92 लाख करोड़ रुपए है भारत में कृषि खाद्य प्रणालियों की छुपी लागत, दुनिया में है तीसरी सबसे अधिक: एफएओ
एफएओ ने अपनी नई रिपोर्ट में खाद्य उत्पादों की स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी वास्तविक लागतों का खुलासा किया गया है। वैश्विक स्तर पर खाद्य ...
कपास का शाप: कैसे गुलाबी सुंडी ने बीटी कपास के प्रति विकसित किया प्रतिरोध?
विशेषज्ञों का कहना है कि सीजन में बहुत जल्दी या देर से बुआई, लम्बी अवधि की फसलें, और कपास की अन्य किस्मों को बोने ...
फसल बचाने वाले कीटनाशक का उत्पादन करता है फर्न, रासायनिक कीटनाशकों से मिल सकता है छुटकारा
मक्का और सोयाबीन के छह प्रमुख लेपिडोप्टेरान (कैटरपिलर) कीटों के खिलाफ कृत्रिम आहार-आधारित प्रोटीन बहुत असरकारक पाए गए
रीढ़विहीन कृषि शिक्षा -3: रिसर्च संस्थानों में खाली पड़ी हैं सीटें
डाउन टू अर्थ ने देश की कृषि शिक्षा की अब तक की सबसे बड़ी पड़ताल की है। इसे चार भाग में पढ़ सकते हैं। ...
कैसा रहा राजस्थान का पहला कृषि बजट और क्यों नहीं हैं किसान संगठन खुश?
राजस्थान की जीडीपी में कृषि का योगदान 30 प्रतिशत है, लेकिन बजट आवंटन 5.92% ही किया गया है, इसलिए किसान संगठन खुश नहीं हैं
सीएसई की रिपोर्ट : प्राकृतिक खेती का मतलब समग्र लाभ, सरकार ने अपनी ही रिपोर्ट्स को अनदेखा किया
जैविक खेती के फायदों वाली अपनी रिपोर्ट को वर्षों तक सरकार ने अनदेखी की है। सीएसई ने तमाम शोधपत्रों के परिणामों में पाया कि ...
किसानों पर मंडराती आसमानी आफत
2019 में टिड्डियों ने करीब 200 से भी ज्यादा बार हमला किया है| आइये जानते हैं कि क्या जलवायु में आ रहे बदलाव से ...
बिहार में भी टिड्डी दल के हमले का खतरा, किसान चिंतित
बिहार के आधा दर्जन जिले उत्तर प्रदेश से सटे हुए हैं, ऐसे में आशंका है कि अगर टिड्डी दल पूरब की तरफ बढ़ता है, ...
2017 में प्रतिदिन 29 किसानों/कृषि श्रमिकों ने आत्महत्या की
एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 में कृषि क्षेत्र में 10,655 आत्महत्या हुई जो 2016 से कम है
परंपरागत खेती से नहीं होगा भला
देश में कृषि और कृषि शिक्षा की दशा की पड़ताल करती सीरीज में प्रस्तुत है गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति तेज प्रताप का ...
छुट्टा मवेशियों से तंग आकर मध्य प्रदेश में खेती छोड़ रहे हैं किसान
मध्य प्रदेश के आधा दर्जन से अधिक जिलों के ग्रामीण इलाकों में छुट्टा जानवरों से परेशान किसान तेजी से अपने खेतों में फसलें ही ...
जीएम सरसों को मंजूरी देने की सिफारिश, केंद्र करेगा फैसला
जीएम सरसों का विरोध कर रहे विशेषज्ञों का कहना है कि जैव सुरक्षा तंत्र की अनदेखी करके जीईएसी द्वारा सिफारिश की गई है
"अगर सरकार गंभीर हो तो सामूहिक खेती भारतीय कृषि को बदल सकती है"
डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स एंड एनवॉयरमेंट, यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर में प्रोफेसर बीना अग्रवाल का कहना है कि सामूहिक खेती छोटे किसानों की उत्पादन समस्याओं को हल ...
पराली का अर्थशास्त्र
बिजली उत्पादन में कोयले के विकल्प के रूप में पराली का उपयोग किया जा सकता है लेकिन किसान इसके लाभकारी मूल्य से वंचित हैं
क्या जादुई चावल के बारे में जानते हैं आप?
पांच दशक पहले धान की एक किस्म विकसित की गई, जिसने भारत सहित कई देशों की भुखमरी दूर कर दी
जरूरत से तीन गुना ज्यादा है देश में अनाज का उत्पादन
डाउन टू अर्थ ने कृषि व कृषि शिक्षा की दशा पर देशव्यापी पड़ताल की। प्रस्तुत है, इस सीरीज की दूसरी कड़ी में सेंटर फॉर ...
वैज्ञानिकों ने जानवरों की इन बीमारियों का कारण खोजा
भारतीय वैज्ञानिकों ने पशुओं में होने वाले खुरपका व मुंहपका रोग के विषाणु के फैलने के लिए जिम्मेदार आनुवांशिक और पारिस्थितिकी कारकों का पता ...
विटामिन-ए का भंडार है पूर्वोत्तर का खीरा
नारंगी-गूदे वाले खीरे की किस्में कैरोटीनॉयड सामग्री (प्रो-विटामिन-ए) के मामले में चार से पांच गुना अधिक समृद्ध होती हैं
मौसमी बदलाव से 25 से 40 फीसदी तक गिरा बिहार में शहद का उत्पादन
सरसों के मौसम में हर साल जिन शहद के बक्सों में 10 किलो तक शहद मिलता था, वह अब दो से छह किलो तक ...
क्यों जरूरी है खेतों तक बिजली पहुंचना?
पिछले कुछ सालों में बिजली की खपत का गलत अनुमान और अलक्षित सोच के चलते पावर सेक्टर की दशा खराब हुई है
अब मिनटों में होगी जहरीले मशरूम की पहचान
नए परीक्षण में एमनिटिन की पहचान लगभग 10 मिनट में एक चावल के दाने के आकार के एक मशरूम के नमूने से या किसी ...
उत्तराखंड के हर्षिल सेब को लगी बीमारी, 80 प्रतिशत सेब खराब
राज्य सरकार किसानों का दर्द समझने की बजाय आयोजित कर रही सेब महोत्सव राज्य की सबसे बड़ी सेब पट्टी हर्षिल में किसानों के बगीचे ...
आपका नहीं है टमाटर, कभी स्पेन से आया था भारत
जब यह टमाटर मैक्सिको की जमीन से उठकर योरोप लाया गया, तब वहां के लोग इसके अद्भुत रंग रूप और स्वाद से हतप्रभ रह ...
पूरे मध्य प्रदेश में फैला कृषि छात्रों का आंदोलन
निजी कालेजों के आने के बाद आने वाले दिनों में रोजगार का संकट बढ़ने से सरकारी कृषि विश्वविद्यालय के छात्र चिंतित हैं
खेती किसानी छोड़ रहा है ग्रामीण भारत, आजीविका के लिए कहां जाएं किसान
ग्रामीण भारत अब कृषि पर निर्भरता कम करता जा रहा है, लेकिन क्या गैर कृषि क्षेत्र में उसके लिए संभावनाएं हैं