या तनाव के समय गिरगिट की तरह अपना रंग बदल सकती है
सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु की क्षेत्रीय जल सीमा से परे पर्स सीन फिशिंग को दी अनुमति
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
फाल्गुनी नदी में क्यों मर रही हैं मछलियां, एनजीटी में रिपोर्ट दायर
क्यों छोटा हो रहा है मछलियों का आकार, वैज्ञानिक तलाश रहे हैं वजह
मछलियों के गलफड़ों का सतह क्षेत्र सीमित होता है जो उनके द्वारा आपूर्ति की जा सकने वाली ऑक्सीजन की मात्रा में रुकावट डालता है, ...
डब्ल्यूटीओ बैठक: सब्सिडी के मामले में मछुआरों के हितों से नहीं किया जाएगा समझौता, भारत ने किया साफ
भारत का कहना है कि मत्स्य पालन को सब्सिडी पर किसी भी व्यापक समझौते में उन समुदायों के हितों और कल्याण को भी ध्यान ...
दोगुनी रफ्तार से पिघल रही है ग्रीनलैंड की बर्फ, उसकी जगह ले रही हैं नंगी चट्टानें, दलदल और झाड़ियां
शोध से पता चलता है कि पूरे ग्रीनलैंड में आर्द्रभूमि लगभग चौगुनी हो गई है जो मीथेन उत्सर्जन का एक अहम स्रोत है। बर्फ ...
यांत्रिक विश्लेषण से समुद्री मौसम और वैश्विक जलवायु के बीच संबंधों की मिलती है सटीक जानकारी
समुद्री मौसम का पैटर्न जैसे कि घुमावदार भंवर तीन से चार सप्ताह तक रहता है, यह जमीन के आकार का लगभग पांचवां हिस्सा होता ...
नदी तलछट को प्रभावित कर रहा माइक्रोप्लास्टिक, बढ़ते कटाव की बन रहा वजह
रेत के प्रवाह में आने वाला यह बदलाव न केवल नदी में बढ़ते कटाव का कारण बन सकता है, साथ ही नदी के पारिस्थितिकी ...
ग्लोबल वार्मिंग के कारण ग्रीनलैंड की तैरती बर्फ में 42 फीसदी की गिरावट आई: वैज्ञानिक
वैज्ञानिक इसके पीछे समुद्र के तापमान में वृद्धि होना बता रहे हैं, जिससे क्षेत्र में गर्म धाराएं बह रही हैं और ग्लेशियर पिघल रहे ...
दूषित होती मिट्टी: शहरी हरियाली जितना ही प्राकृतिक क्षेत्रों में घुल चुका है प्रदूषण का जहर
मिट्टी में मौजूद यह प्रदूषक पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता और स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा हैं, जिससे अंटार्कटिका जैसे निर्जन क्षेत्र भी सुरक्षित ...
साल 2100 तक जलमग्न हो जाएंगे 90 प्रतिशत से अधिक नमक के दलदल: अध्ययन
जैसे-जैसे समुद्र का स्तर बढ़ता रहेगा कम नमक वाली दलदली प्रजातियां पूरी तरह से अधिक नमकीन दलदली प्रजातियों को बदल देंगी तथा हमेशा के ...
पिछले चार दशकों से महासागरों में 20 लाख टन माइक्रोप्लास्टिक के कण तैर रहे हैं : अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक 2040 तक प्लास्टिक के हमारे पानी में प्रवेश करने की दर लगभग 2.6 गुना बढ़ जाएगी