क्या उम्मीदों की कसौटी पर खरे उतर पाएंगे बाइडन?
डोनाल्ड ट्रम्प की वजह से हुई क्षति को सुधारना जो बाइडन का पहला कदम हो सकता है, लेकिन अमेरिका को जिन जलवायु चुनौतियों का ...
पेरिस समझौते के 5 साल: अब बड़े कदम उठाने की जरूरत
मौजूदा कार्बन उत्सर्जन के स्तर को देखते हुए 1.5 डिग्री के लक्ष्य को पूरा करने में साल 2030 तक दुनियाभर का कार्बन बजट खत्म ...
आर्कटिक में बर्फबारी पर हावी हो सकती है बारिश: अध्ययन
आर्कटिक दुनिया मैं बाकी जगहों की तुलना में बहुत तेजी से गर्म हो रहा है, जो कि समुद्री बर्फ को पिघला रहा है और ...
अकेले कार्बन टैक्स से ही नहीं होगा जलवायु परिवर्तन का लक्ष्य हासिल: स्टडी
एक अध्ययन में कहा गया है कि सरकारों को कार्बन टैक्स लगाने की बजाय कार्बन कम करने वालों को प्रोत्साहित करना चाहिए
सरकार ने दी रीसाइकिल प्लास्टिक से बने बैग में खाने की पैकिंग की छूट
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट नियमों में संशोधन किया
सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध पर सरकारें बेसुध, चूक सकता है 2022 का लक्ष्य : रिपोर्ट
सर्वे में यह बात सामने आई कि महिलाओं (15 फीसदी) के मुकाबले पुरुष ज्यादा (19 फीसदी) प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल करते हैं।
अब तक का सबसे गर्म दशक साबित होगा 2011 से 2019 : डब्लयूएमओ
स्पेन की राजधानी मद्रिद में कॉप- 25 के दौरान उत्सर्जन कटौती न करने के लिए अमीर देशों पर प्रतिबद्धता न निभाने के आरोप लगाए ...
प्लास्टिक प्रतिबंध के प्रति क्यों घट रही है लोगों की दिलचस्पी?
जुलाई 2022 में जब भारत ने एकल उपयोग प्लास्टिक (सिंगल यूज प्लास्टिक अथवा एसयूपी) पर प्रतिबंध लगाया था, तब केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ...
जलवायु परिवर्तन: समझौतों की राह में रोड़े
कार्बन उत्सर्जन का मुद्दा सामूहिक है और साथ मिलकर ही कम किया जा सकता है। इसे जबरदस्ती लागू नहीं किया जा सकता
पर्यावरण बचाने के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से संतुष्ट हैं 77 फीसदी भारतीय
भारत में करीब 77 फीसदी लोग सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किये जा रहे कार्यों से संतुष्ट हैं। जबकि केवल 20 फीसदी ने ...
जलवायु और वायु गुणवत्ता नियमों को न किया गया मजबूत तो बढ़ सकता है ओजोन संबंधी मौतों का आंकड़ा
दुनिया भर में ओजोन प्रदूषण हर साल 365,000 जिंदगियां को लील रहा है। इसमें से 46 फीसदी मौतें केवल भारत में हो रहीं हैं
जलवायु संकट-5: क्या जलवायु परिवर्तन के टिपिंग प्वाइंट्स तक पहुंच चुके हैं हम?
धरती की जलवायु और इसके पारिस्थितिक तंत्र को समझने के लिए वैज्ञानिक “टिपिंग प्वाइंट” की पड़ताल कर रहे हैं। वे जानना चाहते हैं कि ...
कॉप-26: इस तरह लग सकती है तापमान बढ़ाने वाले जीवाश्म ईंधन पर रोक
अध्ययन में प्रस्तावित कार्बन टेकबैक नीति यह सुनिश्चित करने के लिए एक सुरक्षा जाल प्रदान करेगी कि हम कुल शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त कर ...
क्या 2500 तक हम अपनी ही पृथ्वी के लिए बन जाएंगे एलियन?
अनुमान है कि तापमान में हो रही बेतहाशा वृद्धि एक तरफ जहां अमेजन को बंजर बना देगी। वहीं भारत और अमेरिका के कुछ हिस्से ...
प्लास्टिक प्रदूषण से निजात के लिए ओटावा पर टिकी निगाहें, क्या बन पाएगी सभी मुद्दों पर सहमति
प्लास्टिक प्रदूषण को लेकर ऐतिहासिक संधि पर चर्चा के लिए दुनिया भर के नेता कनाडा की राजधानी ओटावा में एकजुट हो चुके हैं। इस ...
सामाजिक और पर्यावरण से जुड़े लक्ष्यों को पूरा करने में विफल रही बड़ी फैशन कंपनियां
इस इंडेक्स में सबसे ख़राब प्रदर्शन करने वाली अमेरिकी कंपनी अंडर आर्मर है, जिसे कुल 9 अंक मिले हैं जबकि उसके बाद स्विस फर्म ...
2019 में मारे गए रिकॉर्ड 212 पर्यावरण योद्धा, भारत में गई 6 की जान
2015 से 2019 के बीच हुए कुल हमलों में से हर तीसरा हमला मूल निवासियों और आदिवासियों पर ही किया गया है
कॉप-26 के लिए एजेंडा: शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य कैसे करें हासिल
ग्लासगो में दुनिया को 2030 तक विकसित देशों को कार्बन उत्सर्जन में शून्य तक पहुंचने की योजनाओं और लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए ...
क्या जलवायु परिवर्तन से निपटने में मददगार हो सकता है प्रोपेन
2050 तक करीब 250 करोड़ लोगों के पास एयर कंडीशनर होंगे, वहीं भारत में अगले 28 वर्षों में एयर कंडीशनरों की मांग में करीब ...
29 फीसदी की वृद्धि के साथ 0.8 टन पर पहुंचा भारत में प्रति व्यक्ति कोयले से होने वाला उत्सर्जन
जी-20 देशों में कोयला के कारण होते प्रति व्यक्ति उत्सर्जन के मामले में ऑस्ट्रेलिया सबसे ऊपर हैं। जो भारत से करीब छह गुणा ज्यादा ...
अल नीनो और ला नीना को कैसे प्रभावित कर रहा है जलवायु परिवर्तन, अध्ययन से चला पता
विश्लेषण से पता चलता है कि 1960 के बाद एल नीनो-दक्षिणी दोलन में बहुत बड़े बदलाव आए, शोध में यह भी माना गया है ...
कॉप 27: 2022 के दौरान भारत के उत्सर्जन में हो सकती है 6 फीसदी की वृद्धि, चीन में आएगी गिरावट
रिपोर्ट से पता चला है कि अगर मौजूदा उत्सर्जन जारी रहता है तो दुनिया 9 वर्षों में 1.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि को पार ...
इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ 2050 में 7,513 फीसदी तक बढ़ जाएगी लिथियम की मांग
इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या के साथ ही दुनिया में लिथियम, निकल, कोबाल्ट और मैंगनीज जैसी धातुओं की मांग भी कई गुणा बढ़ जाएगी, ...
जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अक्षय ऊर्जा तकनीकों पर करना होगा चौगुना निवेश: आईआरईएनए
यदि पेरिस समझौते के लक्ष्यों को हासिल करना है तो अक्षय ऊर्जा तकनीकों पर हर साल करीब 411.12 लाख करोड़ रुपए के निवेश की ...
1850 से वैश्विक तापमान में हुई 0.08 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के लिए जिम्मेवार है भारत, विश्व में है पांचवा स्थान
वैश्विक तापमान में हुई 17.3 फीसदी की वृद्धि के लिए अकेला अमेरिका जिम्मेवार है। वहीं चीन इस मामले में दूसरे स्थान पर है, जिसकी ...