म्यूल हिरण पर जलवायु परिवर्तन का खतरनाक प्रभाव: अध्ययन
म्यूल हिरण पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि सूखे के कारण इन हिरणों को चारा नहीं मिल पा रहा है
180 देशों के एनवायरनमेंट परफॉरमेंस इंडेक्स 2020 में भारत को मिला 168वां स्थान
येल और कोलंबिया यूनिवर्सिटी द्वारा जारी 180 देशों के एनवायरनमेंट परफॉरमेंस इंडेक्स 2020 में भारत को 168वां स्थान दिया गया है| जोकि स्पष्ट तौर ...
टिड्डियों का हमला और जलवायु परिवर्तन
सूचनाओं में मामले में बंटे इस संसार में खतरनाक यह है कि ऑस्ट्रेलिया में दावानल के बारे में तो हम जानते हैं, लेकिन हमारे ...
आरके पचौरी: एक पर्यावरण वैज्ञानिक ने क्यों कहा था कि भारत को कार्बन उत्सर्जन का अधिकार है
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की संस्था इंटरगर्वमेंटल पैनल ऑफ क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) के पूर्व प्रमुख का 79 वर्ष की उम्र में निधन हो ...
भारत से 2019 की नेशनल क्लाइमेट लीडर बनीं सुनीता नारायण
ग्लोबल स्पॉटलाइट रिपोर्ट#22 में लिखा गया है कि भारत और दुनिया भर में पर्यावरण और विकास नीतियों के निर्माण में सुनीता नारायण की सक्रिय भूमिका ...
जलवायु आपातकाल कॉप-25: भारत ही हासिल कर सकता है दो डिग्री सेल्सियस का लक्ष्य
अमेरिका, चीन व यूरोपीय संघ ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को कम करने के प्रभावी प्रयास करने में ‘घोर रूप से असक्षम’ हैं
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: प्रदूषण फैलाने वाले देश नहीं कर पाए कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल
जी20 में शामिल देश दुनिया के कार्बन उत्सर्जन में 78 फीसदी योगदान देते हैं, लेकिन केवल 6 देश ऐसे हैं, जो पेरिस जलवायु समझौते ...
पर्यटन रोजगार पर खतरा, जलवायु परिवर्तन से बदल रहे हैं हालात
जलवायु परिवर्तन के चलते वैश्विक स्तर पर पर्यटन और उससे जुडी अर्थव्यवस्था को दूरगामी और घातक परिणाम झेलने पड़ेंगे
भारत की 30 फीसदी जमीन का मरुस्थलीकरण
भारत सहित दुनियाभर में तेजी से मरुस्थलीकरण बढ़ रहा है। इस पर नियंत्रण के उपायों पर विचार करने के लिए आगामी दो सितंबर, 2019 ...
जलवायु परिवर्तन की वजह से कहीं सूखा है तो कहीं बाढ़
केरल संकट-एक : पिछले नौ माह के दौरान केरल ने कई आपदाओं का सामना किया है। डाउन टू अर्थ ने इसकी पड़ताल की है।
पहाड़ों में 15 साल बाद दिखी ऐसी बर्फबारी
उत्तराखंड के निचले क्षेत्रों में कई ऐसे गांव हैं, जहां पिछले दस-पंद्रह वर्षों बाद बर्फ गिरी है। इन गांवों के लोग खुशियां मना रहे हैं
सूखे साहेल में बाढ़ के मायने
अफ्रीका की साहेल पट्टी में अतिशय बारिश की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। जानकार मान रहे हैं कि यह क्षेत्र जलवायु परिवर्तन ...
बादलों के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं एरोसोल, जलवायु पर भी डालते हैं असर: शोध
बादलों को मापने वाले नए विश्लेषण से पता चलता है कि 25 से 30 नैनोमीटर जितने छोटे एरोसोल कण भी बादल निर्माण में अहम ...
खतरे में खाद्य उत्पादन, बढ़ते तापमान से भारत में 73 फीसदी तक घट सकती है किसानों की श्रम उत्पादकता
एक अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन में पाया गया कि बढ़ते तापमान से पहले ही भारतीय किसान अपनी क्षमता से 23 फीसदी कम काम कर पा रहे ...
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: राजनेताओं के सामने करने होंगे प्रदर्शन और जलवायु सम्मेलन
जलवायु बहुपक्षीयता कमजोर है, लेकिन सम्मेलन से जिम्मेदारी को तय करने में मदद मिलेगी
क्या अगले एक दशक में 'बर्फ मुक्त' हो जाएगा आर्कटिक, जल्द होने वाला है बड़ा बदलाव
वैज्ञानिकों का दावा है कि अगले एक दशक से भी कम वक्त में आर्कटिक क्षेत्र पहली बार 'बर्फ मुक्त' हो सकता है, इसका मतलब ...
जलवायु संकट: बढ़ते तापमान से बदल रहा तितलियों का रंग-रूप
एक नए अध्ययन से पता चला है कि बढ़ते तापमान से तितलियों के रंग-रूप पर असर पड़ रहा है, जो उन्हें पहले से कम ...
वैश्विक जलवायु में हो रहे बदलाव के चलते लगातार बढ़ रहे है तूफान
शोधकर्ताओं के मुताबिक तूफानों में धीरे-धीरे बदलाव आया, पहले यह कमजोर हुआ करते थे, बाद में जलवायु में बदलाव के चलते इनका भी स्वरूप ...
जलवायु परिवर्तन के चलते 0.9 मिलीमीटर प्रतिवर्ष की दर से लक्षद्वीप में बढ़ सकता है समुद्र का जलस्तर
हाल ही में किए एक शोध से पता चला है कि लक्षद्वीप के आसपास समुद्र का जलस्तर 0.4 से 0.9 मिलीमीटर प्रतिवर्ष की दर ...
बंजर होता भारत -8: गुजरात भी मरुस्थलीकरण की जद में, 50 फीसदी क्षेत्र में दिख रहा असर
दुनिया भर में जमीन का बंजरपन बढ़ रहा है। भारत में भी ज्यादातर राज्य इसकी चपेट में हैं। इसमें गुजरात भी शामिल हैं। डाउन ...
धरती को बंजर होने से रोकने के लिए खर्च हुए 46 हजार करोड़
यूएनसीसीडी के सदस्य देशों ने 2 साल में 6.4 बिलियन डॉलर तो खर्च कर दिए, लेकिन परिणाम उत्साहजनक नहीं मिले हैं
मरुस्थलीकरण को रोकने में विश्व का नेतृत्व कर सकता है भारत
बंजर हो चुकी भूमि किसी भी समुदाय के कारोबार पर पड़ने वाला बोझ है, लेकिन इस स्थिति को बदला भी जा सकता है
स्टॉकहोम सम्मेलन के पचास साल: आधी सदी बीतने के बाद भी कहां पहुंचे हम?
स्टॉकहोम-घोषणापत्र यह दर्शाता है कि धरती के पर्यावरणीय संकट को रोकने के लिए हमें कैसे आगे बढ़ना चाहिए, आज भी हम उसके के आदर्शों ...
क्या जलवायु में आते बदलावों का सामना कर सकते हैं शुतुरमुर्ग, जानिए क्या कहती है रिसर्च
रिसर्च से पता चला है कि तापमान में आते बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव के चलते मादा शुतुरमुर्ग 40 फीसदी तक कम अंडे दे सकती है
लाइकेन और पौधों की 771 प्रजातियां होने वाली हैं खत्म, वैज्ञानिकों ने बताई वजह
दुर्लभ पौधों के लिए जलवायु परिवर्तन के खतरे को स्वीकार करना एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन इनमें से कई प्रजातियों को फिर से हासिल ...