क्या राजस्थान के लिए भीलवाड़ा कोरोनावायरस का एपिक सेंटर बन गया है?

अब तक सबसे ज्यादा 16 पॉजिटिव मरीज भीलवाड़ा में मिले, 6 दिन से कर्फ्यू लगा हुआ है

By Madhav Sharma

On: Wednesday 25 March 2020
 

राजस्थान का भीलवाड़ा शहर बीते छह दिन से कर्फ्यू है। कपड़ा मिलों के शोर से गुलज़ार रहने वालेइस शहर में सन्नाटा पसरा है। 20 मार्च को निजी अस्पताल बांगड़ के तीन डॉक्टर और तीन कंपाडर के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद से पूरा शहर सीज कर दिया गया। जिले की सीमाएं बंद कर दी गई हैं। कोरोना पॉजिटिव इन डॉक्टरों के संपर्क में आने वाले 6 हजार लोगों की स्क्रीनिंग कराई गई है। जिले की 24 लाख की आबादी पर खतरे के डर से बीते 5 दिन से कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रशासन घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रहा है। जो लोग कर्फ्यू तोड़ कर बाहर जा रहे हैं पुलिस उनसे सख्ती से निपट रही है।

क्यों बन रहा भीलवाड़ा एपिक सेंटर

जयपुर जिले (473) के बाद भीलवाड़ा में सबसे ज्यादा (357) कोरोना सैंपल टेस्ट हुए हैं। इनमें से 16 पॉजिटिव, 331 नेगेटिव और 10 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है।राज्य सरकार के लिए चिंता की बात यह है कि जयपुर में 473 सैंपल के बाद 8 संभावित कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं जबकि भीलवाड़ा में सिर्फ 357 सैंपल पर ही 16 मरीज अब तक मिल चुके हैं।

स्वास्थ्य विभाग की 1075 टीमों ने अब तक करीब 70 हजार परिवारों का सर्वे किया है। जिले में स्वास्थ्य विभाग के बनाए चार क्वारेन्टाइन में 130 संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया है। हाई रिस्क पर 25 रोगी मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग की जांच में सामने आया है कि पिछले दिनों में 95 लोग विदेशों से शहर में आए हैं।

डॉक्टर कहां से इंफेक्टेड हुआ ये अभी तक नहीं पता चला

बांगड़ अस्पताल के डॉक्टर के बारे में कई मीडिया रिपोर्ट्स आईं कि उसकेघर सऊदी से कुछ रिश्तेदार आए थे। रिश्तेदारों से डॉक्टर संक्रमित हुआ और फिर संक्रमण अस्पताल के दूसरे डॉक्टर और कंपाउंडरों में फैला। इसके बाद सैंकड़ों लोग इसकी चपेट में आ गए। हालांकि भीलवाड़ा के डिप्टी सीएमएचओ डॉ. घनश्याम चावला ने डाउन-टू-अर्थ को बताया कि ये झूठी सूचना फैलाई गई है। हमें अभी तक संक्रमण का प्राथमिक स्त्रोत नहीं मिला है। रिश्तेदारों वाली बात कोरी बकवास है।

इसके अलावा संक्रमित डॉक्टर ने अस्पताल से एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। वीडियो में डॉ. सऊदी में अपना कोई रिश्तेदार होने से इंकार कर रहे हैं और मीडिया से झूठी अफवाह ना फैलाने की अपील भी करते दिख रहे हैं।

टेक्सटाइल उद्योग से जुड़े 60 हजार मजदूर घर बैठे

भीलवाड़ा के कपड़ा उद्योग पर भी कर्फ्यू का असर पड़ा है। बीते 5 दिन से इस उद्योग से जुड़े करीब 60 हजार मजदूर घरों में बैठे हैं। भीलवाड़ा टेक्सटाइल फेडरेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अतुल शर्मा से डाउन-टू-अर्थ ने बात की। शर्मा बताते हैं, ‘नोटबंदी, जीएसटी के हुए नुकसान से शहर का कपड़ा उद्योग उबर ही रहा था कि अब ये महामारी नुकसान का कारण बनी है। कोरोना के कारण बीते पांच दिनों से शहर की सभी मिलें बंद हैं।राज्य सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए और महामारी के असर को देखते हुए फेडरेशन ने फैसला लिया है कि इस दौरान किसी की भी मजदूरी नहीं काटी जाएगी।’

शर्मा आगे बताते हैं कि, ‘चीन से कपड़ा उद्योग के लिए केमिकल और कॉटन का आयात किया जाता था, लेकिन यह बीते 4 महीने से बंद है। शुरूआत में चीन में कोरोना के कारण आयात नहीं हो सका और अब हमारे यहां बंद से हम निर्यात नहीं कर पा रहे हैं और ना ही कुछ मंगा पा रहे हैं।’

बता दें कि अकेले भीलवाड़ा शहर में 350 से ज्यादा टेक्सटाइल यूनिट्स हैं।इनसे 60-70 हजार लोगों को रोजगार मिलता है। यहां काम करने वाले मजदूरों में से करीब 40 फीसदी लोग राजस्थान के दूसरे शहर या अन्य राज्यों से हैं। दूसरे राज्यों से आने वालों में सबसे ज्यादा बिहार, बंगाल के लोग हैं।

भीलवाड़ा में स्वास्थ्य स्थिति के बारे में डिप्टी सीएमएचओ डॉ. चावला कहते हैं कि यहां की स्थिति अब नियंत्रण में है। पेनिक करने की कोई बात नहीं है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बयान जारी कर कहा है कि जिले और शहर में हालात पूरी तरह नियंत्रण में है। भीलवाड़ा में वेंटिलेटर, पीपीई किट, एन-95 मास्क, थ्री लेयर मास्क, हैंड सेनेटाइजर सहित किसी भी सामग्री की कोई कमी नहीं है। हम प्रतिदिन वहां का फीडबैक ले रहे हैं।

झुंझुनू के हालात भी चिंताजनक

भीलवाड़ा के बाद कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला झुंझुनू है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक झुंझुनू में 124 सैंपल लिए गए हैं जिनमें से 4 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं।119 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।एक सैंपल की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। जयपुर, भीलवाड़ा के बाद झुंझुनू में सबसे ज्यादा पॉजिटिव मरीज अब तक मिले हैं। संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए दोनों जिलों की करीब 45 लाख की आबादी की स्क्रीनिंग शुरू की गई है। 23 और 24 मार्च को दोनों जिलों में एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है था लेकिन 25 मार्च को भीलवाड़ा में तीन और मरीज पॉजिटिव मिले हैं। इनमें से दो डॉक्टर हैं और एक मरीज डॉक्टर के संपर्क में आने के कारण पॉजिटिव पाया गया है। वहीं, जोधपुर में एक महिला पॉजिटिव मिली है। इसने मुंबई से जोधपुर की यात्रा की थी और इनके दो सहयात्रियों को कोरोना था। इन दोनों यात्रियों से जोधपुर की ये महिला भी संक्रमित हो गई।

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