स्वास्थ्य में समानता को लेकर सामाजिक निर्धारकों की निगरानी के लिए डब्ल्यूएचओ ने जारी की मार्गदर्शिका

रिपोर्ट के मुताबिक, वे स्थितियां जिनमें लोग पैदा होते हैं, बड़े होते हैं, रहते हैं, काम करते हैं और लोगों की शक्ति, धन और संसाधनों तक पहुंच जिन्हें स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारक कहा जाता है।

By Dayanidhi

On: Wednesday 21 February 2024
 
फोटो साभार : आईसटॉक

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने स्वास्थ्य में समानता को लेकर सामाजिक निर्धारकों और उन्हें हल करने वाले कार्यों की निगरानी के लिए एक नया मैनुअल या मार्गदर्शिका जारी की है

डब्ल्यूएचओ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस नई मार्गदर्शिका का उद्देश्य स्वास्थ्य में समानता में सुधार के लिए साक्ष्य-आधारित नीति निर्माण में देशों की मदद करना है, ताकि हर किसी को हर जगह स्वास्थ्य और कल्याण के उच्चतम संभव मानक हासिल करने में सक्षम बनाया जा सके।

क्या हैं स्वास्थ्य में समानता को लेकर सामाजिक निर्धारक?

रिपोर्ट के मुताबिक, वे स्थितियां जिनमें लोग पैदा होते हैं, बड़े होते हैं, रहते व काम करते हैं और लोगों की शक्ति, धन और संसाधनों तक पहुंच को स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारक कहा जाता है। ये सभी उनके स्वास्थ्य और कल्याण पर असर डालते हैं। यही कारण देशों के अंदर और बाहर स्वास्थ्य असमानता को बढ़ाते हैं।

दुनिया भर में कोविड​​-19 महामारी, जलवायु परिवर्तन और संघर्ष असमानताओं को और बढ़ाते हैं और सरकारों को उन तरीकों से समाज का पुनर्निर्माण करने की तत्काल आवश्यकता को उजागर करते हैं जिससे सभी को फायदा हो सके।

रिपोर्ट के हवाले से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सामाजिक निर्धारक विभाग के निदेशक डॉ. एटियेन क्रुग ने कहा, स्वास्थ्य संबंधी मौलिक मानव अधिकार को कायम रखने के लिए सरकारों को सही तरीके से असमानताओं की पहचान करके उन्हें खत्म करना होगा।

यह तभी संभव हो सकता है जब देशों के पास ऐसा करने के लिए आंकड़े और क्षमताएं हों। उन्होंने कहा, स्वास्थ्य समानता के सामाजिक निर्धारकों की निगरानी के लिए डब्ल्यूएचओ की यह मार्गदर्शिका आगे बढ़ने का एक स्पष्ट और व्यावहारिक तरीका प्रदान करती है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग दो दशक पहले, स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारकों पर डब्ल्यूएचओ के आयोग ने स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारकों को हल करने में देशों की मदद करने के लिए एक एजेंडा तय किया था। कई सरकारों की उच्च-स्तरीय प्रतिबद्धताओं के बावजूद, आयोग की सिफारिशों को लागू करने में उतनी प्रगति नहीं हुई जितनी कल्पना की गई थी।

रिपोर्ट के मुताबिक, यह सुनिश्चित करने के लिए कि स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारकों को हल करने के लिए की गई कार्रवाइयां अपने उद्देश्यों को हासिल करें। सरकारों को साक्ष्य-आधारित नीतियों को विकसित करने और लागू करने, संसाधनों को आवंटित करने और हस्तक्षेपों को प्राथमिकता देने के लिए सटीक, समय पर और तुलना करने योग्य आंकड़ों की आवश्यकता है।

इस बारे में, 2021 में चौहत्तरवीं विश्व स्वास्थ्य सभा ने संकल्प डब्ल्यूएचए 74.16 को अपनाया, जिसने सदस्य राज्यों को स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारकों को हल करने के लिए कार्रवाई करने को प्रोत्साहित किया। इस संकल्प के हिस्से के रूप में, डब्ल्यूएचओ को स्वास्थ्य और स्वास्थ्य असमानताओं के सामाजिक निर्धारकों को मापने के लिए एक मार्गदर्शिका तैयार करने का काम सौंपा गया था।

रिपोर्ट में कहा गया है कि जारी की गई मार्गदर्शिका इस विषय पर पिछले शोध और काम की समीक्षा करती है। साथ ही यह संकेतकों का एक सूची प्रदान करती है, तकनीकी निगरानी के लिए चरण-दर-चरण प्रक्रिया को शामिल करती है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय और उपराष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य समानता के लिए नीति को लागु करने के लिए आंकड़ों का उपयोग कैसे किया जाए।

स्वास्थ्य समानता के सामाजिक निर्धारकों पर आगामी विश्व रिपोर्ट के साथ, स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारकों को हल करने के प्रयासों में सुधार किया गया है।

रिपोर्ट के हवाले से डॉ क्रुग ने कहा, डब्ल्यूएचओ स्वास्थ्य में समानता को आगे बढ़ाने और निष्पक्ष समाज और स्वस्थ जीवन जीने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है। स्वास्थ्य समानता के सामाजिक निर्धारकों की निगरानी करना एक महत्वपूर्ण कदम है और हम देशों को अपने राष्ट्रीय स्तर पर मार्गदर्शिका का उपयोग करने में सहायता करने के लिए तैयार हैं।

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