2050 तक बूढ़ा हो जाएगा भारत, पुरुषों से ज्यादा जिएंगी महिलाएं : इंडिया एजिंग रिपोर्ट 2023
जनसंख्या आंकड़ों में आमतौर पर 60 या 65 वर्ष और उससे अधिक आयु की जनसंख्या को 'बूढ़ा' कहा जाता है।
On: Wednesday 27 September 2023
आने वाले दशकों में भारत तेजी से बूढ़ा होगा। 2050 तक भारत की कुल जनसंख्या में बुजुर्गों की हिस्सेदारी 20 फीसदी से ज्यादा तक पहुंच सकती है। वहीं, 0-14 वर्ष के उम्र वाले बच्चों की संख्या के अनुपात में भी वृद्धों की संख्या ज्यादा होगी। 15-59 वर्ष की आयु वाले यानी वर्किंग क्लास की संख्या घटेगी। साथ ही महिलाएं पुरुषों की तुलना में ज्यादा जिएंगी जिसके कारण वृद्ध पुरुषों की तुलना में वृद्ध महिलाओं की संख्या ज्यादा होगी। इनमें ज्यादा संख्या ग्रामीण महिलाओं की होगी।
जनसंख्या आंकड़ों में आमतौर पर 60 या 65 वर्ष और उससे अधिक आयु की जनसंख्या को 'बूढ़ा' कहा जाता है।
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर पॉपुलेशन साइंसेज एंड यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड की ओर से 27 सितंबर, 2023 को जारी की गई इंडिया एजिंग रिपोर्ट 2023 में तथ्य उजागर किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में बुजुर्गों का प्रतिशत हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ रहा है और यह प्रवृत्ति आने वाले दशकों में भी जारी रहने की संभावना है।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 1961 से बुजुर्ग आबादी की दशकीय वृद्धि मध्यम से उच्च गति तक थी। 2001 से पहले तक यह गति धीमी थी लेकिन अब ऐसा अपेक्षित है कि आने वाले दशकों में बुजुर्ग आबादी में बड़ी वृद्धि होगी।
रिपोर्ट में कहा गया "1 जुलाई 2022 तक 60 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले लोगों यानी बुजुर्गों की संख्या भारत में 14.9 करोड़ थी जो कि भारत की जनसंख्या का 10.5 फीसदी थी। वहीं, 2050 तक भारत की कुल जनसंख्या में बुजुर्गों की आबादी 20.8 फीसदी यानी 34.7 करोड़ तक हो सकती है। साथ ही सदी के अंत तक सदी के अंत तक देश की कुल आबादी में बुजुर्गों की संख्या 36 प्रतिशत से अधिक हो सकती है।"
रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक जनसंख्या बढ़ती जा रही है और साथ ही आबादी की उम्र भी बढ़ती जा रही है। घटती जीवन प्रत्याशा और प्रजनन क्षमता का असर दुनिया के सभी देशों में पड़ा है, इसके चलते आने वाले वर्षों में दुनिया के सभी देशों में वृद्ध व्यक्तियों की हिस्सेदारी और संख्या दोनों में वृद्धि होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक 1991 में बुजुर्ग जनसंख्या में प्रत्येक 1000 पुरुषों के अनुपात में वृद्ध महिलाओं की संख्या 930 थी। जबकि इसके बाद महिला पुरुष के इस अनुपात में दशकों में अंतर आना शुरू हो गया, जो आगे भी जारी रहेगा। बुजुर्ग पुरुषों के अनुपात में महिलाओं की संख्या में वृद्धि देखी गई है। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2031 तक 951 पुरुष पर 1078 महिलाएं होंगी।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 60 वर्ष की आयु वाला पुरुष अगले 18.3 वर्ष और जी सकता है जबकि इस मामले में महिलाएं पुरुषों से ज्यादा 60 वर्ष के बाद 19 वर्ष और जी सकती है। इसके अलावा यह राज्यों की अलग-अलग जीवन प्रत्याशा पर भी निर्भर करता है। केरल और हिमाचल प्रदेश में महिलाओं की उम्र पुरुषों की तुलना में 4 वर्ष तक अधिक हो सकती है।
एजिंग रिपोर्ट में चिंता जताई गई है कि चूंकि भारत में महिलाओं की जिंदगी पुरुषों की तुलना में ज्यादा रहेगी, ऐसे में विधवा महिलाओं की संख्या काफी होगी। इसके लिए सामाजिक और आर्थिक नीतियों पर ध्यान देना होगा।