दिल्ली के रैनबसेरों में कैसे गुजर रही है जिंदगी
गाजीपुर स्थित रैनबसेरे में 70 से अधिक लोगों को लॉकडाउन की अवधि तक रोकने के लिए पुलिस के जरिए भेजा गया है
कोरोनोवायरस के संकट से कैसे निपट रहा है जर्मनी?
जर्मनी की अपेक्षाकृत कम मृत्यु दर के लिए ठोस और सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित जर्मन स्वास्थ्य प्रणाली को भी श्रेय दिया जाता है
कोरोना से जंग: एक करोड़ की आबादी वाले उत्तराखंड में केवल 590 नमूनों की जांच
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर देहरादून और हल्द्वानी में 500 बेड के प्री-फैब कोरोना अस्पताल बनाए जा सकते हैं
कोरोना संकट से मुकाबले के लिए विकासशील देशों को चाहिए 2.5 लाख करोड़ डॉलर
विकासशील देशों के एक लाख करोड़ (एक ट्रिलियन) डॉलर के कर्ज को रद्द करते हुए एक ट्रिलियन डॉलर की राशि स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स के ...
दुनिया 99.9 प्रतिशत जूनोटिक वायरस से अनभिज्ञ
संक्रामक रोगों की हमारी समझ में सुधार हुआ है, फिर भी महामारी के उभार से संबंधित सभी पहलुओं को पूरी तरह से नहीं समझ ...
कोरोना की चुनौती : आज और कल
हमने लॉकडाउन करने में देरी कर दी है और हम क्वॉरंटाइन के नियमों का सही तरीके से पालन करने में विफल रहे हैं।
कोरोनावायरस के समय में क्या करें, क्या न करें गर्भवती महिलाएं?
अब तक कोविड-19 के आंकड़े गर्भवती महिलाओं को इस वायरस से ज्यादा खतरा होने की तरफ इशारा नहीं करते
काेरोना से जंग: इन देशों से सीख ले सकता है भारत
इस महामारी को नियंत्रित करने के लिए किसी देश को क्या करना चाहिए, इसका सबसे अच्छा उदाहरण है दक्षिण कोरिया
कोरोना से जंग: बिहार में डॉक्टरों की कमी, स्वास्थ्य सेवाओं का अकाल
बिहार में प्राइमरी हेल्थ सेंटरों की संख्या 1,900 के करीब है जबकि आबादी के हिसाब इनकी संख्या 3,470 होनी चाहिए
कोरोना से पहले आर्थिक तंगी से मरने लगे किसान
कोरोना के विस्तार से उपजे हालात के कारण मार्च में प्राकृतिक आपदा के मारे सारे किसानों की तकरीबन यही स्थिति है
पत्तों के मास्क, व्यवस्था पर सवाल
हालांकि यह निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि ये पत्ते कितने असरदार हैं। पत्तों के इस्तेमाल से स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी ...
क्या कोरोनावायरस ने कम कर दी चीन की आर्थिक विकास की रफ्तार?
संयुक्त राष्ट्र के व्यापार और विकास के शोध में सामने आया कि बीते दो महीने में चीन से होने वाली वैश्विक आर्थिक गतिविधियों में ...
पीएमजेएवाई का सच : अस्पतालों से लौटा दिए जाते हैं कार्डधारक
निजी अस्पताल कहते हैं कि पीएमजेवाई में सिर्फ सर्जरी शामिल है। अस्पताल में भर्ती होना और इलाज की भरपाई को नहीं शामिल किया गया ...
चौथा भाग : ओमिक्रॉन की दस्तक और संकट में अफ्रीका
सख्त लॉकडाउन उपाय गरीबों को नुकसान पहुंचाते हुए अर्थव्यवस्था को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
पीएमजेएवाई का सच : बीमा का आश्वासन एक सबसे बड़ा भ्रम
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) ने अप्रैल 2020 से जून 2021 के बीच कोविड-19 के उपचार के लिए अस्पतालों में भर्ती केवल 14.25 प्रतिशत ...
तीसरा भाग : ओमिक्रॉन बनाम डेल्टा, जानिए कौन सा वेरिएंट है कितना खतरनाक
4 अप्रैल, 2021 को डेल्टा को वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट कहा गया और 11 मई, 2021 को वेरिएंट ऑफ कंसर्न। दूसरी ओर, ओमिक्रॉन केवल दो ...
कोविड-19 संक्रमण से बचाव: एस्ट्राजेनेका की दूसरी खुराक का असर कम होते ही बढ़ जाता है गंभीर बीमारियों का खतरा
चिकित्सा पत्रिका लैंसेट में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक वैक्सीन 18-19 सप्ताह बाद बेकार होने लगती है। इसलिए बूस्टर डोज देने पर जोर दिया जा ...
दूसरा भाग : ताजा हो रही 2020 की भयावह याद, दोगुनी गति से फैल रहा ओमिक्रॉन वेरिएंट
ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड मार्टिन स्कूल प्रोग्राम फॉर पैनडेमिक जीनोमिक्स के सह-निदेशक ओलिवर पाइबस ने 1 दिसंबर को द गार्जियन से कहा,“सबूत बताते हैं कि ...
पहला भाग : ओमिक्रॉन की दस्तक है एक लंबी महामारी का संदेशा, लेकिन क्यों ?
कोविड-19 का लगातार तीसरा वर्ष शुरू हो चुका है, दुनियाभर में कोविड के नए वैरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है। पिछली बार की तरह ...
हिमाचल में 34465 विदेशी परिंदों की दस्तक, पिछले साल बर्ड फ्लू से गई थी 5 हजार पक्षियों की जान
पौंग डैम में हर साल सेंट्रल एशिया, मंगोलिया, चीन और साइबेरिया से आते हैं लाखों पक्षी, वन्यप्राणी विंग ने बर्ड फ्लू पर बचाय के ...
“भारत को दवा शोध में अगुवाई करनी होगी”
लैंसेट कोविड-19 कमिशन के सदस्य व अमेरिका स्थित हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में लेक्चरर प्रशांत यादव ने दवाओं के मुद्दे पर डाउन टू अर्थ से ...
कोरोना से विज्ञान बचाएगा, रूढ़िवादिता नहीं
ब्रिटिश साम्राज्य के दौरान आए अकाल में क्लासिकल इकोनॉमिक्स लाखों लोगों की अकाल मौत का कारण बना। आर्थिक रूढ़िवाद आज भी उतना ही घातक ...
250 साल पहले कंबल के जरिए हुआ था पहला जैविक हमला
अमेरिकन इंडियन को विस्थापित करने के लिए चेचक से संक्रमित कंबल भेेंट किए गए थे। 250 साल पहले की इस घटना ने अमेरिका और ...
प्लेग के समय में खुद को क्वरांटाइन करने वाले गांव की कहानी
इंग्लैंड के इस गांव ने अपनी जान पर खेल कर इस संक्रमण को फैलने से रोका
जग बीती: मौत की वजह!