एसओई इन फिगर्स 2023 : दुनिया में 300 करोड़ लोग पौष्टिक खाने से वंचित
पूरे विश्व में 3,000 मिलियन (300 करोड़) लोग पौष्टिक खाने का खर्च वहन नहीं कर पाते। इनमें से 31.7 फीसदी या 970 मिलियन (97 ...
एसओई इन फिगर्स 2023 : दक्षिण से उत्तर तक 15 राज्य जो रिचार्ज से ज्यादा कर रहे भूजल का दोहन
तमिलनाडु, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा और उत्तर प्रदेश देश के उन 15 राज्यों में शामिल हैं जो भूजल का सर्वाधिक अतिदोहन कर रहे हैं।
एसओई इन फिगर्स 2023: देश के भूजल दोहन में आई कमी, आंशिक सुधार
चिंताजनक यह है कि खारा पानी के स्थानों में वृद्धि हुई है। एसओई रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में कुल 97 स्थान खारा पानी वाले ...
बिहार में तीन दिन में दो गंगा डॉल्फिन की मौत, जानिए कैसे हुई राष्ट्रीय जलीय जीव की मौत
स्थानीय लोगों ने यह बताया कि नदी के तल को गहरा करने के लिए चल रहे यंत्रीकृत ड्रेजिंग के कारण दोनों गंगा डॉल्फिन मारे ...
क्यों है दुनिया को पलायन के एक और नई लहर की जरूरत ?
प्रवासी निकट भविष्य में विकसित देशों की अर्थव्यवस्था को बनाए रखेंगे क्योंकि उनकी कामकाजी आबादी रिकॉर्ड स्तर पर कम हो गई है।
बैठे ठाले: शांतिदूत मच्छर
“हे मच्छर तुम हिन्दू को काटोगे और मुसलमान को भी। तुम यहूदी का खून चूसोगे और उसे पारसी के शरीर में डालोगे”
बैठे ठाले: असली महाभारत
“अब गाजीपुर के कूड़े पहाड़ पर युद्ध नहीं बल्कि एमसीडी के चुनाव लड़े जाते हैं”
13 राज्यों में बीते पांच साल में 108 लोग भुखमरी के शिकार लेकिन सरकार के खाते में एक भी नहीं
ज्यादातर राज्य जहां सर्वाधिक मौते हुई हैं वह बहुआयामी गरीबी झेल रहे है। इसमें बिहार शीर्ष पर है जबकि उसके बाद झारखंड, उत्तर प्रदेश ...
देश के 21 राज्यों में नहीं है सामुदायिक रसोई योजना, सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों से मांगा भुखमरी के आंकड़ों का हलफनामा
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में सामुदायिक रसोई योजना को शुरू करके बंद किया जा चुका है।
20 साल पहले प्रतिबंधित सल्फास के बिक्री पर मध्य प्रदेश को जवाब देगा केंद्र
केंद्र सरकार की एक एक्सपर्ट कमेटी ने 2015 में 66 रसायनों की समीक्षा करते हुए बताया था कि इसका इस्तेमाल काफी निगरानी में होना ...
आईएसएफआर 2021 : जलवायु परिवर्तन की मार झेल रहे पहाड़ी राज्यों में वनों को क्षति, देश का कुल वन क्षेत्र 0.21 फीसदी बढ़ा
रिपोर्ट के मुताबिक देश में सर्वाधिक घने वन क्षेत्र का नुकसान जम्मू-कश्मीर में हुआ है जबकि कुल वन क्षेत्र नुकसान के मामले में पूर्वोत्तर ...
ग्रेटर नोएडा के 93 गांवों में खुले मैदान-नालियों में सीवेज की निकासी, ग्रामीणों ने एनजीटी से लगाई गुहार
एनजीटी ने अपने आदेश में कहा है कि नागरिकों के स्वच्छ पर्यावरण को हासिल करने के अधिकार को ध्यान में रखते हुए संयुक्त समिति ...
खतरा : 32 वर्षों में नहीं बन पाई दून घाटी की पर्यटन विकास और लैंड यूज की योजना
1989 की दून अधिसूचना के तहत पर्यटन विकास योजना, मास्टर प्लान और लैंड यूज योजना पर अमल किया जाना था लेकिन अभी तक ऐसा ...
अरावली के विनाश की योजना है नया एनसीआर रीजनल प्लान?
हाल ही में एनसीआर योजना बोर्ड ने एनसीआर रीजनल प्लान 2041 का ड्राफ्ट जारी किया है, जिसे लेकर पर्यावरणविद नाराज हैं
भारत में जीएम फूड पर रोक के बजाए, प्रवेश का रास्ता आसान करेगा एफएसएसएआई का मसौदा
राज्यों से बिना कोई परामर्श इस मसौदे में जीएम फूड के लिए निर्णय लिया जा रहा है, जबकि इसके लिए राज्यों से और आम ...
साहित्य में पर्यावरण: हिंदी में प्रकृति और पर्यावरण में अंतर जानना जरूरी
‘कामायनी’ संभवतः पहली रचना है जिसमें प्रकृति और पर्यावरण को अलग-अलग करके देखा गया और पर्यावरण असंतुलन की समस्या पर विचार किया गया है
साहित्य में पर्यावरण: फिर से प्रकृति की ओर लौटने का अवसर
डाउन टू अर्थ, हिंदी का छठा वार्षिकांक पर्यावरण में साहित्य विषय पर समर्पित था। इस अंक में प्रकाशित अशोक वाजपेयी का आलेख
साहित्य में पर्यावरण: विक्षति की तुरपाई
डाउन टू अर्थ, हिंदी का छठा वार्षिकांक पर्यावरण में साहित्य विषय पर समर्पित था। इस अंक में प्रकाशित अशोक वाजपेयी की कविता
मृतप्राय हुआ साबरमती रिवर फ्रंट : गुजरात हाईकोर्ट ने कहा प्रदूषित ईकाइयां नहीं कर पाएंगी पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप
पर्यावरणविद रोहित प्रजापति ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वालों से न सिर्फ पर्यावरणीय क्षति वसूली जाए बल्कि उनके खिलाफ आपराधिक मामला भी चलाया जाए।
अरब सागर में फिर से उभर सकता है तेज गति वाला अजीब चक्रवात गुलाब
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार 1891 और 2020 के बीच अक्टूबर में 124 और नवंबर में 145 के मुकाबले सितंबर में केवल 50 चक्रवात ...
चिपको आंदोलन की ओर बढ़ रहा देहरादून, विकास परियोजनाओं के नाम पर कट रहे हजारों पेड़
2200 पेड़ दिल्ली से मसूरी घूमने आने वालों की यात्रा को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए काटे जा रहे हैं। इनमें ज्यादातर ...
उज्जवला योजना के लिए पीएम ने की थी इस गांव की तारीफ, 50 फीसदी परिवार तंगहाल, न गैस, न गोबर
गोबर के बदले गैस योजना की वाहवाही भले ही हुई लेकिन सच्चाई यह है कि अब तक सात महीने में गांव के महज 50 ...
बैठे-ठाले: आपदा के अपराधी
अचानक हाथीराम ने पानी कि ओर इशारा करते हुए कहा, “वह देखिए जनाब, वे रहे इस तबाही को अंजाम देने वाले मुख्य अपराधी”
कोरोनाकाल में माहवारी वाली महिलाओं-लड़कियों के लिए सैनटरी नैपकिन के संकट ने बढ़ाया सेहत का खतरा
कई गरीब महिलाएं अब भी महावारी के दौरान साफ-सफाई के लिए ऐसे साधनोें का इस्तेमाल करती हैं जो उन्हें गंभीर संक्रमण दे सकते हैं। ...
पनीर ने बदली गांव की तस्वीर
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों से पलायन की बढ़ती समस्या के बीच एक गांव ऐसा भी है, जहां से न केवल न के बराबर पलायन ...