नए जीनोमिक उपाय से दवा प्रतिरोधी टाइफाइड की बीमारी से पार पाया जा सकता है

वैज्ञानिकों ने एक नया जीनोमिक अनुक्रमण के उपयोग से सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में टाइफाइड के जीवाणु साल्मोनेला टाइफी (एस टाइफी) के रोगाणुरोधी प्रतिरोध का पता लगाया है।

By Dayanidhi

On: Monday 17 May 2021
 
Photo : Wikimedia Commons

टाइफाइड बुखार एक अत्यधिक संक्रामक जीवाणु से फैलने वाली बीमारी है। यह दुनिया के उन हिस्सों में सबसे आम है जहां स्वच्छता का अभाव और साफ पानी तक पहुंच सीमित है। टाइफाइड के दुनिया भर में 2017 में 1 करोड़ से अधिक मामले सामने आए थे और इससे लगभग 1 लाख 10,000 से अधिक मौतें हुई थी, इनमें से ज्यादातर एशिया और उप-सहारा अफ्रीका के बच्चे और किशोर शामिल थे।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार सन 2000 में, दुनिया भर में टाइफाइड के 21.6 लाख से अधिक मामले सामने आए, जिसके कारण 2 लाख 16,000 लोगों की जान चली गई और इसमें सबसे अधिक पीड़ित और मृत्यु दर 90 फीसदी से अधिक एशिया में दर्ज की गई।

अब वैज्ञानिकों ने एक नया जीनोमिक अनुक्रमण के उपयोग से सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में साल्मोनेला टाइफी (एस टाइफी) के रोगाणुरोधी प्रतिरोध का पता लगाया है। साल्मोनेला टाइफी (एस टाइफी) नामक जीवाणु के कारण टाइफाइड का बुखार होता है। इस तरह से रोग की निगरानी में सुधार और इसके प्रसार को कम किया जा सकता है।

टाइफी पैथोजेनवॉच नामक मुफ्त में संचालित उपकरण को सेंटर फॉर जीनोमिक पैथोजन सर्विलांस द्वारा बिग डेटा इंस्टीट्यूट, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में वेलकम सेंगर इंस्टीट्यूट, लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, पब्लिक के शोधकर्ताओं के साथ मिलकर विकसित किया गया है। नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित एक शोध बताता है कि यह प्रणाली कैसे काम करती है और इसकी कार्यक्षमता का दायरा क्या है।

एस टाइफी एंटीबायोटिक दवाओं के लिए तेजी से प्रतिरोधी होता जा रहा है, खासकर जहां संसाधनों, स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है। एस. टाइफी के पूरे जीनोम अनुक्रमण के माध्यम से रोगाणुरोधी प्रतिरोध के प्रारंभिक चेतावनी संकेतों का पता लगाया जा सकता है।

अतीत में, इस प्रकार के जीनोम अनुक्रमण केवल उच्च आय वाले देशों में ही संभव थे और इसके लिए जीनोमिक्स और जैव सूचना विज्ञान के विशेषज्ञ के ज्ञान की आवश्यकता होती है। पैथोजेनवॉच एक वेब ब्राउज़र के माध्यम से जन स्वास्थ्य समुदाय के लोगों के लिए जीनोमिक डेटा को तेजी से सुलभ बनाता है, जहां इसका आसानी से विश्लेषण और इसे साझा किया जा सकता है।

इस संसाधन का उपयोग करते हुए पूरे जीनोम अनुक्रमण की नियमित निगरानी, टाइफाइड बुखार के उपचार और टीके कार्यक्रमों की शुरुआत और प्रभाव पर निर्णय लिए जा सकते हैं।  पैथोजनवॉच दुनिया भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए जीनोमिक डेटा तक पहुंच की सुविधा प्रदान करता है। इसमें अन्य संक्रामक रोगों को अनुक्रमित करने की क्षमता है, और इसे सार्स-सीओवी-2 वायरस के प्रकारों का पता लगाने तथा कोविड-19 प्रतिक्रिया में मदद करने के लिए भी तैनात किया गया है।

सेंटर फॉर जीनोमिक पैथोजन सर्विलांस में जीनोमिक एपिडेमियोलॉजिस्ट और प्रमुख शोधकर्ता डॉ. सिल्विया आर्गिमोन ने कहा जीनोमिक्स ने दवा प्रतिरोधी टाइफाइड के प्रसार की हमारी समझ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन जैव सूचना विज्ञान और जीनोमिक महामारी विज्ञान में क्षमता निर्माण की आवश्यकता है। टाइफी पैथोजेनवॉच इस अंतर को उन हालातों में पाट सकती है जहां एक अनुक्रमक (सीक्वेंसर) उपलब्ध है लेकिन क्षमता अभी भी सीमित है।

सेंटर फॉर जीनोमिक पैथोजन सर्विलांस के निदेशक प्रोफेसर डेविड एनेंसन ने कहा हमारा उद्देश्य सही विश्लेषण कर इसके उपयोग को आसान और तेज बनाना है। टाइफी पैथोजनवॉच, टाइफी जीनोमिक्स समुदाय में एक साझेदारी है जिसका उद्देश्य दुनिया भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य निर्णय लेने के लिए जीनोमिक आंकड़े और शोध तक हर एक की पहुंच को सुनिश्चित करना है। 

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