बड़े तटीय शहरों की सीमा के अंदर 2 वर्ग किलोमीटर भूमि 2030 तक पानी में समा जाएगी
कुछ शहरों की सीमा के अंदर यदि बढ़ते समुद्र को रोकने के लिए उपाय नहीं किए गए तो लगभग 2 वर्ग किलोमीटर भूमि 2030 ...
बढ़ते तापमान के कारण बदल रहा है कीटों का व्यवहार, खतरे में हैं परागण करने वाले महत्वपूर्ण कीट
कीटों की 100 से अधिक प्रजातियों का अध्ययन किया गया ताकि यह बेहतर ढंग से समझा जा सके कि तापमान में होने वाले बदलाव ...
पिछले 30 वर्षों में अंटार्कटिका ग्लेशियरों के पिघलने की वर्तमान दर दोगुनी हो गई है: अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक अंटार्कटिका के ग्लेशियर 5,500 वर्षों की तुलना में सबसे तेज गति से पिघल रहे हैं
भारत में आगे क्या लाएगा अल-नीनो?
भारत की महत्वपूर्ण मॉनसूनी वर्षा अल नीनो के कारण बाधित हो सकती है जो फसल उत्पादन के लिए एक प्रमुख चिंता का विषय है।
जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं आर्कटिक के कारिबू और मस्कॉक्सन
टुंड्रा सामुदायिक विविधता धरती के उन भागों में लगभग दोगुनी दर से गिर गई जहां शाकाहारी जानवरों को उन भागों की तुलना में बाहर ...
क्या 2070 तक गायब हो जाएंगे ओलंपिक नेशनल पार्क के ग्लेशियर?
1900 के बाद से, ओलंपिक प्रायद्वीप में आधे ग्लेशियरों के हिस्से का नुकसान हो चुका है और 1980 के बाद से, 35 ग्लेशियर और ...
अच्छी खबर: विरंजन के बाद तेजी से बहाल हो रही हैं हिंद महासागर की मूंगे की चट्टानें
अध्ययनकर्ता ने प्रवाल कार्बोनेट बजट को मापने के लिए गणना आधारित रीफ बजट विधि विकसित की है
2015 से 2021 थे इतिहास के 7 सबसे गर्म साल, पांचवे स्थान पर रहा 2021
2021 की बात करें तो वो इतिहास का पांचवा सबसे गर्म साल था। जब तापमान औसत से करीब 1.16 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया ...
92 फीसदी देशों में हर दूसरे साल चरम पर पहुंच सकती है गर्मी: अध्ययन
दुनिया भर के 165 देशों में किए गए अध्ययन में से 92 प्रतिशत देशों में हर दो साल में गर्म वार्षिक तापमान में अत्यधिक ...
इतिहास का चौथा सबसे गर्म अक्टूबर 2021 में किया गया दर्ज
इस वर्ष अक्टूबर का औसत तापमान बीसवीं सदी के औसत तापमान से 0.89 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है
कॉप-26: संयुक्त राष्ट्र ने कहा, कार्बन कटौती का दावा खोखला है
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि जब जीवाश्म ईंधन उद्योग अभी भी खरबों की सब्सिडी प्राप्त कर रहे हैं, अभी भी कोयला संयंत्रों का ...
कॉप-26: बर्फ और ध्रुवीय भालू को कैसे प्रभावित कर रहा है आर्कटिक का बढ़ता तापमान
विशेषज्ञों ने कहा यह एक मौका है अगर कॉप 26 वार्ताकार सफल होते हैं तो दुनिया एक बार फिर इस सदी के अंत में ...
कॉप-26: गर्म होती जलवायु से फल-फूल रहे हैं जहरीले शैवाल
गर्म जलवायु विषाक्त शैवाल के विकास के लिए अच्छी होती है और यह वहां रहने वाले अन्य जीवों के विकास को रोक सकती है ...
चेतावनी:जलवायु में बदलाव के चलते स्वास्थ्य से लेकर खाद्य सुरक्षा पर मंडरा सकता है संकट
अध्ययन के मुताबिक उष्णकटिबंधीय इलाकों में, गर्म दिन औसत दिनों की तुलना में काफी अधिक गर्म होंगे, जिसका असर अफ्रीका, एशिया और अमेरिका के ...
महासागरीय अम्लता के आंकड़ों से लगाया जा सकता है अल नीनो का पूर्वानुमान
शोध के मुताबिक जलवायु मॉडल एक आवश्यक बदलाव के रूप में समुद्र की अम्लता के बारे में भी पता लगाते हैं, जिसकी मदद से ...
ऐसे भी किया जा सकता है जलवायु परिवर्तन का सामना, हिमाचल के किसानों ने दिखाया रास्ता
कुल्लू के ग्रामीण किसानों ने न केवल जलवायु परिवर्तन से बचने के तरीकों को खोजा साथ ही इस बात का भी पता लगाया कि ...
गर्मी और बारिश की चरम सीमा में हुई अभूतपूर्व वृद्धि
शोध के मुताबिक पिछले दशक में वर्षा की औसतन 4 में से 1 चरम घटना के लिए जलवायु परिवर्तन जिम्मेदार है
आज भी खाना पकाने के लिए दूषित ईंधन का प्रयोग कर रही है दुनिया की 36 फीसदी आबादी
280 करोड़ लोग आज भी खाना पकाने के लिए लकड़ी, कोयला और चारकोल जैसे पारम्परिक ईंधनों का प्रयोग कर रहे हैं। वहीं अनुमान है ...
समुद्री हीट वेव से घटेगा मछली पकड़ने का 6 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सा, छिनेंगी लाखों नौकरियां: अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि समुद्री हीट वेव के चलते 77 फीसदी खतरे वाली प्रजातियों में बायोमास या मछली की मात्रा में कमी ...
आर्कटिक की समुद्री बर्फ के गायब होने से वालरस के अस्तित्व पर बढ़ा खतरा
आर्कटिक में समुद्री बर्फ की गिरावट के कारण लुप्तप्राय प्रजाति अधिनियम सूची के लिए वालरस का मूल्यांकन किया गया
ग्लोबल वार्मिंग के चलते दक्षिण पूर्व एशिया में लगातार बढ़ेगी लू की घटनाएं: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि तीव्र लू (हीटवेव) चलने की घटना जो 50 वर्षों में मुश्किल से केवल एक बार होती थी, ...
कपास उत्पादक देशों पर बढ़ रहा है जलवायु परिवर्तन का खतरा
जलवायु परिवर्तन के कारण 50 फीसदी कपास पर सूखे का खतरा कहीं ज्यादा बढ़ जाएगा। इसी तरह 20 फीसदी उत्पादक क्षेत्रों को बाढ़ के ...
पिछले 20 वर्षों में भारत सहित दुनिया के 150 करोड़ लोगों को सूखे ने किया है प्रभावित
1998 से 2017 के बीच 150 करोड़ से भी ज्यादा लोग सीधे तौर पर सूखे से प्रभावित हुए हैं, साथ ही इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को 9.2 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ ...
2030 तक सभी देशों को भूमि सुधार के अपने वादों को निभाना होगा: संयुक्त राष्ट्र
रिपोर्ट में कहा गया है कि हर साल, हम अपने वैश्विक आर्थिक उत्पादन के 10 प्रतिशत से अधिक मूल्य की पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को ...
अंटार्कटिका में ग्लेशियरों से टूट कर अलग हुआ दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड ‘ए-76’
अंटार्कटिका में ग्लेशियर से टूट कर दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड अलग हुआ है| जिसका कुल क्षेत्रफल 4,320 वर्ग किलोमीटर का है