ऐसे तो झारखंड का आदिवासी भविष्य में अदालत ही नहीं जा पाएगा?
झारखंड सरकार ने कोर्ट फीस अधिनियम 2021 में संशोधन कर कोर्ट फीस में छह से लेकर 10 गुना तक की वृद्धि कर दी है
बेतहाशा बढ़ती खेती 90 प्रतिशत से अधिक जंगलों के काटे जाने के लिए जिम्मेवार है: अध्ययन
अध्ययन में खुलासा किया है कि उष्णकटिबंधीय इलाकों में 90 से 99 प्रतिशत जंगलों के काटे जाने के पीछे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ...
बहुत छोटे इलाकों में सबसे अधिक पाई जाती है पौधों की विविधता: अध्ययन
अध्ययन में, टीम ने पृथ्वी के सभी जलवायु क्षेत्रों से लगभग 170,000 वनस्पति भूखंडों के डेटासेट का विश्लेषण किया
सबसे बड़ी विलुप्ति के बाद, उत्पत्ति वाले पहले जीवों में झींगा और कीड़े शामिल थे: अध्ययन
पर्मियन काल में बड़े पैमाने पर सामूहिक विलुप्ति से पृथ्वी पर 90 प्रतिशत से अधिक प्रजातियां मर गई थी
विश्व उष्णकटिबंधीय दिवस विशेष: 2050 तक दुनिया की अधिकांश आबादी इन इलाकों में रहेगी
उष्णकटिबंधीय इलाकों का दुनिया के कुल सतह क्षेत्र का 40 फीसदी हिस्सा है और यह दुनिया की लगभग 80 फीसदी जैव विविधता की मेजबानी ...
हसदेव अरण्य की रक्षा में उमड़ा देशव्यापी समर्थन
हसदेव अरण्य को बचाने के लिए अब केवल आदिवासी ही नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि उन्हें देश के कई हिस्सों से समर्थन मिलने लगा ...
मध्य प्रदेश: कितनी सही है वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में बदलने की कवायद
मध्य प्रदेश सरकार ने सतपुड़ा पेंच एवं कान्हा राष्ट्रीय उद्यान से संबन्धित 19 और पन्ना टाइगर रिजर्व क्षेत्र के 7 वन ग्रामों को राजस्व ...
देश में 61 फीसदी घटी गधों की आबादी, क्या चीन में खाल की बढ़ती मांग है जिम्मेवार
जहां 2012 में की गई पशुधन गणना में इनकी कुल आबादी 3.2 लाख थी वो 2019 की गणना में घटकर 1.2 लाख रह गई ...
दक्षिण-पूर्व एशिया के जंगलों को बचाने में नाकाफी साबित हो रहे हैं संरक्षित क्षेत्र : अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में जिस दर से बिना संरक्षित क्षेत्रों में वनों का नुकसान हो रहा है लगभग वही ...
सवालों में हसदेव अरण्य में परसा कोल ब्लॉक को मिली दूसरे चरण की स्वीकृति
हसदेव अरण्य को बचाने के लिए आदिवासी 300 किमी का सफर पैदल चलकर रायपुर पहुंचे थे, जहां राज्य के मुख्यमंत्री ने फर्जी ग्राम सभा ...
जल, जमीन, जंगल बचाने की जद्दोजहद में गई 227 पर्यावरण प्रहरियों की जान
वर्ष 2020 में जल, जमीन, जंगल बचाने की जद्दोजहद में 227 पर्यावरण रक्षकों की जान गई थी, जिसमें 4 भारतीय भी शामिल थे
पारंपरिक अनानास की खेती कर जैव विविधता बचा रही है असम की हमार जनजाति
अध्ययन से पता चलता है कि असम की "हमार" जनजाति पारंपरिक तरीके से अनानास की खेती कर जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता को बचाने ...
फसल उत्पादन में बदलाव करने से बच सकती हैं 40 फीसदी प्रजातियां
शोधकर्ताओं ने उभयचरों, पक्षियों, स्तनधारियों - स्थलीय कशेरुक प्रजातियों के समूहों के लिए नया स्टार (स्पीशीज थ्रेट एबेटमेंट एंड रिस्टोरेशन) मीट्रिक लागू किया है।
उत्तराखंड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से तलब की बाघ और संबंधित प्रजातियों के संरक्षण की ताजा जानकारी
उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने राज्य को बाघों और सम्बंधित प्रजातियों के संरक्षण की स्थिति के बारे में ताजा जानकारी देने को कहा है
कीटनाशक व वायरसों की वजह से बढ़ रही हैं मधुमक्खियों की बीमारियां, वैज्ञानिकों ने चेताया
शोध टीम ने पाया कि मधुमक्खियां खेतों में एक बार में औसतन 23 तनावों से जूझ रही थीं, जो मिलकर उनमें 307 आंतरिक क्रियाएं ...
धधकता हिमालय: हिमाचल के जंगलों में सर्दी के मौसम में सात गुणा बढ़ी आग की घटनाएं, ये हैं कारण
पिछले एक सप्ताह में देश में वनाग्नि की बड़ी घटनाओं में शीर्ष पांच राज्यों में हिमाचल पहले स्थान पर है
पौधों और कवकों की शीर्ष दस प्रजातियों को दिया गया नया वैज्ञानिक नाम
रॉयल बोटेनिक गार्डन, केव के वैज्ञानिकों ने अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं के साथ मिलकर 2023 में विज्ञान के लिए नए शीर्ष 10 पौधों और कवकों की ...
देशी प्रजातियों पर विदेशी हमला, भाग-एक: वैश्विक पारिस्थितिकी को खतरा, विलुप्त हुई दो तिहाई प्रजातियां
विदेशी आक्रामक प्रजातियों ने दो-तिहाई प्रजातियों को विलुप्त कर दिया है और वैश्विक पारिस्थितिकी को खतरे में डाल दिया है
2050 तक 54 फीसदी बढ़ जाएगी लकड़ी की मांग, हर साल 420 करोड़ टन उत्सर्जन के लिए होगी जिम्मेवार
उत्सर्जन का यह स्तर विमानन से होने वाले वार्षिक उत्सर्जन से तीन गुणा ज्यादा है
महाराष्ट्र की मुठा नदी के किनारे से 200 से अधिक पौधों की प्रजातियां हुई गायब: अध्ययन
साल 1958 में किए गए इसी तरह के एक सर्वेक्षण में, विट्ठलवाड़ी से यरवदा के बीच 12 किमी नदी के हिस्से पर 400 से ...
सकल पर्यावरण उत्पाद का कैसा होगा निर्धारण, कैसे नपेगी जल-जंगल-जमीन?
सकल पर्यावरण उत्पाद (जीईपी) का मूल्यांकन करने के लिए पहली बार कोई सूचकांक तैयार किया गया है
खतरे में दुनिया के सबसे बड़े फूल 'रैफलेसिया' का अस्तित्व, बचाने के लिए जल्द कार्रवाई की दरकार
परजीवी पौधे ‘रैफलेसिया’ की कुल 42 प्रजातियां ज्ञात हैं, इसमें से 60 फीसदी प्रजातियों पर विलुप्त होने का गंभीर खतरा मंडरा रहा है
डाउन टू अर्थ खास: गंगा सहित 13 नदियों के किनारे वानिकी कार्यक्रम का क्या हुआ हश्र?
केंद्र सरकार ने गंगा के किनारे वानिकी का जो लक्ष्य निर्धारित किया था, मियाद पूरी होने तक वह केवल 22 प्रतिशत ही पूरा हो ...
विशेष पिछड़ी जनजातियां : अस्तित्व और अधिकारों के अनुत्तरित सवाल
विशेष पिछड़ी जनजातियों के पर्यावास क्षेत्र के अधिकारों पर भारत सरकार के जनजातीय मामलों के मंत्रालय सहित अधिकांश राज्य सरकारें तक मौन हैं
कुछ विशिष्ट वन समुदायों तक ही सीमित नहीं वन अधिकारी द्वारा वनवासियों के दावों को सुनने का अधिकार: सुप्रीम कोर्ट
अदालत का कहना है कि ऐसे दावों पर सुनवाई का अधिकार केवल कुछ समुदायों तक ही कैसे सीमित किया जा सकता है जब जमीन ...