समुद्र में लीक तेल की थोड़ी मात्रा भी समुद्री पक्षियों के लिए है बड़ा खतरा
समुद्र में तेल की पतली परत जिसकी मोटाई 0.1 से 3 माइक्रोमीटर के बीच हो वो भी समुद्री पक्षियों के पंखों की संरचना पर ...
समुद्र की गहराइयों में खनन से सैकड़ों किलोमीटर तक हो सकता है ध्वनि प्रदूषण
नई रिसर्च से पता चला है कि समुद्र की गहराई में मौजूद सिर्फ एक खान 500 किलोमीटर के क्षेत्र में ध्वनि प्रदूषण की वजह ...
नए उपकरण से लगेगा पर्माफ्रोस्ट से होने वाले मीथेन उत्सर्जन का बेहतर अनुमान
प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र से वर्तमान और भविष्य के ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को जानने से हमें वातावरण के भविष्य के तापमान के बारे में अनुमान ...
कॉप-26: उत्सर्जन में तीव्र गिरावट के बिना 'लाइफ जोन' को तीन गुना प्रभावित करेगा जलवायु परिवर्तन
यदि उत्सर्जन ऐसा ही बढ़ता रहा तो इसका और 6.2 करोड़ वर्ग किलोमीटर की अतिरिक्त संभावनाओं पर प्रभाव पड़ने की सम्भावना है, जोकि धरती ...
समुद्रों में प्रयोग की जा रही रस्सियां हर साल पैदा कर रही हैं माइक्रोप्लास्टिक के अरबों टुकड़े
अनुमान है कि करीब एक वर्ष पुरानी रस्सी प्रति मीटर माइक्रोप्लास्टिक के लगभग 20 टुकड़े समुद्र में छोड़ सकती है। वहीं 10 वर्ष पुरानी ...
तप रहा है मध्य एशिया, पेड़ों के छल्लों के विश्लेषण से चला पता
पेड़ों के छल्लों का विश्लेषण वैज्ञानिकों को सैकड़ों या हजारों साल पहले के तापमान और वर्षा के पैटर्न के बारे में बता सकता है।
महासागरों में प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए नीति में बदलाव की जरूरत : यूएनईपी
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2050 तक दुनिया भर के महासागरों में प्लास्टिक प्रदूषण पर पूरी तरह से रोक लगाने में कई चुनौतियां ...
क्या है डीप ओसियन मिशन का महत्व, सरकार ने दी मंजूरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 4,077 करोड़ रुपए के 'डीप ओसियन मिशन' को मंजूरी दे दी है, जिसका उद्देश्य महासागरीय संसाधनों का शाश्वत उपयोग करना है
घरेलू गौरैया के प्रजनन में खलल डाल रहा है ध्वनि प्रदूषण: अध्ययन
प्रजनन के मौसम में किशोर गौरैया की आबादी उन शहरों में कम हो जाती है जहां त्योहार मनाए जाते हैं, इस दौरान पटाखों और ...
भविष्य में भयानक दु्ष्प्रभाव पैदा कर सकता है सीओटू का उत्सर्जन
गहरे समुद्रों में करीब 2000 मीटर नीचे ऑक्सीजन की उपलब्धता में भारी कमी है, जिसके चलते यहां रहने वाले समुद्री जीवों में 25 फीसदी ...
क्या है आईयूसीएन की रेड लिस्ट, इसके बारे में जानना क्यों हैं जरूरी?
आईयूसीएन की रेड लिस्ट दुनिया भर में प्रजातियों के संरक्षण की स्थिति का सबसे बड़ा सूचना स्रोत है
समुद्री जीवन को नुकसान पहुंचा रहा है इंसानी कोलाहल
इंसान शोर न केवल समुद्रों में ध्वनि प्रदूषण कर रहा है, साथ ही उसकी वजह से प्राकृतिक ध्वनियां भी गुम होती जा रही हैं| ...
6.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है समुद्र का तापमान, वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
अध्ययनकर्ताओं ने पता लगया कि पिछले 40 वर्षों में, उत्तरी प्रशांत के कुछ क्षेत्रों में समुद्र की सतही परत लगभग 3 मीटर तक पतली ...
नए युग में धरती: नष्ट हो चुका है प्रकृति का मूल चरित्र
क्या वह समय आ गया है कि हम विकास की इस अंधी दौड़ से निकलकर अपनी आकांक्षाओं पर लगाम लगाएं और संवहनीय जीवन जिएं?
सड़कों से समुद्रों तक पहुंच रहा है हर साल 140,000 टन माइक्रोप्लास्टिक: रिपोर्ट
अनुमान है कि टायरों से 34 फीसदी और ब्रेकिंग सिस्टम से उत्सर्जित होने वाला करीब 30 फीसदी माइक्रोप्लास्टिक हर साल समुद्रों तक पहुंच जाता ...
एशिया-प्रशांत क्षेत्र के महासागरों के लिए कोविड-19 बन सकता है वरदान: यूएन रिपोर्ट
कार्बन उत्सर्जन और ऊर्जा मांग में आई तात्कालिक कमी से समुद्री पर्यावरण बेहतर हुआ है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों को इससे सीख ले कर ...
दिन की तुलना में रात में सक्रिय होते हैं एक-तिहाई अधिक कीट, कैसे जलवायु परिवर्तन डाल रहा है असर
वैज्ञानिकों के मुताबिक उष्णकटिबंधीय जैसे गर्म क्षेत्रों में बढ़ते तापमान की वजह से कीटों को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है
भूजल प्रबंधन में अहम भूमिका निभा सकते हैं जंगल: शोध
शोध के मुताबिक, पेड़ों के पास छिद्रों के नीचे मिट्टी की जल सामग्री को मापा गया तो पता चला कि मौसमी बारिश की मात्रा ...
नियमों के बावजूद हर साल इंसानी लालच की भेंट चढ़ रहीं आठ करोड़ से ज्यादा शार्क
आज दुनिया की हर तीसरी शार्क प्रजाति पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है
लुप्तप्राय प्रजातियों को बचाने में मदद कर सकते हैं तकनीक और अर्थनीति, लेकिन कैसे?
शोध के मुताबिक, लुप्तप्राय प्रजातियों को बचाने के लिए तकनीक से आंकड़ों को जोड़ने, दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने, लोगों को प्रकृति से ...
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: प्रवासी मजदूरों की पीड़ा दूर करे सरकार: सुप्रीम कोर्ट
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
माइक्रोबियल वायरस की वजह से गुपचुप तरीके से बढ़ रहा है जलवायु परिवर्तन
शोधकर्ताओं ने विभिन्न झीलों से लेकर गाय के पेट के अंदर तक 15 अलग-अलग जगहों से मेटागेनोमिक डीएनए आंकड़ों का विश्लेषण किया
मशीनों से की जा रही अंधाधुंध खेती से संकट में पड़े स्टेपी और लिटिल बस्टर्ड पक्षी
अध्ययन के मुताबिक, 2002 से 2019 के बीच स्टेपी-लैंड पक्षी की आबादी में 27 फीसदी की कमी आई है।
पहले से ही विलुप्त, कोबरा जैसे सांप की नई प्रजाति ‘न्यांगेंसिस’ की हुई खोज
जंगलों के परिदृश्य में हुए भारी बदलाव के बाद, जिम्बाब्वे के रिन्खाल को 1988 के बाद से जंगल में नहीं देखा गया है और ...
हर दिन दो करोड़ से अधिक मइक्रोप्लास्टिक के कणों को निगल रही हैं ग्रे व्हेल: अध्ययन
व्हेल के मल में कुल 418 संदिग्ध माइक्रोपार्टिकल की पहचान की गई, जिनमें से 50 फीसदी से अधिक में रेशे या फाइबर थे