दोस्त बने दुश्मन
पिछले कुछ सालों में कुत्तों के हमले की वजह से घरेलू मवेशियों की आबादी तेजी से घटी है, खासकर छोटे मवेशियों की आबादी।
जानिए क्यों सांभर फेस्टिवल पर लटकी एनजीटी की तलवार
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
87 घंटे के बाद भी दिल्ली में क्यों नहीं लागू हुई इमरजेंसी, क्या है सीपीसीबी का गणित
दिल्ली के लोगों को चार दिन से प्रदूषण के गंभीर स्तर का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अपने अजीबो-गरीब नियमों के कारण केंद्रीय ...
पर्यावरण नियमों का उल्लंघन है कमांडो बटालियन मुख्यालय के लिए संरक्षित वन क्षेत्र से छेड़छाड़ : एनजीटी
बराक घाटी में कमांडो बटालियन मुख्यालय के निर्माण के लिए 44 हेक्टेयर संरक्षित वन भूमि का डायवर्जन किया गया है, जो पर्यावरण संबंधी नियमों ...
ईआईए अधिसूचना, 2006 में किए बदलावों को चुनौती देने वाली याचिका का कोर्ट ने किया निपटारा
पर्यावरणीय मंजूरी के अभाव में खनन न कर पाने वाली कंपनियों को भी देना होगा 'डेड रेंट': उच्च न्यायालय
डेड रेंट एक खनन पट्टे के लिए देय वो न्यूनतम गारंटी राशि है, जिसका भुगतान खनन करने वाली कंपनी को करना होता है
जग बीती : स्थिति बड़ी दुखदायक है बापू
“शहर में बसा वह गर्म द्वीप”
आसमान छूती ये इमारतें ही अब हीट आईलैंड बन गई हैं। एक अध्ययन में इन स्थानों का तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री ...
साहित्य में पर्यावरण: सौंदर्य से महासंकट तक
साहित्य की प्रकृति और पर्यावरण के साथ जुड़ाव की परम्परा आधुनिक काल में छायावाद के कवियों में एक लम्बे अन्तराल के बाद प्रकट होती ...
स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2021: फसलों का उत्पादन बढ़ा, लेकिन किसानों की संख्या घटी
डाउन टू अर्थ की सालाना रिपोर्ट स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2021 इन फिगर्स में राज्यवार किसानों की घटती संख्या का विश्लेषण किया गया है
पर्यावरण के लिए नया खतरा, चलती गाड़ियों के टायर से निकल रहा है माइक्रो रबड़
स्विट्जरलैंड में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, केवल स्विट्जरलैंड में 30 साल में लगभग 2 लाख टन माइक्रो-रबड़ जमा हो चुका है
4000 साल से मिट्टी के कटाव को बढ़ा रहे हैं इंसान, अब दिख रहा है असर
अध्ययन के मुताबिक, जंगलों के कटाव और कृषि एवं इंसानों के रहने के लिए भूमि उपयोग में परिवर्तन किया गया। इस कारण औद्योगिकीकरण से ...
“पुत्रों” की अनदेखी की शिकार मां गंगा और दूसरी नदियां
सफाई अभियान सरकारी योजनाओं का केंद्र बिंदु रहे हैं फिर भी उत्तर प्रदेश की नदियों की स्थिति का कोई जिक्र चुनाव अभियान में नहीं ...
पर्यावरण से बेपरवाह
नोटबंदी व जीएसटी जैसे फैसले रातोंरात ले लिए जाते हैं, लेकिन बात जब प्रदूषण या औद्योगिक त्रासदी की होती है तो सख्त फैसले की ...
प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्ति दूर की कौड़ी
उत्तराखंड में जल, जंगल, जमीन, ग्लेशियर, नदियों और पलायन जैसे मुद्दों पर तो चिंता जताई जाती है लेकिन अभी तक पर्वतीय दृष्टिकोण से प्लास्टिक ...
टीवी की “पॉप” राजनीति
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट और डाउन टू अर्थ के संस्थापक अनिल अग्रवाल की आज 19वीं पुण्यतिथि है। मास मीडिया का उनका आकलन आज ...
पर्यावरण मंजूरी की सही प्रक्रिया ही समाधान
भारत ने औद्योगिक समूहों में प्रदूषण स्तरों का आकलन करने के लिए एक नए सूत्र की घोषणा की है, यह किसी औद्योगिक क्षेत्र के ...
स्थानीयकरण की दस्तक
2017 में हमें निरंकुश उपभोक्तावाद पर टिके विकास के मॉडल पर विचार करना चाहिए। गरीबों की छोड़िए, ये अमीरों के भी काम का भी ...
पर्यावरण मंजूरी के लिए शर्तें तय करना ही काफी नहीं, उनकी निगरानी करना भी है जरुरी: एनजीटी
पिछले पांच वर्षों में 1798 परियोजनाओं में किया गया पर्यावरण मंजूरी की शर्तों का उल्लंघन
इनमें सबसे ज्यादा परियोजनाएं हरियाणा से सम्बन्ध रखती हैं| जहां 259 परियोजनाओं में पर्यावरण मंजूरी सम्बन्धी शर्तों की अवहेलना की गई है
गधे कब और कैसे गधे बने, जानें एक रोचक इतिहास
विश्व गधा दिवस : मिस्र के एक शाही कब्रिस्तान में मिले थे पांच हजार साल पहले गधों से ढुलाई के प्रमाण
जीडीपी नहीं अब जीईपी
उत्तराखंड भारत का पहला राज्य होगा जो अर्थव्यवस्था को सकल घरेलू उत्पा द की बजाय सकल पर्यावरण उत्पा द के आधार पर गणना करेगा।
मौसम बदलने वाले बादल
प्रदूषकों से भरे बादल मौसम में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। मौसम को प्रभावित करता करने वाला कारक एरोसॉल है।
बैगा आदिवासियों के दिल्ली वाले बाबा नहीं रहे !
प्रभुदत्त खेड़ा बैगा आदिवासियों के बीच शिक्षा बांटते रहे हालांकि वे हमेशा यही कहते थे कि बैगाओं को पर्यावरण और वनस्पतियों का ज्ञान किसी ...
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में मानक से दोगुना ज्यादा है ध्वनि प्रदूषण
ध्वनि प्रदूषण से प्रदूषित शहरों में दक्षिण एशिया के 13 शहर शामिल हैं, जिनमें 5 अकेले भारत के हैं