डब्ल्यूएचओ ने की दुनिया में कोविड महामारी के खात्मे की घोषणा

डॉक्टर केश्रीनाथ रेड्डी ने कहा महामारी को खत्म करने की घोषणा उचित है क्योंकि वैश्विक स्तर पर वैक्सीनेशन या इंफेक्शन या फिर दोनों से कोविड के लिए उच्च स्तरीय इम्यूनिटी बन चुकी है।

By Vivek Mishra

On: Friday 05 May 2023
 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 5 मई, 2023 (शुक्रवार) को घोषणा किया है कि वह तीन साल से अधिक समय से चल रहे कोविड -19 के लिए घोषित आपातकाल को समाप्त कर रहा है।  कोविड एक ऐसी महामारी के तौर पर उभरी जिसने दुनिया भर में लाखों लोगों की जान ले ली और दैनिक जीवन को अकल्पनीय बना दिया है।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ टेड्रोस घेब्रेयसस ने कहा "बड़ी आशा के साथ  मैं वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में कोविड -19 के खात्मे को घोषित करता हूं।”

इस घोषणा के बाद दुनया में व्यावहारिक रूप से थोड़े ही बदलाव होंगे क्योंकि कई देशों ने पहले ही कोविड के लिए अपने आपातकाल की स्थिति को समाप्त कर दिया है  और वायरस को नियंत्रित करने के लिए लागू किए गए लगभग सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिबंधों को भी खत्म कर दिया है। संयुक्त राज्य अमेरिका 11 मई को अपने कोविड आपातकाल को हटा देगा।

वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इस वायरस की महामारी की स्थिति एचआईवी की तरह बनी रहेगी।

न्यूयार्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन के डॉक्टर केश्रीनाथ रेड्डी के हवाले से लिखा है कि महामारी को खत्म करने की घोषणा उचित है क्योंकि वैश्विक स्तर पर वैक्सीनेशन या इंफेक्शन या फिर दोनों से कोविड के लिए उच्च स्तरीय इम्यूनिटी बन चुकी है।

उन्होंने कहा कि पहले की तरह खतरा नहीं रहा। कोविड ने एक संतुलन का स्तर हासिल कर लिया है। या एक तरह का सहअस्तित्व हासिल कर लिया है, जिसका मेजबान मानव है।

डॉ. रेड्डी ने कहा कि आपातकालीन स्थिति की समाप्ति को मानवीय उपलब्धि के क्षण और "विज्ञान के उत्सव" के रूप में भी सराहा जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि यह पहचानना अत्यंत आवश्यक है कि वायरस ने अपना चरित्र बदल लिया है। यह केवल विकासवादी जीव विज्ञान नहीं है। इसके अलावा अब हम वैक्सीनेशन, मास्क और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के जरिए ज्यादा सुरक्षित हो गए हैं।  

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनिया में 3 मई, तक 765,22,932 कोविड मामलों की पुष्टि हुई। इनमें 6921614 लोगों की मृत्यु भी हुई।  

वहीं, भारत में 05 मई 2023 को सक्रिय मामलों की संख्या 33,232 के आसपास बनी हुई है। 04 मई 2023 की सुबह आठ बजे केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में सक्रिय मामलों की संख्या 36,244 थी, जबकि 03 मई को इनकी संख्या 40,177 दर्ज की गई थी।

एक साल पहले डब्ल्यू.एच.ओ. ने कहा कि महामारी के पहले दो वर्षों में 15 लाख अधिक लोग मारे गए थे, सामान्य समय की तुलना में, एक आंकड़ा जो बताता है कि कितने बड़े देशों में पीड़ितों की संख्या कम थी। मिस्र में, अतिरिक्त मौतें आधिकारिक कोविड टोल से लगभग 12 गुना अधिक थीं; पाकिस्तान में यह आंकड़ा आठ गुना अधिक था। विकासशील देशों ने तबाही का खामियाजा भुगता, 2021 के अंत तक निम्न-मध्यम-आय वाले देशों में उम्मीद से लगभग आठ मिलियन अधिक लोग मारे गए।

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