कोरोनावायरस चमगादड़ या पैंगोलिन से इंसानों में आया न कि सांप से : शोध
इससे पहले आए अध्ययन में कहा गया था कि सांप के जरिए कोरोनावायरस इंसानों में पहुंचा, लेकिन नए अध्ययन ने इसे खारिज कर दिया है
On: Friday 27 March 2020
अभी भी दुनिया भर में इस बात की जद्दोजहद चल रही है कि कोरोनावायरस आखिर किस जानवर से फैला। वैज्ञानिक कोरोनावायरस के बारे में अधिक जानने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं। वायरस के जीनोम को लेकर हालिया दो अध्ययन विवादास्पद निष्कर्ष पर पहुच गए थे। इन अध्ययनों ने सांप को नए वायरस के लिए जिम्मेदार बताया था। लेकिन अब एक नए अध्ययन में इस बात का खंडन किया गया है तथा बताया गया है कि चिंटी खानेवाला जानवर पैंगोलिन ने चमगादड़ और मनुष्यों में इस वायरस को फैलाया है।
यह शोध एसीएस' जर्नल ऑफ़ प्रोटीन रिसर्च में प्रकाशित हुआ है। हांलाकि इस शोध को समीक्षा के लिए विशेषज्ञों के पास भेजा गया है।
ज्यादातर विशेषज्ञ इस बात से सहमत हैं कि सार्स-सीओवी-2 फैलाने का चमगादड़ एक प्राकृतिक स्रोत है, लेकिन चमगादड़ से इंसानों में फैलने के लिए बीच में एक होस्ट की आवश्यकता होती है।
यांग झांग और उनके सहकर्मी ने एसएआरएस-सीओवी-2 डीएनए और प्रोटीन अनुक्रम (सीक्वन्स) का अधिक सावधानी पूर्ण विश्लेषण किया। इसके लिए बड़े डेटा सेट और नए अधिक सटीक जैव सूचना विज्ञान के तरीकों और डेटाबेस का उपयोग किया। उन्होंने पाया कि प्रोटीन के चार खण्डों को सार्स-सीओवी-2 और एचआईवी-1 के बीच अलग तरीके से बांटा गया था, इस तरह चार क्रमवार खण्डो में अन्य वायरस भी पाए जा सकते है, जिसमें चमगादड़ कोरोनावायरस भी शामिल है।
सांपों के वायरस फैलाने वाले सुझाव वाले विश्लेषण में एक गलती को उजागर करने के बाद, टीम ने पैंगोलिन के ऊतकों से अलग डीएनए और प्रोटीन अनुक्रमों (सीक्वन्स) की खोज की जो कि सार्स-सीओवी -2 के समान थे।
शोधकर्ताओं ने बीमार जानवरों के फेफड़ों में प्रोटीन अनुक्रम की पहचान की जो मानव वायरस के प्रोटीन के 91 फीसदी समान थे। इसके अलावा, पैंगोलिन कोरोनावायरस के प्रोटीन रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन में सार्स-सीओवी-2 से केवल 5 एमिनो एसिडों का अंतर था, जबकि मानव और चमगादड़ संक्रमित प्रोटीन के बीच 19 अंतर पाए गए। यह सबूत पैंगोलिन को नए कोरोनोवायरस के लिए सबसे संभावित होस्ट के रूप में मानता है, शोधकर्ताओं का कहना है कि इसके अतिरिक्त अन्य होस्ट भी हो सकते हैं।