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- संसद में आज: हिमालयी इलाकों में बन रही हैं 30 बड़ी जल विद्युत परियोजनाएं
- उप सहारा अफ्रीका में फर्जी और घटिया दवाओं का जाल, हर साल पांच लाख लोगों की ले रहा जान
- एयर क्वालिटी ट्रैकर: देहरादून-झांसी सहित 70 शहरों में संतोषजनक रही वायु गुणवत्ता, 19 में हुई 'खराब'
- हर दशक भारत में 15 दिन से अधिक बढ़ रही शीतलहर के दिनों की संख्या :अध्ययन
- विटामिन डी की कमी से जूझ रहे 76 फीसदी भारतीय, बुजुर्ग ही नहीं जवान भी बन रहे शिकार
- फरवरी माह में देश में बारिश के सामान्य रहने का अनुमान, मौसम विभाग ने जारी किया आउटलुक
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- अगर ये चीजें खा रहे हैं आप तो हो सकते हैं मोटापा, बीपी, डायबिटीज के शिकार
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वर्षा के बूंद-बूंद को सहेजने में मदद कर सकता है देवास रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
देशभर में साल भर के 8760 घंटो मे से केवल 100 घंटे ही वर्षा होती है, इसलिए वर्षाजल का संरक्षण बेहद जरूरी है।
परंपरा: पानी पिलाने का पुश्तैनी काम छोड़ने को मजबूर हुए भिश्ती
दिल्ली में मशक से जलापूर्ति और प्यासों को पानी पिलाने वाले भिश्तियों को खोजना आसान नहीं है। काफी खोजबीन के बाद जामा मस्जिद में इनकी आखिरी पीढ़ी मिली जो ...
रेत के धोरों में बार-बार प्यास बुझाती बेरी
सलमेर से लगभग 40 किमी दूर सम पंचायत समिति के गांव सियांबर में रेत के धोरों के बीच सौ से अधिक बेरियां मौजूद हैं।
बिहार: कहां जा रहा है कुओं पर खर्च किया जा रहा पैसा?
बिहार सरकार ने हर कुएं के जीर्णोद्धार पर औसतन 62 हजार करोड़ रुपए खर्च करने का निर्णय लिया है, लेकिन इसके क्या परिणाम निकलेंगे?
खेतों में पानी जमा करके सूखने के बाद फसल लेने की अनोखी विधि
मध्य प्रदेश में प्रचलित जल संचयन और सिंचाई की हवेली व्यवस्था फसल चक्र बदलने से गायब होती जा रही है
अंग्रेजों को भी हैरान करने वाली सिंचाई प्रणाली
बंगाल में पूरी तरह विलुप्त हो चुकी आप्लावन नहरों की सिंचाई व्यवस्था ने अंग्रेजों को भी चकित कर दिया था
एक प्राचीन पद्धति से खुशहाल जीवन जी रहे हैं इस गांव के लोग
जाबो पद्धति कृषि, वानिकी और पशुपालन का मिलाजुला रूप है जो मिट्टी का बहाव रोकने, जल संसाधन का विकास करने और पर्यावरण संरक्षण मंे मददगार है
विश्व जल दिवस विशेष-2: भूजल बांधों से बचाया जा सकता है पानी
भूजल बांध जमीन के अंदर बह रहे पानी को रोककर उसे भीतर ही जमा करता है