दुनिया भर में हैं 18 करोड़ बेरोजगार, आर्थिक सुस्ती से बिगड़े हालात
आईएलओ की ताजा रिपोर्ट बताती है कि दुनिया में 47 करोड़ लोग ऐसे हैं, जिनके पास या तो काम नहीं है या मनमुताबिक काम ...
महिलाओं को नहीं मिल रहा है व्यवसाय में प्रतिनिधित्व: आईएलओ
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने व्यवसाय एवं प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका विषय पर अपनी दूसरी वैश्विक रिपोर्ट जारी की है।
कामगारों को तकनीक से न बांधा जाए : आईएलओ
ग्लोबल कमीशन ऑन द फ्यूचर ऑफ वर्क नए नियमों और डिजिटल कार्यस्थल पर अधिकारों की मांग करता है
रोजगार मिलने पर भी बदहाल
दिहाड़ी मजदूरों और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले गरीबी में जिंदगी गुजार रहे हैं। इनमें उन लोगों का अच्छा खासा प्रतिशत है जिनके ...
नहीं मिल रहा मौका: काम ढूंढ़ पाने में असमर्थ 15 फीसदी महिलाएं, कमाई में भी पुरुषों से पीछे
आय अर्जित करने के मामले में भी महिलाओं की स्थिति कहीं ज्यादा खराब है। आंकड़ों के मुताबिक आज भी पुरुषों की तुलना में महिलाओं ...
खाली समय में भी 10 फीसदी श्रमिक करते हैं काम : आईएलओ रिपोर्ट
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) और यूरोफाउंड ने 41 देशों में मजदूरों की दशा पर व्यापक सर्वेक्षण किया है। यह रिपोर्ट जेनेवा में जारी की ...
वैक्सीन के वितरण में असमानता, गरीब देशों में बढ़ा रोजगार का संकट: आईएलओ
आईएलओ ने कहा है कि कोविड-19 के पहले साल के मुकाबले दूसरे साल यानी 2021 में कामकाजी घंटों का नुकसान बढ़ा है
ऑटोमेशन कौशल खत्म करेगा, इंसानी हस्तक्षेप जरूरी : आईएलओ
ग्लोबल कमीशन ऑन द फ्यूचर ऑफ वर्क का कहना है कि ऑटोमेशन और अन्य तकनीक कम दक्ष लोगों को काम से बेदखल कर देंगी
कोविड-19 के झटके से दोगुनी होगी गरीबी
हर व्यक्ति को छह महीने तक 750 रुपए प्रतिमाह देकर उसे महामारी के आर्थिक झटके से उबारने में मदद मिलेगी
2019 की तुलना में 1.3 करोड़ महिलाओं के पास अभी भी नहीं है रोजगार
2021 में कामकाजी उम्र की केवल 43.2 फीसदी महिलाओं को ही रोजगार मिलने की सम्भावना है, वहीं पुरुषों में यह आंकड़ा 68.6 फीसदी रहने ...
यूक्रेन संकट: युद्ध की भेंट चढ़ गया 48 लाख लोगों का रोजगार
यूक्रेन और रूस के बीच होते टकराव के चलते अब तक 48 लाख लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है, अनुमान है ...
कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस, 28 अप्रैल : यहां जानें क्या है खास महत्व
व्यावसायिक दुर्घटनाओं या काम से संबंधित बीमारियों के कारण हर दिन 6,300 लोग मारे जाते हैं और प्रति वर्ष 23 लाख से अधिक मौतें ...
भारत में औसत से 50% तक कम कमाते हैं घर से काम करने वाले कामगार: आईएलओ
आईएलओ के अनुसार लॉकडाउन से पहले करीब करीब 26 करोड़ लोग घर से काम करते थे, लॉकडाउन के बाद इनकी आबादी में बड़ी तेजी ...
कोविड-19 दुनिया के आधे युवाओं को बेचैनी और अवसाद में डाल सकता है : आईएलओ
युवा कोरोनावायरस महामारी के कारण अनिश्चितताओं से घिरे हैं, 38 प्रतिशत भविष्य में नौकरियों के प्रति आशंकित हैं
18 राज्यों के 37 हीट एक्शन प्लान ठीक नहीं, भारत के सबसे गरीब झेलते रहेंगे लू की मार : रिपोर्ट
सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च के द्वारा विश्लेषित किए गए 37 योजनाओं में पाया गया कि, उनमें से लगभग सभी सबसे गरीब लोगों के गर्मी ...
2022 में 20.7 करोड़ होंगें बेरोजगार, स्थिति में सुधार के लिए करना होगा अभी और इंतजार
2019 में यह बेरोजगारों का यह आंकड़ा 18.6 करोड़ था। इसका मतलब है कि तब से लेकर 2022 के बीच इसमें 11 फीसदी यानी ...
कामकाज के दौरान आंखों की देखभाल जरूरी, रोजगार के चलते 1.3 करोड़ लोगों को हैं नजर में दिक्कत
जिन श्रमिकों को दृष्टि सम्बन्धी विकार होते हैं, उन्हें दूसरे कामगारों की तुलना में रोजगार मिलने की सम्भावना 30 फीसदी तक कम होती है
अक्षय ऊर्जा: एक साल में 7 लाख नए रोजगार हुए पैदा, 1.3 करोड़ लोगों की जीविका का है साधन
वैश्विक स्तर पर पिछले 12 महीनों में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में रोजगार के 7 लाख नए अवसर पैदा हुए हैं। इस तरह इस क्षेत्र ...
भारत में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र की नौकरियों में लगभग 13 फीसदी की कमी आई
2020 में करीब 7.26 लाख लोग अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में कार्यरत थे, वहीं 2019 में यह आंकड़ा 832,700 था
मूल निवासियों के भविष्य को खतरे में डाल रही हैं औद्योगिक परियोजनाएं: रिपोर्ट
रिपोर्ट में मूल निवासियों पर अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के कन्वेंशन सी169 और मूल निवासियों के अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र की घोषणा की अनदेखी का ...
विश्व सामाजिक न्याय दिवस : क्यों मनाया जाता है यह दिन, क्या है महत्व, यहां जानें
यह सुनिश्चित करना विशेषाधिकार प्राप्त लोगों की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि हम एक ऐसी न्यायपूर्ण दुनिया बना सकें जहां सामाजिक न्याय एक आदर्श हो
महामारी से पहले की तुलना में अभी भी कम हैं 11.2 करोड़ रोजगार, थम सी गई है बहाली की रफ्तार
आईएलओ ने इसके लिए महामारी के साथ-साथ खाद्य पदार्थों, ईंधन की बढ़ती कीमतें और वित्तीय उतार-चढ़ाव को जिम्मेवार माना है, जिसने जॉब मार्किट को ...
आधुनिक दासता के शिकार हैं 5 करोड़ लोग, पांच वर्षों में 25 फीसदी बढ़ा आंकड़ा
आंकड़े दर्शाते हैं कि इनमें से 2.8 करोड़ लोगों से जबरन काम करवाया गया था। वहीं 2.2 करोड़ लोगों को जबरदस्ती विवाह करने के ...
लाखों बच्चों को मजदूर बना देगा कोरोनावायरस
अनुमान है कि कोरोनावायरस से आया आर्थिक संकट बाल मजदूरों की संख्या में इजाफे का कारण बनेगा| इससे पहले 2000 से लेकर अब तक ...
बाल मजदूरी करने को मजबूर है दुनिया का हर दसवां बच्चा
आईएलओ के मुताबिक, लगभग 7.9 करोड़ बच्चे ऐसे जोखिम भरे काम कर रहे हैं, जो उनकी सेहत के लिए खतरनाक है