सांस के साथ अंदर जाने वाले प्लास्टिक कण शरीर में कहां पहुंचते हैं, किस तरह की हो सकती हैं समस्याएं?
प्लास्टिक के कणों से मनुष्य में फेफड़ों की बीमारी होने के अधिक आसार होते हैं, जिसमें क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, फाइब्रोसिस, सांस की तकलीफ ...