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- टीबी की रोकथाम पर एक डॉलर का निवेश करके मिल सकता है 39 डॉलर का लाभ: डब्ल्यूएचओ
- मानव-वन्यजीव संघर्ष पर किस तरह लग सकती है लगाम, कौन से जानवर होते हैं सबसे सक्रिय: अध्ययन
- वाल्मीकि टाइगर रिजर्व: गर्मियों में पानी के लिए नहीं भटकेंगे जंगली जानवर!
- दिल्ली है दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी, खराब हवा के मामले में अव्वल रहा बेगूसराय
- साल 2060 तक दुनिया की जीडीपी को हो सकता है 24.7 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान, वैज्ञानिकों ने बताई वजह
- बडगाम में अवैध खनन में शामिल दो खनिकों पर एनजीटी ने लगाया लाखों का अंतरिम मुआवजा
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मक्का की फसल को सरकारी प्रोत्साहन से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा व पर्यावरण को हो सकता है खतरा?
पेट्रोलियम कारखानों में इथेनॉल बनाने के लिए मक्का फसल को सरकारी प्रोत्साहन दिया जा रहा है
भारत सहित दुनिया में गेहूं की पैदावार में होगी वृद्धि, एफएओ ने जताई उम्मीद
एफएओ ने भारत में गेहूं के बेहतर उत्पादन का अनुमान जताया है। एफएओ के मुताबिक सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी, अनुकूल मौसम और मुनाफे के चलते 2024 के दौरान ...
गर्मी व बाढ़ के कारण महिला किसानों की आमदनी को ज्यादा होता है नुकसान: एफएओ रिपोर्ट
अनजस्ट क्लाइमेट रिपोर्ट से पता चला है कि महिला प्रधान परिवारों को गर्मी के कारण 83 डॉलर और बाढ़ के कारण 35 डॉलर प्रति व्यक्ति का नुकसान हुआ
खाद्य सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन का समाधान हैं मोटे अनाज
ग्लूटेन मुक्त होने के अलावा, मिलेट्स आयरन, कैल्शियम और जिंक से भरपूर होते हैं
भारत में मिट्टी की गुणवत्ता और मानव स्वास्थ्य पर रासायनिक खेती के प्रभाव
सिंथेटिक उर्वरकों की शुरूआत से तेजी से विकास हुआ, लेकिन उनके अत्यधिक उपयोग से कई समस्याएं पैदा हुईं
भारतीय खाद्य सुरक्षा के लिए क्यों चिंताजनक है गेहूं की पैदावार में ठहराव?
सरकार के रिकार्ड तोड़ उत्पादन के दावों के विपरीत गेहूं के उत्पादन और उत्पादकता में ठहराव आ रहा है
भारत ने डब्ल्यूटीओ वार्ता में की पब्लिक स्टॉकहोल्डिंग के स्थाई समाधान को अंतिम रूप देने की पुरजोर वकालत
पब्लिक स्टॉक होल्डिंग के तहत ही सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं-चावल जैसी फसलें खरीदती है और फिर इस अनाज को कमजोर तबके की मदद के लिए ...
खेती-बाड़ी को किस दिशा ले जाएगी घटते खेतों की प्रवृत्ति?
खेती-किसानी की दुनिया ऐतिहासिक बदलाव से गुजर रही है। खेतों की संख्या तेजी से कम हो रही है जबकि उसका आकार बढ़ रहा है। क्या इसका यह अर्थ है ...