Managing Editor, Down To Earth. He has been associated with the fortnightly since 1997 and has written extensively on rural affairs and development matters
जलवायु संकट-2: भारत सहित सभी एशियाई देशों में 2021 में दिखा सबसे अधिक असर
आईपीसीसी रिपोर्ट कहती है कि जलवायु परिवर्तन को एक हद तक …
जलवायु संकट-1: मनुष्य ने खुद लिखी अपने विनाश की पटकथा
आईपीसीसी के ताजा वैज्ञानिक अनुमान साफ बताते हैं कि धरती…
स्थानीय बाजारों में फसलें बेच रहे हैं अधिकतर किसान: एनएसओ रिपोर्ट
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के सर्वेक्षण के मुताबिक, …
क्या 50 लाख साल बाद, जल संकट से होने वाले पलायन से फिर जूझ रही है दुनिया?
लाखों साल पहले पूर्वी अफ्रीका में पड़े सूखे ने हमारे पू…
क्या इस साल भी विकास को थामे रखेगी कृषि ?
कृषि को छोड़कर अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्र अभी भी 2019-20 के…
मानसून 2021: क्या पूर्वोत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत में भीषण सूखे का समय आ गया है?
अगस्त के अंत तक 10 केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों में म…
Agriculture sustains growth, but what about the whole year?
All sectors of Indian economy, except farm, remain below 2019-20 levels
दुनिया भर में एक नए रोग ने बढ़ाई मुसीबत, भारत नया शिकार
ऐसे समय में जब दुनिया कोविड-19 वायरस से जूझ रही है, तभी एक अ…
जलवायु में आए कई बदलाव अब अपरिवर्तनीय: संयुक्त राष्ट्र महासचिव
जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल की रिपोर्ट जारी करन…
जलवायु संकट: 628 महीनों में एक भी ठंडा महीना नहीं रहा
यदि किसी का जन्म फरवरी 1986 में हुआ है, तो उसने वास्तव में कभ…
दूर हुआ गरीबी से मुक्त दुनिया का लक्ष्य
बच्चों की गरीबी खत्म करना दरअसल भयंकर गरीबी से मुक्त दु…
Giving birth to a poverty-free world
Reduction of poverty among children is central to a world without extreme poverty
कोविड-19: व्यवस्था में चली परिवर्तन की बयार
एक तरफ इस महामारी ने जहां कहीं अधिक राजनैतिक हिंसा को हव…