डाउन टू अर्थ खास: खानपान में बदलाव से कम हो रही है आदिवासियों की उम्र!
खानपान में परिवर्तन और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच न होने के कारण आदिवासी आबादी की जीवन प्रत्याशा में कमी आ रही है
यात्रा वृतांत: उत्तराखंड का यह गांव, जहां से युवा नहीं करते पलायन
उत्तराखंड के गांव के गांव खाली हो रहे हैं। सबसे पहले युवा रोजगार की तलाश में पलायन करते हैं, लेकिन इन गांवों में ऐसा ...
बिरसा मुंडा के वंशजों का हाल, अधिग्रहित की 27 डिसमिल जमीन, वापस की 12.5 डिसमिल
धरती आबा बिरसा मुंडा के नाम पर सरकार कई योजनाएं चला रही हैं, लेकिन उनके वंशज ही बदहाली में जी रहे हैं
कहां हुई पश्चिमी मधुमक्खियों की उत्पत्ति, एशिया क्यों है सबसे अधिक महत्वपूर्ण?
शोधकर्ताओं ने मधुमक्खी की मूल श्रेणी के 18 उप-प्रजातियों से 251 जीनोम सीकेंसिंग किए और इन आंकड़ों का उपयोग मधुमक्खियों की उत्पत्ति तथा इनके ...
साहित्य में पर्यावरण: सौंदर्य से महासंकट तक
साहित्य की प्रकृति और पर्यावरण के साथ जुड़ाव की परम्परा आधुनिक काल में छायावाद के कवियों में एक लम्बे अन्तराल के बाद प्रकट होती ...
वैज्ञानिकों ने पौधों की पांच नई प्रजातियों का लगाया पता
कुछ प्रजातियां अत्यधिक विशिष्ट हैं, बहुत कम मिट्टी या पानी के साथ खुले चट्टानों में उगती हैं, जबकि कुछ को बीज से अंकुरण के ...
नए युग में धरती: वर्तमान और भूतकाल
एंथ्रोपोसीन की परिकल्पना अपने पथरीले जन्मस्थान से निकलकर सांस्कृतिक और राजनैतिक बहस के खुले आकाश का हिस्सा बन चुकी है
प्रकृति नहीं, इंसान की देन है बॉयलर चिकन
हमने बॉयलर चिकन के जीन को बदलकर उनके चयापचय को नियंत्रित करने वाले रिसेप्टर को म्यूटेट कर दिया है
खास रिपोर्ट: कोयले का काला कारोबार-दो
कोविड-19 लॉकडाउन के बावजूद जून 2020 में कोयले की खानों की नीलामी की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन इसके पीछे पूरी कहानी क्या है?
दुनिया भर में विलुप्त हो रही नई प्रजातियों को बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग जरूरी : विशेषज्ञ
आने वाले दशकों में आगे की प्रजातियां विलुप्त हो सकती हैं। इसलिए, विलुप्त होने के खतरे को कम करना बहुत जरूरी है
तापमान बढ़ने के साथ ही उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग
अगले कुछ दिन राज्य के जंगलों पर मौसम की मेहरबानी रहेगी। देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र ने 28 मई से राज्य में ज्यादातर जगहों पर ...
लॉकडाउन का असर: न महुआ और न बांस की टोकरी बेच पा रहे हैं कमार जनजाति के लोग
हमारे समाज का एक ऐसा वर्ग है जो पहले से हाशिये पर है उनके आजीविका पर लॉकडाउन का असर दिखाई देने लगा है
50 फीसदी तक कम किया जा सकता है प्रजातियों के विलुप्ति का खतरा: शोध
पहली बार सामने आए एक अध्ययन में दावा किया गया है कि अगर भूमि का संरक्षण सही तरीके से किया जाए तो प्रजातियों के ...
झारखंड में बेमौत मर रहे हैं पक्षी, 15 दिन बाद पता चलेगा कारण
बीते एक महीने में झारखंड में कई जगहों पर पक्षियों की मौत हो रही है। खूंटी, लातेहार, पलामू, लोहरदगा सहित कई अन्य जिलों में ...
बजट 2020-21: सरकार स्थापित कर सकती है राष्ट्रीय पौधरोपण निगम
विशेषज्ञों ने पौधरोपण निगम बनने की संभावना पर चिंता जताई है और इस कदम को संविधान के केंद्रीय ढांचे के खिलाफ बताया है
कौन हैं कल्याण सिंह रावत, जिन्हें दिया जाएगा पदमश्री
उत्तराखंड के कल्याण सिंह रावत को इस बार पदमश्री सम्मान देने का निर्णय लिया है। आइए, उनके बारे में जानते हैं
गुणों की वजह से खैर के पेड़ों पर वन माफिया की नजर, तेजी से सिमट रहा जंगल
देशभर से आए दिन खैर की लकड़ी तस्करी की खबरें आती रहती हैं। औषधीय गुण, कत्था बनाने और चमड़ा उद्योग में उपयोगिता के लिए ...
स्टोन चिप्स उद्योग की वजह से लगातार गायब हो रही राजमहल की पहाड़ियां
लगभग 26 सौ वर्ग किमी में फैली भूगर्भशास्त्रीय महत्व की इन पहाड़ियों में लगातार 7 से 8 हजार स्टोन क्रशर मशीनें उन्हें काटने और ...
आस्ट्रेलिया की आग से न्यूजीलैंड के ग्लेशियर पर खतरा
पर्यावरणविदों का कहना है कि यदि यही हालात रहे तो आने वाले समय में यहां तीस प्रतिशत ग्लेशियर पिघल सकते हैं
पतंगों के संसार में तीन नए नाम शामिल, भारत में की गई पहचान
बटरफ्लाई रिसर्च सेंटर के संस्थापक पीटर स्मेटाचेक बताते हैं कि भारत में तितली-कीट-पतंगों पर बहुत अधिक काम नहीं किया गया है। किसी नई प्रजाति ...
2019 विज्ञान की चुनिंदा तस्वीर : मलेशिया के आखिरी गैंडे को जब लिखा गया भावुक पत्र
मलेशिया में आखिरी सुमात्राई गैंडा कैंसर के कारण नवंबर में खत्म हो गयी। यह क्षेत्रीय विलुप्ति हुई है।
वनस्पति शास्त्रियों ने खोजा 38 करोड़ साल पुराना जंगल
जीवाश्म मिट्टी के माध्यम से शोधकर्ताओं ने 38 करोड़ साल पुराने पेड़ों की व्यापक जड़ प्रणाली को खोज निकाला है
सांभर में पक्षियों की मौत: एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं पशुपालन और वन विभाग- रिपोर्ट
हाइकोर्ट में पेश की गई तथ्यात्मक रिपोर्ट में न्याय मित्र नितिन जैन ने लिखा है कि जिस तरह से अभी रेस्क्यू का काम चल ...
झारखंड में मिली बिल खोदने वाले मेंढक की प्रजाति
यह स्पैरोथेका वंश की मेंढक प्रजाति है, जिसे पूर्वी भारत में (नेपाल की दो प्रजातियों को छोड़कर) पाया गया है।
ये हैं चित्रकूट के दशरथ मांझी
ये हैं भैयाराम यादव, जिन्होंने मृत जमीन को जिंदा कर 40 हजार से अधिक पेड़-पौधे लगा उन्हें वन क्षेत्र में तब्दील कर दिया है