कोरोना से जंग : सात राज्यों से घिरे छत्तीसगढ़ से आई सुकून भरी खबर
राज्य में दो दिन से कोविड-19 के नए संक्रमण की घटना सामने नहीं आई है। 10 मरीजों में से 8 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है
On: Monday 06 April 2020
छत्तीसगढ़ सरकार ने दावा किया है कि कोविड-19 के नियंत्रण में राज्य टॉप-10 राज्यों में शामिल है। संक्रमण से बचे रहने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लॉकडाउन के बाद भी रेल और हवाई यातायात शुरू करने से पहले विचार करने का आग्रह किया है।
छत्तीसगढ़ में पिछले कई दिनों से कोरोनावायरस (कोविड-19) के नए संक्रमण की घटना सामने नहीं आई है। राज्य के 10 मरीजों में से 8 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और दो का इलाज एम्स रायपुर में चल रहा है। प्रदेश में कोविड-19 का अंतिम मामला दो दिन पहले चार अप्रैल को आया था। सात राज्यों की सीमा से लगने वाले प्रदेश के लिए यह राहत की खबर है। इन सात राज्यों में महाराष्ट्र देशभर में कोविड-19 संक्रमण के मामले में पहले स्थान पर आता है। उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना जैसे पड़ोसी राज्यों में भी कोविड-19 का आंकड़ा दो सौ के पार है।
राज्य में 4 अप्रैल 2020 तक कुल 1590 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए थे, जिनमें से 1375 व्यक्ति के परिणाम नेगेटिव रहे हैं, 205 की जांच जारी है। राज्य में अभी तक कोविड-19 वायरस से किसी की भी मृत्यु नहीं हुई है, और न ही कोई गंभीर रूप से संक्रमित है।
आने वाले समय में प्रदेश को संक्रमण से बचाए रखने के लिए 6 अप्रैल को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर लॉकडाउन के बाद हवाई और रेल यात्रा को खोलने से पहले विचार का आग्रह किया है। वह लिखते हैं कि देश में यदि 14 अप्रैल के बाद ट्रेन, वायु यातायात और अंतर्राज्यीय सड़क परिवहन शुरू किया जाता है, तो यह संभावना है कि छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों से संक्रमित व्यक्ति आ सकते हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य को नई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
संक्रमण पर कैसे पाया काबू
प्रदेश के मुख्य सचिव आरपी मंडल ने बयान जारी कर बताया कि कोरोनावायरस के संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के प्रबंधन में छत्तीसगढ़ देश के टॉप 10 राज्यों में है। डाउन टू अर्थ ने छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा संक्रमण को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की पड़ताल की।
छत्तीसगढ़ सरकार लॉकडाउन की घोषणा से कुछ दिन पहले से ही सक्रिय दिखी और सबसे पहले सरकार ने अपने बॉर्डर सील किए। छत्तीसगढ़ से प्रवासी मजदूर आसपास के जिलों में जाते हैं, इससे बचने के लिए सरकार के मजदूरों के पलायन पर सख्त निगरानी रखी और राज्य की बस सेवा बंद कर दी। एक जनवरी के बाद विदेश से आने वाले 2500 लोगों को चिन्हित कर उनको होम क्वारंटाइन में रखा गया। छत्तीसगढ़ के तीन संक्रमित व्यक्ति की यात्रा का इतिहास ब्रिटेन का था, इसलिए वहां से आए 73 लोगों को विशेष निगरानी में रखा गया। राज्य में तब्लीगी जमात के 107 लोगों ने प्रवेश किया था जिसमें के एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद सरकार ने 15 मस्जिदों को डिसइंफेक्ट कराया और जमातियों को क्वारंटाइन में रखा है।
दक्षिण कोरिया से सलाह लेकर किया स्वास्थ्य इंतजाम
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने 29 मार्च को भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत शिन बॉग-किल से चर्चा कर दक्षिण कोरिया द्वारा कोविड-19 के सफल नियंत्रण की रणनीति की जानकारी ली। सिंहदेव के मुताबिक प्रदेश में आठ सरकारी अस्पताल में कोविड-19 के इलाज की व्यवस्था है। एम्स रायपुर में अभी 200 बिस्तर तैयार हैं। इसे बढ़ाकर 500 बिस्तर करने की तैयारी है। पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर में 400 बिस्तर और माना सिविल अस्पताल में 100 बिस्तर की व्यवस्था है। शासकीय मेडिकल कॉलेजों बिलासपुर, जगदलपुर, राजनांदगांव, अंबिकापुर और रायगढ़ में कोविड-19 के इलाज के लिए कुल एक हजार बिस्तर आरक्षित किए गए हैं। रायपुर के रिम्स अस्पताल को भी कोविड-19 के इलाज के लिए विकसित किया जा रहा है। यहां 500 लोगों के उपचार की व्यवस्था रहेगी। यहां 82,840 ट्रिपल लेयर मास्क, 21,564 एन-95 मास्क, 2,431 पीपीई किट एवं 2,547 वीटीएम किट उपलब्ध हैं।
प्रदेश में 34 आइसोलेशन सेंटर्स भी स्थापित किए गए हैं और प्रदेश भर में 74 क्वारंटाइन सेंटर्स बनाए गए हैं। यहां 1,249 लोगों को रखने की व्यवस्था है। वर्तमान में इन सेंटर्स पर 167 लोगों को रखा गया है।
पड़ोसी राज्यों में कोविद-19 की स्थिति
राज्य- पॉजिटिव मरीज
मध्यप्रदेश- 210
उत्तर प्रदेश- 234
झारखंड- 2
ओडिसा- 21
महाराष्ट्र- 635
तेलंगाना- 272
आंध्र प्रदेश- 192
छत्तीसगढ़- 10