वायु प्रदूषण का सबसे अधिक प्रभाव झेलते हैं गरीब: डब्ल्यूएचओ
अध्ययन के मुताबिक निम्न और मध्यम आय वाले देशों में 80 प्रतिशत लोग खतरनाक पीएम 2.5 स्तर के संपर्क में आते हैं।
भारत के 48 फीसदी शहरों में डब्लूएचओ द्वारा तय मानकों से 10 गुना ज्यादा था वायु प्रदूषण का स्तर
2021 के दौरान दिल्ली में पीएम2.5 का वार्षिक औसत स्तर 96.4 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया था, जो डब्लूएचओ द्वारा निर्धारित मानकों ...
बचपन में लेड के हानिकारक स्तर के सम्पर्क में थे 50 फीसदी अमेरिकी, क्या भारत जैसे देशों में भी है इसका खतरा
वैश्विक स्तर पर 2019 में होने वाली 9 लाख मौतों के लिए सीसा जिम्मेवार था। साथ ही इसकी वजह से 2.17 करोड़ वर्षों के ...
ओजोन प्रदूषण को बढ़ा रहा है जंगल की आग से निकलने वाला धुआं: अध्ययन
जंगल की आग के धुएं से हवा की गुणवत्ता किस तरह प्रभावित होती है इस पर बेहतर समझ बनाने के लिए वैज्ञानिकों ने महीनों तक ...
कोविड-19 महामारी के दौरान प्रमुख बंदरगाहों में प्रदूषण का स्तर 123 फीसदी तक बढ़ा
कोविड-19 महामारी से पहले की तुलना में कंटेनर जहाजों में 94 फीसदी और ड्राई बल्क कैरियर में 142 फीसदी उत्सर्जन में वृद्धि दर्ज की ...
वायु प्रदूषण के कारण बढ़ रहा है बच्चों की मौत का आंकड़ा: रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक हर साल लगभग 2,37,000 से अधिक बच्चों की मौत परिवेशी वायु प्रदूषण की वजह से सांस के संक्रमण के कारण होती ...
लॉकडाउन के चलते भारत में प्रदूषण और तापमान में दर्ज की गई गिरावट
मार्च से मई 2020 के दौरान देश के प्रमुख शहरों में दिन का तापमान करीब एक डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान पिछले पांच ...
खाना पकाने के स्वच्छ ईंधन और साधनों से वंचित है दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी
यदि जलवायु और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर को देखें तो हर साल इसके चलते अर्थव्यवस्था पर 1,77,20,112 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ ...
आवासीय क्षेत्र में संचालित न हो प्रदूषण फैलाने वाला पीतल उद्योग
देश के विभिन्न अदालतों में विचाराधीन पर्यावरण से संबंधित मामलों में क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें –
बिहार में सोन नदी के किनारे हो रहा है अवैध खनन: सीपीसीबी
कोरोनावायरस: लॉकडाउन में ओजोन प्रदूषण में हुआ भारी इजाफा
कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए घोषित लॉकडाउन के दौरान 22 शहरों में ओजोन के स्तर का विश्लेषण के बाद सीएसई ने एक ...
लॉकडाउन के चलते साफ हुई उत्तर भारत में हवा, 20 सालों में पहली बार एयरोसोल में इतनी कमी
उत्तर भारत में एयरोसोल का स्तर पिछले 20 सालों के सबसे न्यूनतम स्तर पर आ गया है। जिसके पीछे लॉकडाउन एक बड़ी वजह है
अमेरिका-कनाडा में कार से होती हैं 92 फीसदी यात्राएं, दुनिया में 50 फीसदी से ज्यादा
61 देशों के 794 शहरों में किए गए अध्ययन में पाया गया कि जहां सार्वजनिक परिवहन सेवाएं कम हैं, वहां निजी गाड़ियों का इस्तेमाल ...
सावधान! थोड़े समय के लिए भी पीएम 2.5 का साथ, हर साल निगल रहा है 10 लाख जिंदगियां
पीएम 2.5 के थोड़े समय में संपर्क में रहने से वैश्विक स्तर पर होने वाली कुल मौतों में से करीब 65.2 फीसदी यानी 663,889 ...
आवरण कथा, जहरीली हवा का दंश, भाग-चार: प्रजनन से लेकर गर्भ में पल रहे बच्चे की दुश्मन बनी हवा
वायु प्रदूषण के प्रभाव की शुरुआत पुरुषों और महिलाओं की गर्भधारण करने की क्षमता से ही हो जाती है
क्या दिवाली के प्रदूषण को कम कर सकते हैं हरे पटाखे?
पटाखे जलाने के दौरान जहरीले रसायन छोड़ते हैं इससे निश्चित रूप से लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल हो जाता है
क्या दिल्ली-राजस्थान में धूल भरी आंधियों के लिए अरावली में होता अवैध खनन और अतिक्रमण है जिम्मेवार
अनुमान है कि जिस तरह से इस क्षेत्र में विनाश हो रहा है उसके चलते 2059 तक वन भूमि के करीब 16,360.8 वर्ग किलोमीटर ...
सुरक्षित हवा में सांस ले रही है दुनिया की केवल 0.001 फीसदी आबादी
आंकड़ों के मुताबिक 2000 से 2019 के बीच पीएम 2.5 का वार्षिक औसत स्तर 32.8 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया था
भारत में एनीमिया को बढ़ा रहा है पीएम 2.5 प्रदूषण: अध्ययन
अध्ययन के अनुसार भारत में वायु प्रदूषण के नियंत्रण से महिलाओं में एनीमिया 53 प्रतिशत से गिरकर 39.5 प्रतिशत हो सकता है
एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए झारखंड सरकार देगी सब्सिडी
नीति आयोग के अनुसार 2025 तक 20 प्रतिशत एथेनॉल सम्मिश्रण से देश को प्रति वर्ष 30,000 करोड़ विदेशी मुद्रा की बचत और कार्बन उत्सर्जन ...
एक दिल्लीवासी से उसके जीवन के औसतन 10 और उत्तरप्रदेश में 8 साल छीन रहा है वायु प्रदूषण
आज देश की शत प्रतिशत दूषित हवा में सांस लेने को मजबूर है। यह प्रदूषण उन्हें हर पल मौत की और ले जा रहा ...
भारत में वायु प्रदूषण की वजह से बढ़ रही है शिशु मृत्यु दर, कन्या शिशु पर ज्यादा असर
गर्भावस्था के दौरान प्रदूषण के सूक्ष्म कणों के संपर्क में आने से नवजात बच्चों का वजन सामान्य से कम हो सकता है, जो जन्म ...
क्या अगले 34 वर्षों में हर रसोई में होगा स्वच्छ ईंधन, दुनिया की एक तिहाई आबादी अभी भी है जिससे दूर
आंकड़ों के अनुसार वैश्विक स्तर पर भोजन तैयार करने के लिए स्वच्छ ईंधन और तकनीक का उपयोग हर साल एक फीसदी की दर से ...
19 वर्षों में बेंगलुरु, पुणे और सूरत में पीएम 2.5 के कारण हुई 200 फीसदी अधिक मौतें
2019 के दौरान जहां दिल्ली में पीएम2.5 के कारण 29,900 लोगों की जान गई थी। वहीं कोलकाता में यह आंकड़ा 21,380 और मुंबई में ...
उत्तर भारत ही नहीं, मध्य भारत में भी जहरीली हो चुकी है हवा: सीएसई
सीएसई द्वारा जारी हालिया रिपोर्ट से पता चला है कि मध्य भारत में सिंगरौली और ग्वालियर की हवा सबसे ज्यादा दूषित हो चुकी है