दुनिया भर के कुल विस्थापन में भारत की हिस्सेदारी 20 फीसदी
डाउन टू अर्थ स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2020 इन फिगर्स में भारत सहित दुनिया भर में हुए विस्थापन का विवरण दिया गया है
ग्रामीण विकास का अर्धसत्य
गावों से उम्मीदों की गठरी बांधे जिन लाखों वंचितों ने शहरों को अपना अस्थायी आशियाना बनाया, एक महामारी की आशंका ने उसकी वास्तविकता को ...
पथ का साथी: दुख-दर्द और अपमान के साथ गांव लौट रहे हैं प्रवासी
डाउन टू अर्थ हिंदी के रिपोर्टर विवेक मिश्रा 16 मई 2020 से प्रवासी मजदूरों के साथ ही पैदल चल रहे हैं। इसे एक श्रृंखला ...
प्रवासियों ने क्यों छोड़ा शहर
राज्य सरकारें प्रवासियों को सुविधा देकर उनकी यात्रा को सुरक्षित, व्यवस्थित और नियमित बना देतीं तो संक्रमण फैलने की आशंका कम हो जाती
जैव विविधता के संरक्षण योजनाओं को प्रभावित कर रहा है जलवायु परिवर्तन
अध्ययन में पाया गया कि 51 फीसदी देशों ने उन जगहों में नए संरक्षित क्षेत्रों का निर्माण किया है जहां जलवायु में बदलाव धीमी ...
कोरोना काल में लौटे प्रवासियों को रोक पाएगा उत्तराखंड?
कोरोना काल में उत्तराखंड में 3.30 लाख से अधिक प्रवासी लौटे हैं, लेकिन इनमें से कितने प्रवासियों को राज्य सरकार रोक पाएगी?
क्या नीति आयोग की 'नीति' से रुक पाएगा उत्तराखंड का पलायन?
नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद्र ने पिछले दिनों उत्तराखंड सरकार से पलायन रोकने को कहा है, इसके लिए कुछ सलाहें भी दी हैं
95 फीसदी प्रवासी अपने गांव-घर लौटना चाहते हैं: सर्वे
विभिन्न प्रदेशों में फंसे हुए 31,423 प्रवासियों से बातचीत के बाद एकता परिषद ने एक सर्वेक्षण रिपोर्ट तैयार की है
16 महीने में 17 देशों की यात्रा करने वाले मंगोलियाई कुकू पक्षी ओनन को बेहद रास आया भारत
मंगोलियाई कुकू ओनन पक्षी शायद अब जीवित नहीं है लेकिन उसने प्रवास के लिए मंगोलिया से अफ्रीका का जो रास्ता चुना वह संरक्षणकर्ताओं के ...
कौन सुनेगा महिला श्रमिकों का दर्द?
बिहार के पुरुष तो पलायन कर जाते हैं और गांवों में रह गई महिलाएं 60 से 70 रुपए रोजाना की दर से मजदूरी करने ...
कोविड-19 के कारण लौटे 45 फीसदी प्रवासी उत्तराखंड में रुक सकते हैं: रावत
कोविड-19 और लॉकडाउन की वजह से उत्तराखंड लौटे प्रवासियों को राज्य में कैसे रोकेगी सरकार, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया-
बांग्लादेश में 13 लाख लोगों के जीवन को कैसे प्रभावित करेगा समुद्र का बढ़ता जल स्तर
बांग्लादेश की 16.3 करोड़ की आबादी में से करीब 41 फीसदी लोग समुद्र तल से 10 मीटर या उससे कम ऊंचाई पर रहते हैं| वहीं 28 फीसदी आबादी तटों पर रहती है
पलायन की पीड़ा-7: एजेंडे में बदलाव की जरूरत
कोरोनावायरस और देशव्यापी लॉकडाउन के बाद प्रवासी मजदूरों के पलायन पर बहस छिड़ी हुई है। पलायन के कारण तलाशती एक लेख-
स्टोरी इम्पैक्ट- लद्दाख में फंसे मजदूरों को एयरलिफ्ट कर रही झारखंड सरकार
लद्दाख में फंसे मजदूरों की दास्तान डाउन टू अर्थ ने प्रकाशित की थी
भोजन-पानी के बिना कितने दिन तक संयमित रहते मजदूर?
एकता परिषद द्वारा 20 राज्यों में किए गए सर्वेक्षण में पता चला कि मजदूरों के पास 4 से 5 दिन का ही भोजन था ...
प्रवासी मजदूर: रोजगार एवं उत्पादन का भविष्य
यह एक अवसर है, जब हम अपनी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित कर सकते हैं और उसे ऊंचा उठा सकते हैं, लेकिन यह इतना आसान ...
दिल्ली: द्वारका में फंसे 250 मजदूरों को नहीं मिले 5000 रुपए, राशन भी खत्म
ये मजदूर दिल्ली सरकार द्वारा बनवाए जा रहे इंदिरा गांधी मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण कर रहे थे
कोरोना आपदा: 21वें साल में क्या उत्तराखंड लिखने जा रहा है नई इबारत
पलायन आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 71 फीसदी प्रवासियों ने उत्तराखंड में अपनी आजीविका के साधन ढूंढ़ लिए हैं
वैश्विक विकास की धुरी को गति देने के लिए ‘बुजुर्ग देशों’ की जरूरतों और प्रवासियों के कौशल का मिलान जरूरी: वर्ल्ड बैंक
वैश्विक स्तर पर आबादी में बुजुर्गों की हिस्सेदारी बढ़ रही है, जिससे श्रमिकों और प्रतिभाओं के लिए वैश्विक खींचतान तेज हो रही है
वैश्विक स्तर पर पलायन में होने वाली 10 फीसदी वृद्धि के लिए जिम्मेवार जल संकट
भारत सहित दुनिया के 17 देश पहले ही भारी जल संकट का सामना करने को मजबूर हैं। इन देशों में दुनिया की करीब 25 ...
पलायन की पीड़ा -6: प्राकृतिक आपदाओं ने 6 माह में 70 लाख लोगों को बेघर किया
ओडिशा के दो जिलों से होने वाले पलायन से प्राकृतिक आपदा और मानव तस्करी के क्या संकेत मिलते हैं
खेती पर जलवायु परिवर्तन का असर: 2030 तक 5 करोड़ लोग हो जाएंगे गरीब
आईएफएडी ने कहा है कि आपदाओं के चलते विस्थापन में इजाफे से लोगों के बीच झगड़े बढ़ रहे हैं, जिस वजह से लोग गरीब ...
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: प्रवासी मजदूरों की पीड़ा दूर करे सरकार: सुप्रीम कोर्ट
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
कोविड-19 की तीसरी लहर: मजदूरों के लिए इधर कुआं, उधर खाई
शहरी श्रम बाजारों में काम की तंगी, गांवों में भी रोजगार का संकट
पलायन की पीड़ा-3: क्यों इन राज्यों से होता है सबसे ज्यादा पलायन
देश के 75 जिले हैं, जहां से सबसे अधिक पलायन होता है, लेकिन क्यों...