मधुमक्खियों के नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा रहे हैं कीटनाशक
रिसर्च से पता चला है कि कीटनाशकों के संपर्क में आने से मधुमक्खियों के नर्वस सिस्टम पर असर पड़ता है, जिस वजह से उनका ...
चीन के नेशनल नेचर रिजर्व में खोजी गई विषैले पिट वाइपर की नई प्रजाति
शोधकर्ताओं की एक टीम ने जियुझाइगौ नेशनल नेचर रिजर्व की जांच की, उन्होंने झारू घाटी से ग्लेडियस के कुछ नमूने एकत्र किए, जो एशिया ...
संकटग्रस्त व्हेल शार्क के लिए बड़ा खतरा है शिपिंग, घटती आबादी के लिए भी है जिम्मेवार
पता चला है कि शिपिंग की बढ़ती गतिविधियों के चलते इन विशालकाय मछलियों के बड़े जहाजों से टकराने का खतरा भी बढ़ता जा रहा ...
ताजे पानी में पाई जाती है अनोखी जैव विविधता: अध्ययन
जानवरों की प्रजातियों में से 77 फीसदी भूमि में निवास करते हैं, 12 फीसदी समुद्री आवास और 11 फीसदी मीठे या ताजे पानी में ...
भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजी ततैया की नई प्रजाति, पर्यावरण थिंक टैंक “अत्री” के नाम पर रखा गया नाम
परजीवी ततैया की इस नई प्रजाति का नाम ‘अत्री राजथे’ रखा गया है, जबकि साथ ही ब्रोकोनिड ततैया के एक पूरे वंश (जीनस) का ...
उष्णकटिबंधीय जंगलों में रहने वाले पक्षियों की आबादी में आई भारी गिरावट
शोध से पता चला कि पक्षियों की 40 प्रजातियों में 70 फीसदी की गिरावट देखी गई और 35 प्रजातियों ने अपनी आधी संख्या खो ...
आवरण कथा: क्या कागजों में उग रहे हैं जंगल?
1987 से 2015 तक के दौरान वन आवरण की कुल भूमि में 20-21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है लेकिन इसका कोई उल्लेख नहीं है ...
पक्षियों के विलुप्त होने के खतरों को कम करता है जैव विविधता का बढ़ता स्तर:अध्ययन
अध्ययन में प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय के नमूनों का उपयोग करके शोधकर्ताओं द्वारा एकत्र किए गए एक नए डेटासेट का उपयोग किया गया है।
पृथ्वी के लिए बहुत बड़ा खतरा है अमेजन के जंगलों का नष्ट होना
अमेजन जंगल 21 लाख वर्गमील या 54.39 लाख वर्ग किलोमीटर के विस्तृत क्षेत्र में फैला हुआ दुनिया का एक समृद्धतम् जंगल है
याद न रखी जाने वाली प्रजातियां एक बार नहीं दो बार विलुप्त होती हैं: शोध
कई देशों में पारंपरिक जड़ी-बूटियों की जगह आधुनिक चिकित्सा ने ले लिया है जिसने कई औषधीय पौधों से संबंधित सामान्य ज्ञान को कम कर ...
‘गायब’ हो गए देश के जंगल, भारतीय वन सर्वेक्षण के आकलन और डाउन टू अर्थ की पड़ताल में खासा अंतर
डाउन टू अर्थ के विश्लेषण के मुताबिक, सरकारी आकलन में वन भूमि के तौर पर अभिलिखित (रिकॉर्डेड) 30 से 35 फीसदी जमीन कुछ राज्यों ...
तेजी से विलुप्त हो रही हैं भारतीय पेड़ों की यह प्रजातियां
भारत को आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण पेड़ों की उन स्थानिक प्रजातियों को बचाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो तेजी से लुप्त होती जा ...
दुनिया भर में चरने वाले जानवरों की विलुप्ति से आग की घटनाओं में हुई वृद्धि
शोध में दुनिया भर के 410 इलाकों के आग लगने के चारकोल रिकॉर्ड से पता चला कि, चरने वाले बड़े जानवरों के विलुप्त होने ...
ब्राजील के अमेजन वन में पेड़ों की घटती संख्या ने तोड़ा 15 वर्षों का रिकॉर्ड
अगस्त 2020 से जुलाई 2021 के बीच इन जंगलों में करीब 13,235 वर्ग किलोमीटर की कमी आई है, जोकि 2006 के बाद से सबसे ...
जंगलों के नजदीक रहने वाले लोगों का मानसिक स्वास्थ्य होता है बेहतर, आइए जानते हैं कैसे?
अध्ययन के मुताबिक जंगल के नजदीक रहने वाले किशोरों का दिमागी विकास की दर अधिक थी, यहां दो साल बाद होने वाले भावनात्मक और ...
नदियों में जैव विविधता के नुकसान से जैविक प्रक्रिया को हो सकता है खतरा:अध्ययन
नदियों में मृत जीवों और पौधों को खाकर सफाई करने वाले जीवों के विलुप्त होने की दर ऐतिहासिक रिकॉर्ड की तुलना में 1,000 से ...
पानी में रहने वाली 33 प्रजातियों पर मंडरा रहा है बहुत आक्रामक होने का खतरा
शोधकर्ताओं ने जोखिम आकलन उपकरण से पता लगाया कि किसी प्रजाति का स्कोर जितना अधिक होगा, उस प्रजाति के आक्रामक होने का खतरा उतना ...
विश्व पर्यावरण दिवस 2021: महामारी में पर्यावरण की फिक्र
कोविड-19 वैश्विक महामारी के इस भयावह दौर में विश्व पर्यावरण दिवस की तार्किकता बयान करता सुनीता नारायण का आलेख
पारिस्थितिकी तंत्रों को बचाने के लिए 2050 तक पर्यावरण पर करना होगा 587 लाख करोड़ का निवेश
रिपोर्ट के अनुसार 2050 तक प्रकृति-आधारित समाधानों पर अब से करीब चार गुना ज्यादा निवेश करना होगा
हिमाचल प्रदेश के जंगलों में भी लगी आग, अप्रैल में 100 से ज्यादा मामले दर्ज
हिमाचल प्रदेश में मार्च माह में 294 जगह जंगलों में आग लगी थी, जबकि अप्रैल के पहले पांच दिन 100 से अधिक जगह आग ...
वन गुर्जरों के साथ एक दिन
सरकार हमारे और जंगल के बीच के रिश्ते को नहीं समझती। जंगल बिना हम नहीं और हमारे बिना जंगल नहीं
विलुप्ति के कगार पर पहुंची 100 से अधिक प्रजातियों को बचाया जा सकता है
एक नए अध्ययन में कहा गया है कि 102 प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर है, यदि समय रहते कार्रवाई की जाय तो इन ...
जानवरों में पाए जाने वाले 8.5 लाख वायरस कर सकते हैं मानवों को संक्रमित: रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि भूमि उपयोग में परिवर्तन कोविड-19 महामारी का मुख्य कारण है, यह 1960 से 30% नई बीमारियों के लिए ...
विदेशी आक्रामक प्रजाति को संभालने के लिए अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों ने देशों को दिए सुझाव
विदेशी आक्रामक प्रजातियां न सिर्फ जैव विविधता को नुकसान पहुंचा सकती हैं बल्कि लोगों की आजीविका पर भी संकट पैदा कर सकती हैं।
जंगलों के 5 किलोमीटर के दायरे में बसे हैं 160 करोड़ लोग, वैज्ञानिकों ने तैयार किया नक्शा
शोधकर्ताओं के अनुसार जंगलों के 5 किलोमीटर के दायरे में रहने वाली 71.3 फीसदी आबादी निम्न या मध्यम आय वाले देशों से सम्बन्ध रखती ...