कोरोना की दूसरी लहर और मनरेगा-5: छत्तीसगढ़, कागजों पर गुलाबी आंकड़ें
कोरोना की पहली लहर के दौरान मनरेगा ने ग्रामीणों को बड़ा सहारा दिया, लेकिन दूसरी लहर में ऐसा नहीं हुआ
एसओई 2021: गरीबी दूर करने के लक्ष्य से जुड़े मनरेगा
अति गरीब आबादी वाले राज्यों में मनरेगा की भूमिका अहम है, जहां इसका दायरा बढ़ाने की जरूरत है
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस 2024: कैसे हुई इस दिन की उत्पत्ति?
अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस, जिसे मजदूर दिवस के रूप में भी जाना जाता है, हर साल एक मई को मनाया जाता है
50 साल पहले की तुलना में 3 गुना अधिक बढ़ी प्राकृतिक आपदाएं: एफएओ
कृषि से दुनिया भर में 2.5 अरब से अधिक लोगों को रोजगार मिलता है
संसद में आज: देश में 37439 गांवों में 3 जी, 4 जी मोबाइल इंटरनेट कवरेज नहीं
2018-19 में 25.5 फीसदी ग्रामीण महिलाओं को रोजगार मिला
लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों से फसल कटवाएगी यह सरकार
हरियाणा सरकार ने केंद्र को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें कहा गया है कि लॉकडाउन की वजह से राहत शिविरों में रह रहे प्रवासी ...
युवा होती दुनिया में क्यों बढ़ रहा है गुस्सा?
आज के समय में युवा असंतुष्ट हैं और गुस्से में है। इंटरनेट के इस जमाने में उनके गुस्सों को भुनाया जा सकता है, इसलिए ...
संसद में आज: आर्थिक तंगी के चलते 3 साल में 25,000 से अधिक ने की आत्महत्या, 9 हजार बेरोजगार भी शामिल
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में केरल में भारी बारिश दर्ज की गई
ऑटोमेशन कौशल खत्म करेगा, इंसानी हस्तक्षेप जरूरी : आईएलओ
ग्लोबल कमीशन ऑन द फ्यूचर ऑफ वर्क का कहना है कि ऑटोमेशन और अन्य तकनीक कम दक्ष लोगों को काम से बेदखल कर देंगी
कोरोना की दूसरी लहर और मनरेगा-6: उत्तर प्रदेश के कई गांवों में एक भी ग्रामीण को नहीं मिला काम
कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान जब लोग बेरोजगार थे, उस समय उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव चल रहे थे, जिस वजह से लोगों ...
मनरेगा जरूरी या मजबूरी-4: 250 करोड़ मानव दिवस रोजगार हो रहा है पैदा
आरोप लगाया जाता है कि मनरेगा के तहत पैसा व्यर्थ किया जाता है, लेकिन हकीकत यह नहीं है
कहीं बोझ ना बन जाए युवा, मौका भुनाने के लिए कौशल विकास पर देना होगा ध्यान
भारत को अगले एक दशक तक अपनी आबादी का फायदा मिलेगा, लेकिन इस मौके को भुनाने के लिए कौशल विकास में पंख लगाने की ...
चौथी औद्योगिक क्रांति के पीड़ित
2025 तक स्वचालन (आटोमेशन) से 8.5 करोड़ लोगों के नौकरी गंवाने के अनुमान है
अमृत काल बनाम न्यू इंडिया: आर्थिक संकट के बीच आध्यात्मिक राजनीतिक एजेंडा का दौर
गहरे आर्थिक संकट के वक्त हम अवास्तविक राजनीतिक एजेंडा को क्यों तवज्जो देते हैं
कोविड-19: जरूरतमंदों को रोजगार भी मिल रहा, कोरोनावायरस से मुठभेड़ भी हो रही
स्वयंसेवी संस्था ‘गूंज’ देशभर के अलग-अलग राज्यों में हजारों लोगों से मास्क और सैनिटरी पैड बनवा कर उन्हें रोजगार दे रहा है
विश्व पर्यटन दिवस 2022: इतिहास, महत्व और थीम
पर्यटन आज दुनिया के सबसे बड़े उद्योग में से एक है और यह अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ग्लोबल वार्मिंग को लेकर भयभीत या चिंतित हैं 82 फीसदी भारतीय: रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर 2021 से जनवरी 2022 तक 4,619 भारतीयों का ग्लोबल वार्मिंग को लेकर टेलीफोन के माध्यम से सर्वेक्षण किया गया
चौथी औद्योगिक क्रांति: किन सवालों के जवाब मिलने हैं जरूरी?
चाथी औद्योगिक क्रांति के परिणाम क्या होंगे? क्रांति के प्रवर्तकों का कहना है कि यह हमारे जीने के तौर तरीकों को बदल देगी
विलुप्ति के कगार पर पहुंची 100 से अधिक प्रजातियों को बचाया जा सकता है
एक नए अध्ययन में कहा गया है कि 102 प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर है, यदि समय रहते कार्रवाई की जाय तो इन ...
कोरोना काल में लौटे प्रवासियों को रोक पाएगा उत्तराखंड?
कोरोना काल में उत्तराखंड में 3.30 लाख से अधिक प्रवासी लौटे हैं, लेकिन इनमें से कितने प्रवासियों को राज्य सरकार रोक पाएगी?
बिहार चुनाव परिणाम: तो फिर किन मुद्दों पर लोगों ने दिया वोट
मुद्दों के मामले में बिहार चुनाव परिणाम ने राजनीतिक विश्लेषकों को चौंकाया है, लेकिन जमीन पर इन मुद्दों ने भी काम किया
संसद में आज: देश में 28.66 करोड़ से अधिक असंगठित श्रमिकों ने ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कराया
भारत में वर्षा आधारित चावल की पैदावार 2050 तक 20 फीसदी और 2080 तक 47 फीसदी कम होने का अनुमान है
विशेष रिपोर्ट भाग-5: असंगठित मजदूर क्यों हो रहे हैं अपने अधिकारों से वंचित
स्वंतत्र रूप से प्रवासी मजदूरों की असंगठित क्षेत्र में तादाद बढ़ रही है, इस तरह वे समूह पर लागू होने वाले कानूनी प्रावधानों और ...
बजट 2020-21: मनरेगा के आवंटन में 15 फीसदी की कमी, कैसे सुधरेगी ग्रामीण अर्थव्यवस्था?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने न केवल ग्रामीण विकास मंत्रालय का बजट कम कर दिया है, बल्कि संशोधित अनुमान के मुकाबले मनरेगा के बजट ...
दो जून की रोटी से भी महरूम मनरेगा मजदूर
मनरेगा को 12 साल से अधिक का समय गुजर गया है लेकिन ग्रामीण भारत के लिए ये दो जून की रोटी भी मुयस्सर नहीं ...