इंसानी गतिविधियों के चलते तेजी से कम हो रहे हैं कशेरुकी जीव
अध्ययन में पाया गया कि कशेरुकी जीवों पर जलवायु परिवर्तन, आक्रामक प्रजातियों, आवास का नुकसान, प्रदूषण जैसे मानवजनित खतरों के चलते इनके ढ़लने या ...
जलवायु परिवर्तन के चलते पक्षियों के शरीर में हो रहा हैं बदलाव
शोध के मुताबिक अधिकांश पक्षियों की प्रजातियों में हर दशक में उनके शरीर के औसतन वजन का लगभग 2 प्रतिशत का नुकसान हो रहा ...
कॉप-26: जलवायु प्रदर्शन रैंकिंग में भारत दसवें नंबर पर बरकरार
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत तय लक्ष्यों को हासिल करने के रास्ते पर है, लेकिन सही नीतियां जरूरी हैं
जलवायु परिवर्तन को लेकर पार्टियों का सम्मेलन या कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज (कॉप) क्या है?
जलवायु परिवर्तन को लेकर होने वाला सम्मेलन कॉप-26, अक्टूबर 31 से 12 नवंबर 2021 के बीच ग्लासगो, यूके में आयोजित होने वाला है
बर्फ की गहराई में जलवायु का भविष्य
रॉस आइस शेल्फ के नीचे समुद्री चट्टान के लिए आखिरी खोजी अभियान वर्ष 1970 में चलाया गया था जिसके नतीजे पहेली जैसे थे
सिर्फ पेड़ों के लिए ही जरूरी नहीं कवक,1312 करोड़ टन कार्बन को भी लेते हैं सोख
यह कवक पेड़-पौधों के अस्तित्व को बनाए रखने के साथ कार्बन को नियंत्रित करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं
वैज्ञानिकों ने माना, किसानों के पारंपरिक ज्ञान से रुक सकता है जलवायु परिवर्तन
वैज्ञानिकों का मानना है कि किसानों और स्थानीय समुदायों का पारंपरिक ज्ञान इससे निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं
आईपीसीसी की छठी आकलन रिपोर्ट के सबक: बाद में फायदेमंद होंगे आज महंगे लग रहे उत्सर्जन कम करने के तरीके
यह रिपोर्ट ऊर्जा, भवन, यातायात, भूमि और औद्योगिक क्षेत्रों में अपनाए जाने वाले उन उपायों की विस्तृत सूची पेश करती है, जिनसे उत्सर्जन में ...
क्या जलवायु परिवर्तन के लक्ष्यों को हासिल करने में मददगार हो सकता है बड़े जीवों का संरक्षण
पिछले एक लाख वर्षों में कुल स्तनपायी जंगली जीवों के कुल बायोमास में करीब छह गुना कमी आई है जो 4,000 करोड़ किलोग्राम से घटकर 700 करोड़ किलोग्राम ...
बिल्डिंग सेक्टर से जुड़ी 44 फीसदी कंपनियों ने अब तक तय नहीं किए उत्सर्जन कम करने के लक्ष्य
बिल्डिंग सेक्टर से जुड़ी 44 फीसदी कंपनियों ने अपने उत्सर्जन में कमी करने के लिए लक्ष्य निर्धारित नहीं किए हैं। वहीं इस क्षेत्र में ...
पेड़ों के साथ मशरूम की खेती: करोड़ों लोगों का पेट भरने के साथ जलवायु परिवर्तन को कर सकती है सीमित
जंगलों में खाने योग्य मशरूम की खेती हर वर्ष ने केवल 1.9 करोड़ लोगों का पेट भर सकती है, साथ ही इसकी मदद से ...
अगले 27 वर्षों में जलवायु आपदाओं का शिकार होंगे भारत के 95 फीसदी छोटे किसान: रिपोर्ट
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 27 वर्षों में भारत धान की पैदावार के लिए उपयुक्त करीब 450,000 वर्ग किलोमीटर भूमि खो सकता है
लॉकडाउन की वजह से सोलर पैनल तक पहुंची 8.3 फीसदी ज्यादा धूप: स्टडी
शोधकर्ताओं के अनुसार लॉकडाउन की वजह से हवा की गुणवत्ता में जो सुधारा आया, उसके चलते मार्च में सूर्य की 8.3 फीसदी ज्यादा धूप ...
हर साल 22 टन कार्बन डाइऑक्साइड पैदा कर रहा एक औसत व्यक्ति का डेटा
एक औसत व्यक्ति प्रति सेकंड 1.7 एमबी डेटा पैदा करता है। जो साल के हिसाब से करीब 22 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित कर रहा ...
दुनिया भर के कुछ इलाकों को रहने के लिए खतरनाक बना रहा है जलवायु परिवर्तन
2100 तक खतरनाक इलाकों से निकलने में 10 फीसदी तक की कमी आ सकती है, इसमें सबसे खराब परिदृश्यों के तहत 35 फीसदी तक ...
क्या ग्रीनलैंड के भालू बदलती जलवायु का मुकाबला बेहतर तरीके से कर रहे हैं?
ग्रीनलैंड के ये भालू अन्य आर्कटिक भालुओं की तुलना में पतले होते हैं, जिनमें मादाओं का वजन लगभग 185 किलोग्राम होता है, जबकि उत्तरी ...
इतिहास में पहली बार मीथेन में दर्ज की गई रिकॉर्ड बढ़ोतरी, सीओ2 में भी आया ऐतिहासिक उछाल
वातावरण में मौजूद मीथेन का स्तर 2021 में बढ़कर औसत 1,895.7 पार्टस प्रति बिलियन पर पहुंच गया था, जोकि औद्योगिक काल से पहले की ...
कोयले से स्वच्छ ऊर्जा की ओर शिफ्ट होने से भारत को हर साल होगा 1.6 लाख करोड़ का फायदा
भारत ने 2030 तक अपनी पवन और सौर ऊर्जा क्षमता में 420 गीगावॉट का इजाफा करने का लक्ष्य रखा है
पेड़ पौधों पर हर साल खर्च करने होंगे 2 बिलियन डॉलर: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि 2055 तक 0.6 गीगाटन कार्बन डाइऑक्साइड को रोकने के लिए प्रति वर्ष 2 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा।
कॉप-26: कोविड-19 के दौरान विकासशील देशों में जलवायु वित्त में गिरावट आई
महामारी से संबंधित व्यय और आय में कमी होने से देशों को जलवायु-संबंधित कई क्षेत्रों के लिए धन में कटौती करनी पड़ी
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए देशी ज्ञान की है अहम भूमिका
समुदाय आधारित पारिस्थितिक कैलेंडर बनाने से जलवायु परिवर्तन की स्थिति में स्थानीय स्तर पर इससे निपटने की क्षमता का विकास होगा
भारत में 2022 में आंधी-तूफान, वज्रपात ने ली 1200 जानें, बाढ़ से 34,528 करोड़ का नुकसान: डब्ल्यूएमओ
2022 के दौरान एशिया में 80 से ज्यादा आपदाएं आई, इनमें करीब 83 फीसदी बाढ़ और तूफान की घटनाएं थी। इन घटनाओं में पांच ...
क्या क्लाइमेट इक्विटी के नजरिए से उचित है लग्जरी चीजों पर ज्यादा कार्बन टैक्स
रिसर्च से पता चला है कि वस्तुओं और सेवाओं पर उद्देश्य के आधार पर लगाया अलग-अलग कार्बन टैक्स, वैश्विक उत्सर्जन को छह फीसदी तक ...
30 फीसदी उत्सर्जन सोखने की क्षमता वाले जंगल भी हुए जलवायु परिवर्तन का शिकार
अध्ययन में पाया गया कि जिस तेजी से जलवायु परिवर्तन का प्रभाव बढ़ रहा है, उस तेजी से जंगल कार्बन सोखने की अपनी क्षमता ...
15 सालों में शहरी यातायात के उत्सर्जन में 22 फीसदी की कटौती संभव है, कैसे यहां जानें
गणना मॉडल में राजनीतिक इच्छा शक्ति से लेकर हर शहर के लिए सबसे बड़े जलवायु संरक्षण प्रभाव वाली चीजों को शामिल किया गय, जिसके ...