बढ़ते तापमान के कारण बदल रहा है कीटों का व्यवहार, खतरे में हैं परागण करने वाले महत्वपूर्ण कीट
कीटों की 100 से अधिक प्रजातियों का अध्ययन किया गया ताकि यह बेहतर ढंग से समझा जा सके कि तापमान में होने वाले बदलाव ...
एसओई इन फिगर्स 2022: 71 फीसदी भारतीयों की पहुंच से बाहर है सेहतमंद आहार
देश की एक बड़ी आबादी अभी भी पोषक आहार से दूर है। देखा जाए तो भारत में खान-पान से जुड़ी बीमारियां हर साल 17 ...
खाद्य संकट: दो साल में खाद्य असुरक्षा का सामना कर रही आबादी की संख्या दोगुनी हुई, संयुक्त राष्ट्र महासचिव
संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने रूसी-यूक्रेन युद्ध को देखते हुए देशों से खाद्य उत्पादन बढ़ाने और निर्यात बंद नहीं करने का आह्वान किया
विश्व मधुमक्खी दिवस 2023: दुनिया की 75 फीसदी खाद्य फसलों को पालती हैं मधुमक्खियां
दुनिया की लगभग 90 फीसदी जंगली फूलों वाली पौधों की प्रजातियां, पूरी तरह से या आंशिक रूप से जीवों के परागण पर निर्भर करती ...
अरुणाचल में मिली मधुमक्खी की नई प्रजाति, इसका नाम सेराटिना तवांगेंसिस रखा गया
यह अनोखी प्रजाति तवांग जिले में 1,600 से 2,300 मीटर की ऊंचाई पर पाई जा सकती है, यह एक चमकदार काले रंग की है ...
कोविड-19 महामारी के चलते हर रोज 153 बच्चों की जान ले सकता है कुपोषण
दुनिया भर में 5 वर्ष से कम आयु के 45 फीसदी बच्चों की मौत के लिए कुपोषण जिम्मेवार है, जबकि इसी आयु वर्ग का ...
59 फीसदी किसानों ने कहा, एमएसपी पर बने कानून: सर्वे
अपने बच्चों को भी किसान बनते देखना चाहते हैं 34 फीसदी किसान, जबकि 51 फीसदी ने माना उनके लिए फायदेमंद है खेती
अमेरिका में औसतन आठ में से एक परिवार के बच्चों को पर्याप्त भोजन नहीं
पूरे अमेरिका में कोरोनावायरस महामारी से लाखों बच्चे प्रभावित है, तुरंत एक करोड़ चालीस लाख बच्चों को भोजन चाहिए
क्या सच में जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ सकती है धान की पैदावार
तापमान में हो रही वृद्धि के कारण ठन्डे इलाकों में भी धान की एक से ज्यादा बार फसल प्राप्त की जा सकती है
मधुमक्खियों-भौरों की मौत का कारण बन रहा है भारत का वायु प्रदूषण
बेंगलुरु के नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज में शैनन ओलसन के नेतृत्व में गीता थिमेगौड़ा और उनके सहयोगियों ने 1800 से अधिक जंगली मधुमक्खियों ...
एक सोलर पैनल करेगा दो काम, बिजली के अलावा मिलेगी अच्छी फसल
'एग्रीवोल्टिक्स' नामक यह तकनीक ने केवल किसानों के लिए फायदेमंद है साथ ही इसकी मदद से सोलर एनर्जी में भी वृद्धि की जा सकती ...
हवा और सौर ऊर्जा से भोजन उगाना है फसल बोने से ज्यादा फायदेमंद
विश्लेषण से पता चला कि हवा से भोजन उगाना जमीन में सोयाबीन उगाने की तुलना में 10 गुना अधिक कुशल और फायदेमंद है। उत्पादित ...
पिछले 20 वर्षों में भारत सहित दुनिया के 150 करोड़ लोगों को सूखे ने किया है प्रभावित
1998 से 2017 के बीच 150 करोड़ से भी ज्यादा लोग सीधे तौर पर सूखे से प्रभावित हुए हैं, साथ ही इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को 9.2 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ ...
जलवायु परिवर्तन के चलते भारत में जीडीपी को हो सकता है 35.1 फीसदी तक का नुकसान
भारत में सबसे ज्यादा नुकसान स्वास्थ्य, कृषि और पर्यटन को होगा जिसके लिए उससे निपटने की हमारी तैयारियों में कमी भी काफी हद तक ...
जलवायु परिवर्तन की वजह से करोड़ों मोनार्क तितलियों की गई जान, जानें सफेद धब्बे कैसे मददगार हैं
शोध में 400 जंगली मोनार्क तितलियों के पंखों का विश्लेषण किया गया, उनके रंग के अनुपात को मापा, इसमें पाया कि सफल प्रवासी मोनार्क ...
दुनिया भर में जानलेवा तंबाकू की फसलों को सब्सिडी देना बंद करे सरकारें: डब्ल्यूएचओ
120 से अधिक देशों में 30 करोड़ हेक्टेयर से अधिक भूमि का उपयोग घातक तंबाकू उगाने के लिए किया जा रहा है, यहां तक ...
प्रदूषण, कीटनाशक या जलवायु परिवर्तन में से कौन है भौंरे, मधुमखियों और तितलियों जैसे परागणकों के लिए सबसे बड़ा खतरा
रिसर्च से पता चला है कि जलवायु परिवर्तन परागणकों के लिए प्रमुख खतरा बनकर उभरा है, जिसे नियंत्रण करना सबसे कठिन है
जलवायु परिवर्तन ने 2022 के गर्मी के मौसम में सूखे को 20 गुना अधिक बढ़ाया
मानवजनित जलवायु परिवर्तन ने कृषि और पारिस्थितिकी सूखे को लगभग 3 से 4 गुना अधिक कर दिया
आवरण कथा: अनाज से गायब हुए पोषक तत्व, अब शरीर को पहुंचा रहे हैं नुकसान
पहली बार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के वैज्ञानिकों ने इन आधुनिक किस्मों के गेहूं और चावल के पोषण मूल्य को जांचा है
खास खबर: फसल की बर्बादी ने बढ़ाई खाने की थाली की कीमत
दुनियाभर में खाद्य मुद्रास्फीति अप्रत्याशित ऊंचाई पर पहुंच गई है। चरम मौसम की घटनाओं से फसलों को पहुंचा नुकसान इसके मूल में है। इस ...
खेती में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के हैं कई खतरे, नजरअंदाज न करने की दी गई चेतावनी
साइबर हमलावर एआई के उपयोग से की जा रही खेती को बर्बाद कर सकते हैं, आंकड़ों में गड़बड़ी कर खेत में जहर फैला सकते ...
भारत सहित एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रहने वाले 180 करोड़ लोगों की पहुंच से बाहर है पोषक आहार
कोविड-19 के बाद से इस क्षेत्र में भुखमरी का शिकार लोगों की संख्या में 5.4 करोड़ का इजाफा हुआ है, जिससे इस समस्या से ...
साधनों की कमी के चलते भुखमरी की कगार पर हैं 4.5 करोड़ लोग: डब्ल्यूएफपी
भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके इन लोगों की संख्या वर्ष की शुरुवात में करीब 4.2 करोड़ थी, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 2.9 करोड़ था
दुनिया भर में कैसा है टिकाऊ कृषि का भविष्य
सतत कृषि या सस्टेनेबल एग्रीकल्चर मैट्रिक्स राष्ट्रीय स्तर पर टिकाऊ कृषि के लिए स्वतंत्र और पारदर्शी माप की जानकारी प्रदान करता है।