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- सरकार ने कहा कानून स्थगन ही हमारा सबसे बेहतर प्रस्ताव, किसानों ने कहा 24 घंटे बाद बताएंगे निर्णय
- औद्योगिक इस्तेमाल के लिए सस्ता हो नैचुरल गैस तो संभव है दूसरी स्वच्छ ईंधन क्रांति : सीएसई
- जलवायु परिवर्तन के चलते 269 हवाई अड्डों पर मंडरा रहा है डूब जाने का खतरा
- कोविशील्ड टीका लेने वालों में अब तक चार की मौत, प्राधिकरणों ने कहा मृत्यु का टीके से कोई संबंध नहीं
- कोरोना अपडेट: महाराष्ट्र में अब तक सामने आ चुके हैं 20 लाख से ज्यादा मामले, जानिए सभी राज्यों का हाल
- केंद्र के प्रस्ताव पर नहीं झुकेंगे किसान, डेढ़ साल कानून स्थगन फॉर्मूले पर सहमत नहीं संगठन
- आकाशगंगा में दुर्लभ गर्म पराबैंगनी तारों की हुई पहचान
- जग बीती : बातचीत पर बातचीत
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- अगर ये चीजें खा रहे हैं आप तो हो सकते हैं मोटापा, बीपी, डायबिटीज के शिकार
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अलविदा 2020: एक साल में सरकार ने गंगा के लिए क्या किया?
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन का एक साल का लेखा-जोखा जारी किया
संकट में हैं भूजल और नदियों का रिश्ता
गंगा बेसिन में निरंतर और दीर्घकालिक भूजल दोहन से शुष्क मौसम आधार प्रवाह (लीन सीजन बेस फ्लो) में तेजी से कमी आई है
चुनावी गंगा : बिहार में 74 फीसदी सीवेज प्रदूषण झेल रही राष्ट्रीय नदी बनेगी 37वें मुख्यमंत्री की गवाह
बिहार में करीब 50 फीसदी ठोस कचरा अनछुआ है और नदियों में सीवेज प्रदूषण की रोकथाम के लिए 25 प्रस्तावित एसटीपी में सिर्फ 2 ही पूरे हैं।
गंगा में दूषित सीवेज छोड़ने पर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार पर जुर्माना
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार पर अशोधित सीवरेज को गंगा में छोड़ने पर जुर्माना लगाया गया है
गंगा पुनरुद्धार के लिए 3000 करोड़ रुपए का ऋण देगा विश्वबैंक
इस 3,000 करोड़ रुपए में से 2,858 करोड़ रुपए ऋण के रूप में और 142 करोड़ रुपए प्रस्तावित गारंटी के रूप में होंगे।
लॉकडाउन में गंगा नदी स्वच्छ या अस्वच्छ : सीपीसीबी को तीन महीनों से नहीं मालूम
कृषि कार्यों में इस वक्त कटाई का सीजन है और पानी की जरूरत नहीं है।लगातार बारिश हुई है और जो भी पानी नदियों में छोड़ा जा रहा है वह ...
फरक्का बराज: डिजाइन बदलने से निकल जाएगा बाढ़ का समाधान?
फरक्का बराज की संरचना में बदलाव पर बिहार-बंगाल सहमत हो गए हैं, लेकिन इससे क्या गंगा की अविरलता सुनिश्चित हो पाएगी
क्यों गया-राजगीर को 28 सौ करोड़ का गंगाजल पिलाना चाहती है बिहार सरकार
बिहार सरकार पाइप के जरिए 190 किलोमीटर दूर से गंगा का पानी लाना चाहती है, लेकिन इसका विरोध हो रहा है