वैश्विक उत्सर्जन में तीव्र वृद्धि से 2050 तक 94 फीसदी प्रवाल भित्तियां हो जाएंगी खत्म
हालांकि उम्मीदें अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई हैं, हमारे पास अभी भी इन प्रवाल भित्तियों को बचाने का समय है पर वो समय ...
पिछले 50 वर्षों में 70 फीसदी से ज्यादा घटी शार्क और रे मछलियों की आबादी
समुद्री शार्क की 31 में से 16 प्रजातियां गंभीर खतरे में हैं जबकि तीन प्रजातियों समुद्री वाइटटिप शार्क, स्कैलप्ड हैमरहेड शार्क और ग्रेट हैमरहेड ...
अंतरराष्ट्रीय वन दिवस विशेष: अच्छी नहीं होती सभी हरियाली और बुरे नहीं होते सभी मरुस्थलीय पर्यावास
विकास के क्रम में विखंडित पर्यावास, अत्यधिक चराई एवं आक्रामक विदेशी प्रजातियां वनों के पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचा रही हैं
सालाना 1,500 करोड़ मीट्रिक टन सीओ2 संजो सकते हैं महासागर, अनुमान से 20 फीसदी अधिक है क्षमता
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि वैश्विक स्तर पर महासागर हर साल औसतन 1,500 करोड़ मीट्रिक टन कार्बन स्टोर कर सकते हैं, जो पिछले अनुमान ...
जलवायु परिवर्तन से समुद्री वातावरण में 87 फीसदी तक बदलाव के आसार
एक नए शोध में कहा गया है कि 2030 तक समुद्र के खारेपन में भारी वृद्धि होने के आसार हैं।
दुनिया भर में ताजे पानी के चक्र में आया भारी बदलाव, मानवजनित गतिविधियां जिम्मेवार
जल चक्र में हुए बदलाव के कारण दुनिया भर में इससे प्रभावित भूमि क्षेत्र पूर्व-औद्योगिक स्थितियों की तुलना में दोगुना हो गया है
इंसानी बस्तियों और प्रकृति से मिलने वाले क्षेत्रों के मानचित्रण के लिए बनाया पहला उपकरण
यह उपकरण, जंगल की आग, जूनोटिक रोगों के फैलने और पारिस्थितिकी तंत्र जैव विविधता के नुकसान जैसे पर्यावरणीय संघर्षों में सुधार कर सकता है
लुप्तप्राय 43 उभयचरों-कशेरुकियों के रहने की जगहों के नुकसान से इनमें बीमारी के खतरे बढ़े
लोगों द्वारा की जा रही गड़बड़ी, जैसे खेती तथा अन्य काम के लिए जंगलों को काटना, इस पर्यावरणीय नुकसान के प्रमुख कारण हैं। इन ...
कितना सही है समुद्र और वेटलैंड्स को पाट कर जमीन में किया जा रहा विस्तार
हम इंसानों ने इस सदी में समुद्रों या तटीय वेटलैंड्स को भरकर भूमि में करीब 253,000 हेक्टेयर का विस्तार किया है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बेहतर हो सकती है जंगलों की निगरानी: अध्ययन
वैज्ञानिकों ने मिट्टी की नमी की निगरानी को ऊर्जा दक्ष और किफायती बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग का उपयोग करने का ...
आकाशीय बिजली गिरने से उष्णकटिबंधीय जंगलों में हर बार 100 पेड़ों का हो रहा है नुकसान
पेड़ों की प्रजातियां बिजली के हमलों के लिए अलग तरह से प्रतिक्रिया करती हैं, लेकिन पेड़ों पर उन हमलों के प्रभाव को मापा नहीं ...
जलवायु परिवर्तन: 2080 तक पक्षियों की प्रजातियों में आएंगे भारी बदलाव
शोधकर्ताओं ने वैश्विक स्तर पर कुल 8,768 पक्षी प्रजातियों का मूल्यांकन कर यह अनुमान लगाया कि क्षेत्रीय आधार पर कितने वंशों का नुकसान हो ...
नगरीय खेती मधुमक्खियों के लिए हो सकती है उपयोगी, बंग्लुरू में किया गया शोध
शहरी वातावरण में फैले खेतों में मधुमक्खियों के व्यापक क्षेत्र सर्वेक्षण में, शोधकर्ताओं ने 40 प्रजातियों से संबंधित 26,000 से अधिक मधुमक्खियों को दर्ज ...
विश्व मधुमक्खी दिवस - 20 मई: जानिए इस दिन को मनाने का इतिहास और महत्व
दुनिया भर में उत्पादित सभी खाद्य पदार्थों का एक तिहाई, यानी भोजन का हर तीसरा चम्मच परागण पर निर्भर करता है
अवैध रूप से पकड़ी जा रही करीब 2.6 करोड़ टन मछलियां, दो लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का है व्यापार
दुनिया भर में मतस्य उत्पादन सम्बन्धी अपराधों में से करीब 33 फीसदी के लिए केवल 450 औद्योगिक जहाज और 20 कंपनियां जिम्मेवार थी
हिमालय में पिछले अनुमान से अधिक मिली बर्फ, पर पिघलने की रफ्तार भी बढ़ी
यदि वैश्विक स्तर पर देखें तो दुनिया भर के हिमनदों में पिछले अनुमानों की तुलना में करीब 20 फीसदी कम बर्फ है।
जानिए कैसे टाइगर शार्क के जीवन को खतरे में डाल रहा है बढ़ता तापमान
औसत तापमान में हर एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ टाइगर शार्क का ध्रुवों की ओर प्रवास 400 किलोमीटर से ज्यादा बढ़ गया ...
जैव विविधता के तहत किस तरह हो जंगलों की निगरानी, शोधकर्ताओं ने दिखाई राह
इस शोध में दुनिया भर में वन पारिस्थितिकी प्रणालियों के स्वास्थ्य का आकलन करने के लिए नए उपाय करने का सुझाव दिया गया है
भारत में 1,169 नदियों के जरिए समुद्रों तक पहुंच रहा है हर साल करीब 126,513 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरा
दुनिया भर में नदियों के जरिए हर साल 27 लाख मीट्रिक टन तक प्लास्टिक कचरा समुद्रों में पहुंच रहा है, इसके करीब 80 फीसदी ...
गहरे समुद्र में कोरल और स्पंज को अलग तरह से प्रभावित कर रहा है जलवायु परिवर्तन
समुद्र में ऑक्सीजन और तापमान में आए बदलाव से इन जीवों के विकास पर असर पड़ा। इससे उनके टिश्यू को नुकसान पहुंचा साथ ही उनकी ...
भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर जाने को मजबूर हो जाएंगी महासागरों की हजारों प्रजातियां
उष्णकटिबंधीय समुद्री क्षेत्रों में 2010 तक पिछले 40 वर्षों की अवधि में खुले पानी में पाई जाने वाली प्रजातियों की संख्या में आधे की ...
जलवायु संकट: सदी के अंत तक अपनी 80 फीसदी बर्फ खो देंगें हिंदू कुश हिमालय के ग्लेशियर
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दशक की तुलना में 2011 से 2020 के बीच हिंदू कुश हिमालय के ग्लेशियरों में मौजूद बर्फ 65 फीसदी ज्यादा ...
90 प्रतिशत से अधिक प्रजातियों का अस्तित्व भूजल पर टिका है: अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक, भूजल पर निर्भर पारिस्थितिक तंत्र जैसे आर्द्रभूमि, बाढ़ के मैदान और तटवर्ती क्षेत्र का जैव विविधता पर बहुत अधिक महत्व है।
टाइम बम की तरह हैं आक्रामक पौधे, जैव विविधता को पहुंचा रहे हैं भारी नुकसान
शोध टीम ने पाया कि जिन आक्रामक पौधों का उन्होंने विश्लेषण किया, उनमें से लगभग एक-तिहाई के तीव्र विस्तार के बीच की अवधि का ...
अधिक संख्या में पाई जाने वाली प्रजातियों के गायब होने से कीटों की संख्या में आ रही है गिरावट: शोध
अध्ययन के निष्कर्ष इस विचार को चुनौती देते हैं कि कीट जैव विविधता में बदलाव दुर्लभ प्रजातियों के गायब होने के कारण होता है।