पंजाब के तीन जिलों में टिड्डियों से खतरा, सरकार जागी

पंजाब के फाजिल्का के खुइयां सरवर ब्लॉक के वेयरका और रूपनगर गांवों में टिड्डियों के झुंड देखे गए

By Anil Ashwani Sharma

On: Friday 14 February 2020
 
पंजाब के फजिल्का गांव में टिड्डी दल से निपटने की तैयारी

आखिरकार पंजाब सरकार जाग गई और तीन जिलों में युद्ध स्तर पर टिड्डयों से निपटने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। गत दो फरवरी को राज्य के सीमावर्ती जिलों के गांवों में किसानों द्वारा बड़ी संख्या में टिड्डी दल देखे गए थे, लेकिन राज्य सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही थी। टिड्डियों का पंजाब में टिड्डियों का खतरा तो दिसंबर से ही बना हुआ है, लेकिन राज्य सरकार सहित केंद्र सरकार का दावा है कि राज्य में अभी तक फसलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

अब सरकारी महकमे ने इस की पुष्टि की है कि गत 2 फरवरी को सरहद पर बसे फाजिल्का जिले में पाकिस्तान की तरफ से टिड्डी दल आया। फाजिल्का के एक किसान ने कहा, हमने अपने खेतों में टिड्डे पाए हैं हालांकि वे बड़ी संख्या में नहीं हैं। जिले के दो सीमावर्ती गांवों में टिड्डियों के झुंड देखे गए। अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान से निकलकर इन सीमावर्ती गांवों में स्थित पेड़ों पर बसे कीट तीन से चार किमी लंबे क्षेत्र में फैले हुए थे। पंजाब कृषि विभाग के निदेशक शवंत कुमार कुमार ने कहा फाजिल्का के खुइयां सरवर ब्लॉक के वेयरका और रूपनगर गांवों में टिड्डियों के झुंड देखे गए। संयुक्त निदेशक गुरविंदर सिंह ने कहा कि जैसे ही टिड्डियों का झुंड गांवों के पास देखा गया तुरंत कृषि विभाग और अग्निशमन दल के सदस्यों सहित एक टीम को कीटों को खत्म करने के लिए लगाया गया। सिंह ने कहा कि कीटों को नियंत्रित करने के लिए फायर ब्रिगेड वाहनों के अलावा बूमर और ट्रैक्टर पर चढ़कर उच्च वेग वाले स्प्रेयर का भी इस्तेमाल किया गया।

सरकारी दावा है कि इस समय पंजाब के तीनों जिलों में खेतीबाड़ी विभाग ने इलाके में जागरूकता अभियान चलाया हुआ है। किसानों से कहा जा रहा है कि टिड्डियों के आते ही खबर करें और फिर सरकारी टीमें तुरंत मौके पर पहुंचकर उन्हें मार देने के लिए तैयार बैठी हैं।

पंजाब कृषि विभाग ने कहा है कि एक संभावित टिड्डी हमले से निपटने के लिए आवश्यक इंतजाम किए गए हैं। विभाग के अधिकारियों के अनुसार ये टिड्डे पड़ोसी राज्य राजस्थान से आए हैं, जिस पर इस महीने की शुरुआत में सबसे अधिक कीटों का हमला हुआ था। उन्होंने कहा कि राजस्थान के अनूपगढ़ और श्री गंगानगर जिलों में पाकिस्तान के रेगिस्तानी इलाके से हमले के बाद कुछ टिड्डियों के झुंडों के पंजाब के जिलों में आने की सूचना थी। अबोहर में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की निगरानी में फाजिल्का, मुक्तसर और भटिंडा जिलों में छोटी संख्या या समूहों (5 से 20) में टिड्डियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई। हालांकि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने राज्य सभा में यह माना कि राजस्थान और गुजरात में टिड्डियों की सबसे बुरी मार है लेकिन पंजाब और हरियाणा में फसलें को कोई नुकसान नहीं हुआ है। वहीं दूसरी ओर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें पाकिस्तान के साथ इस मुद्दे को उठाने का आग्रह किया गया था। सीएम ने पत्र के मायध्म से चेतावनी दी कि कीटों को नियंत्रित करने में कोई भी विफलता भारत में कृषि उत्पादन के लिए गंभीर प्रभाव पैदा कर सकती है, विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात में, जो अंततः कमोडिटी की कीमतों और खाद्य सुरक्षा को प्रभावित करेगी।

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