जोशीमठ भूधंसाव: अपने टूटे हुए घरों को लौटे लोग, 16 माह बाद भी नहीं बनी पुनर्वास नीति
लगभग 16 माह बाद भी सरकार जोशीमठ के लिए न तो पुनर्वास नीति बना पाई है और ना ही जोशीमठ के स्थिरीकरण की योजना ...
धंसता जोशीमठ: बचाव की बजाय चार धाम यात्रा की तैयारियों में जुटी सरकार
भारत सरकार के आठ तकनीकी संस्थानों की रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है
जोशीमठ की तरह हिमाचल के लिंडूर गांव में भारी भू-धंसाव, मौसम में आ रहा बदलाव बड़ा कारण
गांव में भू-धंसाव से 16 घरों में दरारें आई हैं। आईआईटी मंडी के विशेषज्ञों ने जांच शुरू कर दी है।
आवरण कथा, खतरे में हिल स्टेशन: जोशीमठ की राह पर नैनीताल, पाबंदी के बावजूद हो रहे निर्माण
1884 में भूस्खलन के बाद ही अंग्रेजों ने निर्माणों पर पाबंदी लगा दी थी, लेकिन निर्माण अब तक जारी हैं
जोशीमठ में भूूधंसाव क्यों, भाग पांच: पानी के बहाव को रोकने से बिगड़े हालात
एनआईएच ने पहाड़ों पर बसे शहरों के पानी के बहाव के लिए चैनल बनाने की सलाह दी है
जोशीमठ में भूधंसाव क्यों, भाग तीन: जीएसआई ने कहा- भूधंसाव कोई नई समस्या नहीं
जीएसआई ने कहा कि नई दरारें उन क्षेत्रों में नहीं हैं, जहां भारी बस्तियां मौजूद नहीं हैं
क्यों हुआ जोशीमठ भूधंसाव, भाग एक: कहीं छोटे-छोटे भूंकप तो नहीं थे वजह?
वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी की रिपोर्ट में कई अहम बिंदुओं को उठाया गया है
जग बीती: सूचना का अनधिकार
जग बीती : जोशीमठ के बाद...
आवरण कथा, खतरे में हिल स्टेशन: क्या जोशीमठ के 'सबक' आ सकते हैं काम?
पहले जोशीमठ, फिर शिमला, कुल्लू, नैनीताल में ढहते भवनों ने इस साल हिमालयी राज्यों में बसे हिल स्टेशनों की कैरिंग कैपेसिटी (वहनीय क्षमता) पर ...
जोशीमठ भूधंसाव: क्यों पदयात्रा पर निकले हैं ये दस युवा?
इस यात्रा में शामिल दस में से सात सदस्यों के परिवार पिछले दो महीने से होटल में शरणार्थी का जीवन व्यतीत कर रहे है
जोशीमठ का सबक: टिकाऊ पर्यटन की चुनौती
अब तक विकसित किए गए पर्यटक स्थल नगरपालिका की सीमा के साथ ही साथ संवहन क्षमता सीमा या लोगों और बुनियादी ढांचे के अधिकतम ...
कितने और जोशीमठ?
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में भी एक जल विद्युत परियोजना की वजह से कई गांव भूधंसाव का सामना कर रहे हैं
जोशीमठ भूधंसाव क्यों, भाग चार: आईआईटी, रूड़की की रिपोर्ट, बेहद असुरक्षित है आधा जोशीमठ
आईआईटी, रूड़की ने जोशीमठ में 12 जगहों पर अलग-अलग तरह से परीक्षण करने के बाद अपनी रिपोर्ट तैयार की है
क्यों हुआ जोशीमठ भूधंसाव, भाग दो: पीडीएनए रिपोर्ट में एनटीपीसी के हाइड्रो प्रोजेक्ट का जिक्र तक नहीं
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से 139 पेज की पोस्ट डिजास्टर नीड असेसमेंट रिपोर्ट तैयार की गई है
जोशीमठ भूधंसाव के मामले में केंद्र सरकार ने दिया गोलमोल जवाब
जोशीमठ के मामले में राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ...
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटा, भारी बारिश के बाद जोशीमठ पर मंडराया संकट
तीन दिन से चल रही भारी बारिश के कारण उत्तराखंड में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी बारिश का खतरा बना हुआ ...
जोशीमठ भूधंसाव के बाद केंद्र को पर्यावरण की चिंता, सीमावर्ती क्षेत्रों में बन रहे राजमार्गों को छूट नहीं
जुलाई 2022 में सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्रों में बन रहे राजमार्गों को पर्यावरण संबंधी अनापत्ति (ईसी) से छूट प्रदान कर दी थी
बैठे ठाले: उत्तराखंड का उत्तरकांड
“जल्द ही यह पूरा इलाका अपनी झुकी हुई तिरछी बिल्डिंग्स के लिए पूरी दुनिया में एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन गया”
लुटता हिमालय: जोशीमठ में जो कुछ हो रहा है उसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझने में हमने चूक की
हिमालयी क्षेत्र में बहुमंजिला इमारतों के निर्माण में हमारे नए इंजीनियरिंग तरीके प्रतिकूल साबित हो सकते हैं। इलाके की वहन क्षमता को ध्यान में ...
लुटता हिमालय: जोशीमठ ही नहीं, पूरे हिमालय को छलनी कर रही हैं 'विकास' की दरारें
जोशीमठ का संकट अविवेकी और अनियंत्रित विकास की बानगी भर है। इस संकट ने हिमालयी राज्यों में विकास को नए सिरे से परिभाषित करने ...
प्राकृतिक नहीं, एक सुनियोजित आपदा है जोशीमठ
हिमालय की गोद में बसे जोशीमठ के धंसने की शुरुआत बताती है कि हमने भौगोलिक दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों की पारिस्थितिक विशेषताओं को ध्यान ...
पिछले चार साल से धंस रहा है जोशीमठ, उपग्रह की छवियों से चला पता
अध्ययन के मुताबिक 2018 से 2022 के बीच उत्तराखंड शहर की उपग्रह की छवियों से पता चला है कि इसका पूर्वी हिस्सा हर साल ...
जोशीमठ धंसाव के बाद राष्ट्रीय आपदा कानून पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?
क्या मौजूदा आपदा प्रबंधन कानून और उसके 18 बरस पुराने प्रावधान, वर्तमान और भावी आपदाओं के मद्देनजर पर्याप्त हैं?
काफी पहले से मंडरा रहा जोशीमठ संकट, ऋषिकेश मार्ग पर प्रति किमी सड़क पर एक से अधिक भूस्खलन
ऋषिकेश से जोशीमठ के बीच 247 किमी लंबी सड़क में भूस्खलन की 309 घटनाएं होने के कारण सड़क पूरी तरह या आंशिक रूप से ...