दोहरी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं भारतीय स्टार कछुए, अध्ययन में खुलासा
कछुओं के अवैध व्यापार से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है, अवैज्ञानिक तरीके से स्थानांतरण के कारण अलग-अलग आबादी के बीच अनुवांशिक मिश्रण हो रहा ...
आवास की गुणवत्ता और जैव विविधता दोनों मधुमक्खी के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं : अध्ययन
अधिक फूलों वाले इलाके मधुमक्खियों के लिए बेहतर पराग और फूलों का रस प्रदान कर सकते हैं, जो उन्हें संक्रमण से लड़ने में मदद ...
अपने हिस्से से कहीं ज्यादा संसाधनों का दोहन कर रहे हैं अमेरिका, चीन और यूरोप, सीमा में है भारत
पिछले 50 वर्षों में हमने तय सीमा से करीब 1.1 लाख करोड़ टन संसाधनों का ज्यादा दोहन किया है, जिसके करीब 27 फीसदी हिस्से के ...
खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है क्षेत्र आधारित कठोर जैव विविधता संरक्षण
क्षेत्र आधारित कठोर जैव विविधता संरक्षण लागू करने से दक्षिण एशिया और उप-सहारा अफ्रीका में सिर्फ कुपोषण से संबंधित बीमारियों से 200,000 अतिरिक्त मौतें ...
कॉप-26: नेट जीरो उत्सर्जन लक्ष्य तक पहुंचने के लिए वैज्ञानिकों ने दिए सुझाव
नेट जीरो हासिल करने के समाधानों में कार्बन उत्सर्जन से बनने वाली बिजली पर रोक तथा अक्षय ऊर्जा का उपयोग करना। भूमि उपयोग में ...
इंसानों और जंगली जानवरों के बीच संघर्ष बढ़ा रहा है जलवायु परिवर्तन
भारत में जलवायु परिवर्तन के चलते नीली भेड़ों की पसंदीदा वनस्पति का उगना कम हुआ, भेड़ें अपना पेट भरने हेतु लोगों की फसलों को ...
पेरिस समझौते के 5 साल: भारत के 75 फीसदी से ज्यादा जिलों पर मंडरा रहा है जलवायु परिवर्तन का खतरा
देश का करीब 12 फीसदी हिस्सा बाढ़ और 68 फीसदी हिस्सा सूखे की जद में है। इसी तरह देश की करीब 80 फीसदी तटरेखा ...
मध्यप्रदेश का 40 फीसदी जंगल निजी कंपनियों को देने का फैसला
मध्यप्रदेश सरकार ने बिगड़े वन क्षेत्र को दोबारा से घने जंगल में तब्दील करने के लिए निजी कंपनियों से हाथ मिलाने का निर्णय लिया ...
भूमि का सही उपयोग व आहार में बदलाव से थम सकता है जलवायु परिवर्तन
अध्ययन इस बात की पुष्टि करता है कि पशुधन प्रोटीन से हटकर पौधे से आधारित प्रोटीन की ओर बढ़ना हमारी जलवायु के लिए फायदेमंद ...
सीईपीआई स्कोर में दखल देने की कोई वजह नहीं, एनजीटी ने किया स्पष्ट
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
कोयला खनन के लिए अधिग्रहित भूमि पर होंगे विकास कार्य, सरकार ने नई नीति को दी मंजूरी
इस नीति की मदद से अब गैर-खनन योग्य भूमि पर कोयला और ऊर्जा सम्बंधित इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जा सकेगा।
कवकों की 20 लाख से ज्यादा प्रजातियों से अनजान दुनिया, महज 155,000 को किया जा सका है दर्ज
दुनिया में फंगी यानी कवकों को 25 लाख से ज्यादा प्रजातियां हैं, जिनमें 90 फीसदी से भी ज्यादा से दुनिया अनजान है
प्रयागराज और कौशाम्बी में अवैध रेत खनन की जांच के साथ कार्रवाई करे जिलाधिकारी: एनजीटी
जीर्णोंद्धार की बाट जोह रही आदि गंगा के मामले में कोर्ट में हुई सुनवाई
बाढ़ क्षेत्रों में बढ़ रही इंसानी बसावट, 30 वर्षों में 122 फीसदी बढ़ी बस्तियां
पिछले 30 वर्षों में ऐसे क्षेत्रों में इंसानी बसावट 122 फीसदी बढ़ी है, जहां बाढ़ का जोखिम बेहद ज्यादा है
कृषि उपज से संबंधित चीजों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से बढ़ रहा है तीन-चौथाई उत्सर्जन
अध्ययन के मुताबिक दुनिया की लगभग 22 फीसदी फसल और चारागाह 1 अरब हेक्टेयर का उपयोग विदेशी उपभोक्ताओं के लिए उत्पादों की खेती के ...
जलवायु परिवर्तन और मानव गतिविधियों के चलते कार्बन सिंक से कार्बन उत्सर्जक बनते जा रहे हैं जंगल
विश्व धरोहर स्थलों में 257 वन क्षेत्रों को शुमार किया गया है जो 6.9 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में फैले हुए हैं। यह हर साल ...
जंगलों को महज कार्बन सिंक में बदलना जोखिम भरा, रिपोर्ट ने किया आगाह: आईयूएफआरओ
जंगलों की भूमिका को महज कार्बन जमा करने या कार्बन सिंक तक सीमित कर दिया गया है, जिससे पारिस्थितिकी और सामाजिक कल्याण से संबंधित ...
जानिए क्यों एनजीटी ने महाराष्ट्र पर लगाया 12,000 करोड़ का जुर्माना
साल 2023 में जीवाश्म सीओ2 उत्सर्जन के 40 अरब मीट्रिक टन से अधिक होने के आसार: रिपोर्ट
दुनिया भर में 2023 में कोयले से 1.1 फीसदी, तेल से 1.5 फीसदी और गैस से 0.5 फीसदी उत्सर्जन में वृद्धि होने का अनुमान ...
पुण्यतिथि पर विशेष: पर्यावरण आंदोलन की अम्मा -मायलम्मा
मायलम्मा ने जो लड़ाई कोका कोला संयंत्र के खिलाफ शुरू की थी, वह आज भी उनके गांव प्लाचीमाड़ा में जारी है
कृषि से होने वाले ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को मापने के लिए वैज्ञानिकों ने तैयार किया नया फ्रेमवर्क
उत्सर्जन को मापने के लिए जानकारी आधारित मशीन लर्निंग का उपयोग किया, जो आंकड़े, जानकारी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीकों को समझने की शक्ति को ...
कैसे जीवन रक्षक दवाओं की कीमते तय करती है केंद्र सरकार, नए हलफनामा में दी जाएगी जानकारी
जीवन रक्षक दवाओं की कीमतों के बारे में सुप्रीम कोर्ट में अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ने क्या कुछ कहा
चिंताजनक: दुनिया भर में अहम जैव विविधता वाली 80 फीसदी जगहों पर मानव विकास जारी
जैव विविधता वाले अहम क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे से संबंधित कई चीजें जुडी हुई है, जिनमें सबसे आम सड़कें 75 फीसदी, बिजली की लाइनें ...
दिल्ली में अंधाधुंध शहरीकरण की वजह से घट गए जलस्रोत
अध्ययन में पाया गया कि दिल्ली में कंक्रीट के जंगल बढ़ रहे हैं, जिससे पानी की रिचार्ज क्षमता कम होती जा रही है