तीसरी पीढ़ी का मजदूर दिवस
भारत सहित दुनिया भर में पहली बार मजदूर दिवस, घोषित ‘महामारी और तालाबंदी' के दौरान मनाया जा रहा है
पीएम किसान सम्मान: बिहार के 31.57 लाख किसानों को नहीं मिला पैसा
लॉकडाउन की वजह से किसानों को परेशानी न हो, इसलिए केंद्र सरकार ने पीएम किसान सम्मान की राशि पहले देने की घोषणा की है
एमएसपी से कम कीमत पर फसल बेचने को क्यों मजबूर हैं मध्यप्रदेश के किसान
लॉकडाउन के चलते फसल की खरीद देर से शुरू हुई है, लेकिन अभी भी सरकारी खरीद में कई खामियां हैं
लॉकडाउन में फंसे पुरुष तो महिलाओं ने संभाली कमान
छत्तीसगढ़ की ग्रामीण व वनोपज की अर्थव्यवस्था लगभग 2100 करोड़ की है, जिसे इन दिनों महिलाएं बखूबी संभाल रही हैं
कोविड 19 : क्या भारत के पास है लॉकडाउन से निकलने की योजना?
पीएम ने सभी मुख्यमंत्रियों को एक आम एग्जिट रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया है
पलायन की पीड़ा -6: प्राकृतिक आपदाओं ने 6 माह में 70 लाख लोगों को बेघर किया
ओडिशा के दो जिलों से होने वाले पलायन से प्राकृतिक आपदा और मानव तस्करी के क्या संकेत मिलते हैं
वीडियो स्टोरी: कोविड-19 लॉकडाउन के एक साल के दौरान स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्या खोया-क्या पाया
कोरोनावायरस संक्रमण रोकने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन को एक साल हो गया है, इस एक साल के दौरान क्या खोया-क्या पाया, देखें ...
लॉकडाउन में कैसे बदला जानवरों का व्यवहार, पता लग रहे हैं रिसर्चर्स
कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने के लिए दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन किया गया, लेकिन इसका जानवरों पर क्या प्रभाव पड़ा, इसका पता लगाया ...
कोविड-19: अनलॉक पड़ रहा है भारी, भारत 15 सबसे ज्यादा जोखिम वाले देशों में शामिल
अनलॉक होने के बाद भारत दुनिया के उन 15 देशों की फेहरिस्त में शामिल हो गया है, जहां सबसे ज्यादा कोविड-19 संक्रमण फैलने का ...
भोजन-पानी के बिना कितने दिन तक संयमित रहते मजदूर?
एकता परिषद द्वारा 20 राज्यों में किए गए सर्वेक्षण में पता चला कि मजदूरों के पास 4 से 5 दिन का ही भोजन था ...
लॉकडाउन से ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के पोषण पर पड़ा बुरा असर, कर्ज में डूबे परिवार
मध्यप्रदेश के 6 जिलों में 33 परिवारों पर 45 दिन चले गहन शोध से सामने आया है कि लॉकडाउन ने किस तरह महिलाओं के पोषण और ...
दो लाख मछुआरों के सामने रोजी-रोटी का संकट
लॉकडाउन के बाद से लेकर अब तक ये मछुआरे मछली नहीं मार पाए हैं, लेकिन 15 जून से 15 अगस्त तक मछली मारने पर ...
पथ का साथी: लौट रहे प्रवासी गांव में क्या करेंगे, मनरेगा कितना देगा साथ?
डाउन टू अर्थ हिंदी के रिपोर्टर विवेक मिश्रा प्रवासी मजदूरों के साथ-साथ पैदल चल रहे हैं। पढ़ें, उनके साथ बीते चौथे दिन का हाल-
प्रवासी मजदूर: रोजगार एवं उत्पादन का भविष्य
यह एक अवसर है, जब हम अपनी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित कर सकते हैं और उसे ऊंचा उठा सकते हैं, लेकिन यह इतना आसान ...
कोरोना महामारी और शराब पर आधारित अर्थव्यवस्था
सड़कों पर दम तोड़ते श्रमिकों का इलाज पानी और भोजन है - यह समझने के लिए शराब के नशे मे डूबे समाज और सरकारों ...
इन मजदूरों को नहीं मिल रहा केजरीवाल सरकार का राशन
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, उन्हें ई-कूपन दिया जाएगा
दिल्ली: द्वारका में फंसे 250 मजदूरों को नहीं मिले 5000 रुपए, राशन भी खत्म
ये मजदूर दिल्ली सरकार द्वारा बनवाए जा रहे इंदिरा गांधी मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण कर रहे थे
गरीबी रेखा की दूसरी पीढ़ी
भारत में सातवें दशक से 'गरीबी रेखा' पर शोध, बहस, नीतियां, कायदों, वायदों और घोषणाओं का अंतहीन अध्याय शुरू हुआ
कोरोनावायरस: अब केरल ने उठाया यह बड़ा कदम, आगे नहीं होगी खाने-पीने की दिक्कत
केरल ने खाद्य सामग्री में आत्मनिर्भर बनने के लिए बेकार पड़ी जमीन को खेती योग्य बनाना, किचन गार्डन को बढ़ावा देना, पशुपालन और मछली ...
पंचायत प्रतिनिधियों से पीएम का संवाद: एक अच्छी पहल, जो सस्ती लोकप्रियता की भेंट चढ़ गयी
उम्मीद यह थी कि इन स्थानीय सरकारों के महत्व का इजहार करते हुए प्रधानमंत्री इन्हें संविधान से मिले हुए अधिकार व शक्तियां दे देंगे
विभिन्न इलाकों में फंसे हैं मध्यप्रदेश के प्रवासी खेतिहर मजदूर
एकता परिषद द्वारा कराया गया सर्वेक्षण बताता है कि लगभग 98 फीसदी मजदूर किसी भी तरह अपने घर वापस पहुंचना चाहते हैं
पीएम किसान सम्मान: झारखंड में किसानों को 2,000 रुपए का इंतजार!
झारखंड सरकार की ओर से कुल 2 लाख किसानों का ब्योरा केंद्र को भेजा गया था, लेकिन कई खामियों की वजह से इनको केंद्र ...
लॉकडाउन से यमुना को कितनी मिली राहत, डीपीसीसी ने जारी की रिपोर्ट
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति दिल्ली से गुजरने वाली यमुना में नौ जगहों से नमूने उठाए और इनकी तुलना पिछले साल के अप्रैल माह से ...
क्या प्रवासी मजदूरों के सैलाब को रोक सकते थे सस्ते किराए के मकान?
सोशल रेंटल हाउसिंग को लेकर भारत में बात तो कई सालों से चल रही है, लेकिन लॉकडाउन के दौरान यह स्पष्ट हो गया कि ...
काेरोना का सबक: अभी भी हमारे पास लौटने का समय है
सूक्ष्म जीवाणु जंगली जीवों को अपनी पोषिता (होस्ट) बनाते हैं। लेकिन नेचुरल हैबीटेट में आई गिरावट से जंगली जीव विलुप्त होने के कगार पर ...