कोविड-19: आसान नहीं है महामारी से उबरने की डगर, अमीर-गरीब के बीच की खाई है बड़ी समस्या
एक तरफ उच्च आय वाले देश हैं जहां की 67 फीसदी से ज्यादा आबादी का टीकाकरण पूरा हो चुका है। वहीं दूसरी तरफ पिछड़े ...
भारत में आधे से अधिक फसलों की किस्मों पर मंडराया विलुप्त होने का खतरा: अध्ययन
अध्ययन में पता चला है कि भारत के मध्य और पश्चिमी क्षेत्रों में उगाई जाने वाली किस्मों में एक महत्वपूर्ण विविधता पाई जाती है, ...
विश्व दुग्ध दिवस 2021: श्वेत क्रांति की बदौलत भारत बना दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश
1955 में, भारत का मक्खन आयात प्रति वर्ष 500 टन था और 1975 तक दूध और दूध से बने उत्पादों के सभी आयात बंद ...
खाद्य सुरक्षा के लिए बदलते मौसम के अनुसार फसलों की नई किस्में जरूरी : अध्ययन
तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस से नीचे तक सीमित रखने पर सदी के अंत तक दुनिया भर में होने वाली पैदावार में लगभग 20 ...
15 करोड़ बच्चों के सामान्य विकास के लिए नहीं मिली पर्याप्त कैलोरी: शोध
शोध के मुताबिक, साल 2022 में, दुनिया भर में हर पांच में से एक से अधिक, लगभग 15 करोड़ बच्चों के सामान्य रूप से ...
मौसमी आपदाओं की वजह से बंदरगाहों को अरबों डॉलर का नुकसान का अंदेशा
शोध के मुताबिक, जलवायु संबंधी चरम घटनाओं के कारण हर साल लगभग 81 बिलियन डॉलर का समुद्री व्यापार खतरे में है
भारत में कमजोर माने जाने वाली जनजातियों के बेहतर जीवन के लिए अहम है 'घर में बगीचा': शोध
शोध ने ओडिशा में आदिवासी समुदायों के लगभग 1,900 परिवारों को देखा और पाया कि घरेलू उद्यान ग्रामीण कृषक समुदायों में खाद्य सुरक्षा, आहार ...
कुपोषण खत्म करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार अब पीडीएस में देगी प्रोटिनयुक्त आटा
एक नवंबर से मध्य प्रदेश सरकार राज्य के 17 जिलों में पीडीएस के अंतर्गत पांच किलो प्रोटीन युक्त आटा का वितरण करेगी, पीडीएस अधिकारियों ...
गेहूं के बाद अब चावल संकट की ओर बढ़ रहा है भारत, कीमतों में वृद्धि ने बढ़ाई मुश्किलें
पिछले साल के मुकाबले इस साल धान के रकबे में 12 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है। अमेरिकी कृषि विभाग ने भी भारत में चावल ...
शोधकर्ताओं ने जीन में बदलाव कर धान की उपज को 40 फीसदी बढ़ाया
शोधकर्ताओं ने पाया कि उनके बदले हुए चावल के पौधे नाइट्रोजन को मिट्टी से अधिक कुशलता से खींचकर, फूल आने में तेजी लाकर अपनी ...
विश्व मैंग्रोव दिवस: 2030 तक मैंग्रोव कवर को 20 फीसदी तक बढ़ाने का है लक्ष्य
मैंग्रोव, ऐसा पेड़ है, जो खारे या अर्धखारे पानी में उगता है और मैंग्रोव वन, अन्य जंगलों की तुलना में वातावरण से पांच गुना ...
सहरिया आदिवासियों को जैसे मिटाने पर तुली है महंगाई
खाद्यान्नों की बढ़ी कीमतों ने हमेशा से कुपोषण का शिकार रहे सहरिया समुदाय को बिल्कुल हाशिये पर पहुंचा दिया है
गर्म होती जलवायु में परागणकर्ता कीटों को आश्रय देते हैं जंगल
शहरी क्षेत्रों में मधुमक्खियों पर अधिक औसत तापमान का असर दिखाई दिया, जिसके कारण इन इलाकों में उनकी आबादी में गिरावट देखी गई
दुनिया भर में तेजी से गायब हो रहे हैं जंगली खाद्य पौधे, स्थानीय लोगों ने दी चेतावनी
दुनिया भर में लगभग 7,000 जंगली पौधे और 2,000 जंगली मशरूम की प्रजातियों का उपयोग भोजन के रूप में किया जाता है।
ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट 2022: भारत के लिए ये हैं 5 सबसे बड़े खतरे, दूसरे देशों से हैं अलग
ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट में पर्यावरण से जुड़े संकटों जैसे जलवायु परिवर्तन, चरम मौसम और जैव विविधता को हो रहे नुकसान को दुनिया के लिए ...
2021 में 10 वर्षों के उच्चतम स्तर पर पहुंची खाद्य वस्तुओं की कीमतें
2021 में एफएओ फूड प्राइस इंडेक्स औसतन 125.7 पॉइंट दर्ज किया गया था, जोकि पिछले वर्ष की तुलना में करीब 28.1 फीसदी ज्यादा है
कॉप-26: कृषि को पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए नीतियों में बदलाव करेंगे 26 देश, भारत भी शामिल
इसी के साथ 45 देशों ने प्रकृति की रक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई और निवेश का वादा किया है। साथ ही उन्होंने कृषि को ...
दुनिया की 64 प्रतिशत कृषि भूमि पर मंडरा रहा है कीटनाशक प्रदूषण का खतरा
एक अध्ययन के मुताबिक, कीटनाशक प्रदूषण के कारण भारत सहित एशिया में लगभग 49 लाख वर्ग किलोमीटर कृषि भूमि खतरे में है
2021 में रिकॉर्ड की गई इतिहास की 7वीं और अफ्रीका की सबसे गर्म जनवरी
इस वर्ष जनवरी का औसत तापमान सदी के औसत तापमान से 0.8 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था| वहीं अफ्रीका में यह अब तक की सबसे गर्म ...
विश्व मधुमक्खी दिवस: परागण करने वाली प्रजातियों के विलुप्त होने की दर सामान्य से 100 से 1,000 गुना अधिक
दुनिया की लगभग 90 फीसदी जंगली फूलों वाली पौधों की प्रजातियां, पूरी तरह से या कम से कम आंशिक रूप से, जीवों के परागण ...
भारत में 67 लाख बच्चे ऐसे, जो 24 घंटे से अधिक समय तक रहते हैं पूरी तरह से भूखे
दुनिया के 92 देशों में जीरो फूड चिल्ड्रन का अध्ययन किया गया, जिनमें भारत में ऐसे बच्चों की संख्या आधे से अधिक पाई गई
दुनिया में पड़ने वाले सूखे से कृषि और खाद्य सुरक्षा पर 9 गुना तक बढ़ जाएगा खतरा
सदी के अंत तक दुनिया भर में हर साल लगभग 12 करोड़ लोगों पर गंभीर सूखे का असर पड़ सकता है।
नहीं मिला भोजन, भूख से आदिवासी चाय बागान मजदूर की मौत
स्वतंत्र मजदूर संगठनों की तरफ से गठित फैक्ट-फाइंडिंग टीम ने अपनी जांच में पाया कि उक्त आदिवासी चाय बागान मजदूर और उनकी पत्नी को ...
काबू में नहीं आ रही महंगाई तो चावल व्यापारियों की कसी नकेल
चुनावी वर्ष में खाद्य वस्तुओं की कीमतों को काबू करने और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने के लिए सरकार कई कदम उठा ...
महामारी के बावजूद 419.13 पीपीएम पर पहुंचा मई 2021 में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर
पिछले 40 लाख वर्षों में यह पहला मौका है, जब किसी महीने में कार्बन डाइऑक्साइड का औसत स्तर इतना ज्यादा दर्ज किया गया है