सेब कार्टन के दामों में बढ़ोतरी, नाराज सेब बागवान आंदोलन की तैयारी में
सेब कार्टन के दाम में 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी लेकिन सेब के न्यूनतम समर्थन मूल्य 1 रुपए बढ़ा
छह महीने बर्फ से ढका रहता है यह जिला, अब लॉकडाउन ने बढ़ाई परेशानी
हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में लोग छह माह ही खेती करते हैं, लेकिन लॉकडाउन की वजह से अभी फसल की बोआई शुरू ...
हिमालयी क्षेत्रों से विलुप्त हो रही है सेब की उम्दा दो प्रजातियां, जलवायु परिवर्तन का असर
हिमालय क्षेत्र में बदल रहे मौसम की वजह से सेबों को 72 दिन की चिलिंग नहीं मिल रही है, इस वजह से सेब की ...
आवरण कथा, खतरे में हिल स्टेशन: शिमला और मनाली की तबाही के लिए दोषी कौन?
नाजुक हिमालय में बसे खूबसूरत शहर शिमला व मनाली इस मॉनसून में त्रासदी की भेंट चढ़ गए। आपदा के सवालों का जवाब खोजती रिपोर्ट
राजस्थान में फैला बर्ड फ्लू, 300 से ज्यादा पक्षियों की मौत
वायरस ज्यादातर कौओं में मिला है। जोधपुर और कोटा संभाग के झालावाड़, पाली बारां जिले में खतरा बना हुआ है
हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में पावर प्रोजेक्ट्स का विरोध तेज
उत्तराखंड की घटना के बाद हिमाचल के लाहौल स्पीति के लोग एकजुट हुए और प्रस्तावित 56 पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया
चीन बाॅर्डर के साथ लगते इस गांव का नाम क्यों है चंडीगढ़ सेक्टर-13?
80 के दशक में चीन बाॅर्डर में तनाव बढ़ने के बाद तत्कालीन केंद्र सरकार ने गांववालों को चंडीगढ़ शिफ्ट करने का भरोसा दिया था
उत्तराखंड-हिमाचल की सीमा पर बनी आसन झील में विदेशी पक्षियों ने डाला डेरा
देहरादून से करीब 38 किलोमीटर आगे धालीपुर गांव के पास यमुना नदी और आसन नदी के पास बनी झील में हजारों विदेशी पक्षी अक्टूबर ...
लुप्त हो रहे हिमालयन आईबैक्स को बचाने आए लोगों ने शुरू की अनूठी पहल
इंटरनेशनल यूनियन फार कंजरवेशन आफ नेचर की ओर से रेड लिस्ट में शामिल आईबैक्स का शिकार करने वाले का सामाजिक बहिष्कार के साथ हुक्का पानी ...
हिमालय के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सिमट रहा है सेब उत्पादन
उपयुक्त उत्पादन क्षेत्र अब केवल शिमला, कुल्लू, चंबा की उच्च पहाड़ियों, किन्नौर और स्पीति क्षेत्रों के शुष्क समशीतोष्ण भागों तक ही सीमित हैं
पहाड़ों में 15 साल बाद दिखी ऐसी बर्फबारी
उत्तराखंड के निचले क्षेत्रों में कई ऐसे गांव हैं, जहां पिछले दस-पंद्रह वर्षों बाद बर्फ गिरी है। इन गांवों के लोग खुशियां मना रहे हैं
लाहौल में राजमा की फसल को लगी बीमारी, किसानों को हुआ नुकसान
छह माह तक बर्फ से ढके रहने वाले लाहौल-स्पीति जिले के लोगों के लिए राजमा खास महत्व रखता है
कोविड-19: हिमाचल में 12 दिन बाद आया नया मामला, नोएडा से आया था युवक
दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों की जांच और निगरानी में लापरवाही को लेकर स्थानीय लोग में नाराजगी है
हिमालयी राज्यों का मसूरी संकल्प, ग्रीन बोनस पर सहमति
पर्वतीय राज्यों ने हिमालय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और देश की समृद्धि में योगदान का संकल्प लिया
जग बीती: विकास या विनाश!
किन्नौर में प्रस्तावित पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ लोस उपचुनाव में नोटा का बटन दबाएंगे युवा
30 अक्टूबर 2021 को मंडी लोकसभा क्षेत्र का उपचुनाव होना है
हिमाचल प्रदेश में एक और भूस्खलन, चालू मानसून सीजन में 22 घटनाएं
हिमाचल प्रदेश में 16 साल बाद समान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है
हिमाचल के धर्मशाला में बादल फटा, नदी-नालों में बाढ़ से भारी नुकसान
पिछले 15 दिनों के सूखे के बाद भारी बारीश, धर्मशाला में 24 घंटे में 184 एमएम बारिश
किन्नौर भूस्खलन की ग्राउंड रिपोर्ट : तीन सप्ताह बाद भी खतरा बरकरार, दहशत में ग्रामीण
28 लोगों की मौत का कारण बने निगुलसरी भूस्खलन क्षेत्र में लोगों को चेतावनी देने के लिए पुलिस के छह जवान तैनात किए गए
कितने और जोशीमठ?
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में भी एक जल विद्युत परियोजना की वजह से कई गांव भूधंसाव का सामना कर रहे हैं
केवल बांधों का विरोध नहीं, अपना अस्तित्व बचाने की लड़ाई भी लड़ रहे हैं हिमाचल के युवा
हिमाचल प्रदेश में एक के बाद एक भूस्खलन की घटनाओं के बाद वहां के युवाओं ने एक आंदाेलन शुरू किया है, क्या है इस ...
देश के 15 जिलों की जमीनी पड़ताल-3: कोरोना की दूसरी लहर ने हिमाचल को किया ठप
हिमाचल प्रदेश का लाहौल स्पीति जिला देश के उन जिलों में शामिल था, जहां कोविड-19 की दूसरी लहर के दोरान पॉजिटिविटी रेट बहुत ज्यादा ...
हिमाचल प्रदेश के जंगलों में भी लगी आग, अप्रैल में 100 से ज्यादा मामले दर्ज
हिमाचल प्रदेश में मार्च माह में 294 जगह जंगलों में आग लगी थी, जबकि अप्रैल के पहले पांच दिन 100 से अधिक जगह आग ...
हिमाचल का यह गांव, जहां इंसान या चीजों को छूने पर लिया जाता है जुर्माना
12 हजार फुट की ऊंचाई पर बसे हिमाचल का गांव मलाणा विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है, लेकिन कोरोनावायरस संक्रमण को देखते हुए ...
जंगलों में आग लगनी शुरू, लेकिन लॉकडाउन की वजह से कर्मचारी नहीं हुए तैनात
लॉकडाउन की वजह से जहां कर्मचारियों की तैनाती शुरू नहीं हो पाई है, वहीं स्थानीय लोगों का सहयोग भी मिलता नहीं दिख रहा है