पक्षियों के विलुप्त होने के खतरों को कम करता है जैव विविधता का बढ़ता स्तर:अध्ययन
अध्ययन में प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय के नमूनों का उपयोग करके शोधकर्ताओं द्वारा एकत्र किए गए एक नए डेटासेट का उपयोग किया गया है।
याद न रखी जाने वाली प्रजातियां एक बार नहीं दो बार विलुप्त होती हैं: शोध
कई देशों में पारंपरिक जड़ी-बूटियों की जगह आधुनिक चिकित्सा ने ले लिया है जिसने कई औषधीय पौधों से संबंधित सामान्य ज्ञान को कम कर ...
जलवायु परिवर्तन के चलते प्रजनन क्षमता खो रहे हैं जीव: अध्ययन
अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि जलवायु परिवर्तन के दौरान तापमान से होने वाली प्रजनन हानि जैव विविधता के लिए एक बड़ा खतरा ...
विलुप्ति के कगार पर पहुंची 100 से अधिक प्रजातियों को बचाया जा सकता है
एक नए अध्ययन में कहा गया है कि 102 प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर है, यदि समय रहते कार्रवाई की जाय तो इन ...
किस तरह हो शहरीकरण, जलवायु परिवर्तन और वन्यजीव संरक्षण के बीच संतुलन: शोध
शहरीकरण का प्रभाव शहरों में अलग-अलग होता है, गर्म और कम वनस्पति वाले शहरों में वन्यजीव विविधता में अधिक गंभीर गिरावट देखी जा रही ...
जीव आधारित परागणकों पर निर्भर हैं 90 फीसदी फूलों वाले पौधों की प्रजातियां
अध्ययन के मुताबिक, 64 से 68 फीसदी परिवार, 88 फीसदी जाति और फूलों के पौधों की 90 फीसदी प्रजातियां जीवों के परागण पर निर्भर ...
लाइकेन और पौधों की 771 प्रजातियां होने वाली हैं खत्म, वैज्ञानिकों ने बताई वजह
दुर्लभ पौधों के लिए जलवायु परिवर्तन के खतरे को स्वीकार करना एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन इनमें से कई प्रजातियों को फिर से हासिल ...
क्या जलवायु में आते बदलावों का सामना कर सकते हैं शुतुरमुर्ग, जानिए क्या कहती है रिसर्च
रिसर्च से पता चला है कि तापमान में आते बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव के चलते मादा शुतुरमुर्ग 40 फीसदी तक कम अंडे दे सकती है
सरीसृप विकास की अनसुलझी पहेली को सुलझाता है एशिया का वाइपर जैसा दिखने वाला सांप
मॉक वाइपर न केवल पेड़ पर रहने वाले वाइपर की तरह दिखते हैं बल्कि उनकी तरह व्यवहार भी करते हैं।
उज्ज्वल त्योहारों का स्याह पक्ष: प्रकाश प्रदूषण में इजाफा कर रहे क्रिसमस, रमजान, दीवाली जैसे उत्सव
डीडीए जैव विविधता पार्क: पृथ्वी पर पहली बार मिला उड़ने वाले अकशेरुकी जीवों का घर
वैज्ञानिक उन्हें पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य के विश्वसनीय जैव संकेतक मानते हैं। वे कीड़ों की आबादी, विशेषकर मच्छरों और कृषि कीटों जैसे कीटों को ...
डाउन टू अर्थ विश्लेषण: जैव विविधता को बचाने में कहीं पिछड़ न जाएं हम
कन्वेंशन ऑन बायोलॉजिकल डायवर्सिटी (सीबीडी) का उद्देश्य जैविक संसाधनों के साथ उनसे जुड़े पारंपरिक ज्ञान का संरक्षण करना है। यह सुनिश्चित करता है कि ...
विलुप्त मानी जा रही 32 मेंढक प्रजातियों का चला पता: शोध
शोधकर्ताओं की टीम ने पाया कि 32 हार्लेक्विन मेंढक की प्रजातियां, जिन्हें कभी विलुप्त माना जाता था, अभी भी जंगल में जीवित हैं।
खाद्य उत्पादन का बढ़ता दबाव, बड़े पैमाने पर धरती पर डाल रहा है प्रभाव
एक नए अध्ययन से पता चला है कि जिस तरह से खाद्य उत्पादन धरती पर प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव डाल रहा है उसके चलते ...
पराग्वे में खोजी गई सांप की नई खूबसूरत विषरहित प्रजाति
विज्ञान के लिए बिलकुल नई यह प्रजाति 'फलोट्रिस शॉनेला' जहरीली नहीं होती। जो अपने चटकीले रंगों और आकर्षक पैटर्न की वजह से काफी खूबसूरत ...
केवल संरक्षित क्षेत्र घोषित करने से ही नहीं बचेगी जैवविविधता, प्रजातियों पर भी देना होगा ध्यान
शोध के अनुसार संरक्षण के लिए केवल संरक्षित क्षेत्र घोषित करना ही काफी नहीं है। इसके लिए प्रजातियों और उनके आवास को ध्यान में ...
जलवायु में आते बदलावों से कैक्टस की 60 फीसदी प्रजातियों पर मंडराया खतरा
कैक्टस पौधों की एक ऐसी जीवट किस्म है, जो गर्म से गर्म वातावरण में पनप सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पौधों ...
मकड़ियों के अदभुत संसार में जुड़ा एक और सदस्य, 50,000 पर पहुंची ज्ञात प्रजातियों की संख्या
ब्राजील में मकड़ियों की एक नई प्रजाति ‘गुर्यूरियस मिनुआनो’ खोजी गई है, जोकि धरती पर ज्ञात मकड़ियों की 50,000वीं प्रजाति है। वैज्ञानिकों का मानना ...
दुनिया भर में जारी है जैव विविधता की छठी सबसे बड़ी विलुप्ति
लगभग 1500 ईसवी के बाद से पृथ्वी से 20 लाख ज्ञात प्रजातियों में से लगभग 7.5 से 13 फीसदी के बीच का नुकसान हो ...
पनामा के जंगलों में मिली मेंढक की नई प्रजाति, ग्रेटा थनबर्ग के सम्मान में रखा नाम
बड़ी काली आंखों वाली मेंढक की यह खूबसूरत प्रजाति पहले ही जलवायु परिवर्तन और जंगलों के तेजी से होते विनाश के चलते खतरे में ...
हर साल 47 करोड़ डॉलर से अधिक मूल्य का खाद उत्पादन करते हैं समुद्री पक्षी
शोधकर्ताओं का कहना है कि पक्षियों का मल जिसे पोप, या गुआनो के रूप में भी जाना जाता है। गुआनो उर्वरक के स्रोत के ...
मिजोरम में मिली उड़ने वाली छिपकली की नई प्रजाति 'गेको मिजोरमेंसिस', जानिए कैसे है दूसरों से अलग
आज गेको छिपकलियों की 1,200 से ज्यादा प्रजातियां हैं, जो छिपकलियों की सभी ज्ञात प्रजातियों का करीब पांचवां हिस्सा हैं
वैज्ञानिकों ने दक्षिणी पश्चिमी घाट में एक नई छिपकली की प्रजाति 'वान गॉग' की खोज
नेमास्पिस वांगोघी एक छोटे आकार की छिपकली है जिसकी लंबाई 3.4 सेमी तक हो सकती है, इसे इसके वंश की एक अन्य प्रजाति, सेनेमास्पिस ...
पक्षियों और लोगों को क्यों पसंद आते हैं हरेभरे शहरी इलाके?
अध्ययन के मुताबिक, समृद्ध शहरी जैव विविधता न केवल हमारे पर्यावरण के लिए बल्कि हमारे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए भी फायदेमंद है।
खदानों से बचे अवशेष और कचरे से खतरे में है संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्र
रिसर्च से पता चला है कि नौ फीसदी खनन अवशेष भंडारण सुविधाएं संरक्षित क्षेत्रों के भीतर, जबकि 20 फीसदी संरक्षित क्षेत्रों के पांच किलोमीटर ...