विश्व प्रवासी पक्षी दिवस - 14 मई 2022: पक्षियों को खतरे में डाल रहा है प्रकाश प्रदूषण
दुनिया भर में हर साल कृत्रिम प्रकाश कम से कम 2 फीसदी बढ़ रहा है और यह कई पक्षी प्रजातियों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल ...
शहरों की बढ़ती चकाचौंध के चलते कुछ पक्षियों में हो रहा अनोखा बदलाव, पहले से छोटी हो रही आंखें
रिसर्च में सामने आया है कि बड़े शहरों की चमकदार रौशनी कुछ पक्षियों में शारीरिक बदलावों की वजह बन रही है। इस प्रकाश के ...
विकास के आखिरी पायदान पर खड़े हैं आदिवासी: रिपोर्ट
पहली जनजातीय विकास रिपोर्ट में कहा गया है कि कई कारणों के चलते विकास आदिवासियों तक पहुंच नहीं पाता है
निर्दोष सिद्ध होने तक दोषी हैं सभी विदेशी आक्रामक प्रजातियां
अंग्रेज 20वीं शताब्दी के आरंभिक दौर में विलायती कीकर को दिल्ली लाए और यह जंगल की आग की तरह फैल गया
संरक्षण मिलने के बाद और उपेक्षित हुआ राज्य पशु ऊंट
राजस्थान में ऊंटों को संरक्षण प्रदान करने के लिए पिछली सरकार के समय ऊंट को राज्य पशु का दर्जा दिया गया था
म्यूल हिरण पर जलवायु परिवर्तन का खतरनाक प्रभाव: अध्ययन
म्यूल हिरण पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि सूखे के कारण इन हिरणों को चारा नहीं मिल पा रहा है
लद्दाख में फंसे हैं 150 से ज्यादा पहाड़िया और संताली आदिवासी
झारखंड के विभिन्न इलाकों में रह रहे आदिवासी लगभग हर साल कारगिल, लद्दाख जैसे इलाकों में सड़क निर्माण के लिए जाते हैं
शेरों की आबादी का सही आकलन करने के लिए नई विधि, संरक्षण में मिल सकती है मदद
शोधकर्ताओं ने अपने निष्कर्ष में कहा कि पर्यटन के लिए शेरों को लालच देने से उनके प्राकृतिक आबादी के घनत्व पैटर्न को बहुत नुकसान ...
पाखरो टाइगर सफारी: पेड़ काटने पर एनजीटी सख्त, पर्यावरण मंत्रालय से मांगी रिपोर्ट
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
सोच समझकर देनी चाहिए गंगा नदी बेसिन में उद्योगों को मंजूरी: रिपोर्ट
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: पक्षी विहार में हो रहा था अवैध निर्माण, एनजीटी ने दिए जांच के आदेश
पर्यावरण से संबंधित मामलों में सुनवाई के दौरान क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
कैसे दुनियाभर में फैले कॉकरोच वैज्ञानिकों ने सुलझाई गुत्थी, भारत से भी जुड़े हैं तार
इंसानी वातावरण का फायदा उठाने की गजब की क्षमता ने कॉकरोच को दुनिया भर के शहरी क्षेत्रों में सफल बनाया है। यही वजह है ...
हमारे पुरखों की तरह ही पौधों के औषधीय गुणों से वाकिफ हैं जानवर, घावों पर मरहम लगाते पाया गया ओरांगुटान
'राकुस' नामक इस ओरांगुटान ने जिस पौधे का उपयोग अपने घावों पर किया था, वो अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसका ...
पेरू में मिले डॉल्फिन के 1.6 करोड़ साल पुराने जीवाश्म, गंगा में पाई जाने वाली डॉल्फिन की हैं करीबी रिश्तेदार
वैज्ञानिकों ने इस प्रजाति का नाम पानी में रहने वाले पेरू के पौराणिक जीव याकुरुना के नाम पर पेबानिस्ता याकुरुना रखा है
भारत के जंगलों में 60 प्रतिशत तक बढ़ सकता है आग लगने का खतरा: आईआईटी रिसर्च
आशंका है कि देश के शुष्क जंगलों में, आग लगने के गंभीर खतरे वाले दिनों की संख्या 60 फीसदी तक बढ़ जाएगी
जैव विविधता संरक्षण के लिए तमिलनाडु में विधेयक
राज्य सरकार ने हाल ही में दो गांवों को जैव विविधता विरासत क्षेत्र घोषित किया है
अजब-गजब: सबसे गर्म ल्यूट रेगिस्तान के ताजे पानी में खोजी गई क्रस्टेशिया की नई प्रजाति
नई पहचानी गई प्रजातियां जीनस फालोक्रिप्टस से संबंध रखती है
2070 तक मिट्टी के कटाव में 66 फीसदी तक की वृद्धि होगी
भूमि कटाव वह प्रक्रिया है जिसमें मिट्टी को हवा और पानी द्वारा दूर ले जाया जाता है
जंगलों के नजदीक रहने वाले लोगों का मानसिक स्वास्थ्य होता है बेहतर, आइए जानते हैं कैसे?
अध्ययन के मुताबिक जंगल के नजदीक रहने वाले किशोरों का दिमागी विकास की दर अधिक थी, यहां दो साल बाद होने वाले भावनात्मक और ...
नदियों में जैव विविधता के नुकसान से जैविक प्रक्रिया को हो सकता है खतरा:अध्ययन
नदियों में मृत जीवों और पौधों को खाकर सफाई करने वाले जीवों के विलुप्त होने की दर ऐतिहासिक रिकॉर्ड की तुलना में 1,000 से ...
पानी में रहने वाली 33 प्रजातियों पर मंडरा रहा है बहुत आक्रामक होने का खतरा
शोधकर्ताओं ने जोखिम आकलन उपकरण से पता लगाया कि किसी प्रजाति का स्कोर जितना अधिक होगा, उस प्रजाति के आक्रामक होने का खतरा उतना ...
भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजी ततैया की नई प्रजाति, पर्यावरण थिंक टैंक “अत्री” के नाम पर रखा गया नाम
परजीवी ततैया की इस नई प्रजाति का नाम ‘अत्री राजथे’ रखा गया है, जबकि साथ ही ब्रोकोनिड ततैया के एक पूरे वंश (जीनस) का ...
उष्णकटिबंधीय जंगलों में रहने वाले पक्षियों की आबादी में आई भारी गिरावट
शोध से पता चला कि पक्षियों की 40 प्रजातियों में 70 फीसदी की गिरावट देखी गई और 35 प्रजातियों ने अपनी आधी संख्या खो ...
आवरण कथा: क्या कागजों में उग रहे हैं जंगल?
1987 से 2015 तक के दौरान वन आवरण की कुल भूमि में 20-21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है लेकिन इसका कोई उल्लेख नहीं है ...
पक्षियों के विलुप्त होने के खतरों को कम करता है जैव विविधता का बढ़ता स्तर:अध्ययन
अध्ययन में प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय के नमूनों का उपयोग करके शोधकर्ताओं द्वारा एकत्र किए गए एक नए डेटासेट का उपयोग किया गया है।