तूफान के कारण दक्षिण आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी के तटीय जिलों में नुकसान की आशंका

तीन और चार दिसंबर के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है।

By Dayanidhi

On: Friday 01 December 2023
 

मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी के ऊपर कल अच्छी तरह से बना कम दबाव का क्षेत्र पिछले 12 घंटों के दौरान पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। अब यह एक डिप्रेशन या अवसाद में बदल गया और आज, एक दिसंबर, 2023 को भारतीय समयानुसार 05:30 बजे के करीब यह दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी से सटे दक्षिण-पूर्व के ऊपर केंद्रित रहा, जो पूर्व-दक्षिण-पूर्व पुडुचेरी से 790 किमी, दक्षिण-पूर्व चेन्नई से 800 किमी, दक्षिण-पूर्व बापटला से 990 किमी और दक्षिण-पूर्व मछलीपट्टनम से 970 किमी दूर है।

इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने, दो दिसंबर तक गहरे दबाव में तब्दील होने और तीन दिसंबर के आसपास बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका जताई गई है

इसके बाद, यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और चक्रवाती तूफान के रूप में चार दिसंबर की शाम के आसपास चेन्नई और मछलीपट्टनम के बीच दक्षिण आंध्र प्रदेश और निकटवर्ती उत्तरी तमिलनाडु तट को पार करेगा।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए आज, पहली दिसंबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई है।

वहीं, दो से चार दिसंबर के दौरान उत्तर तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ इलाकों में भारी बारिश होने के आसार हैं। तीन और चार दिसंबर के दौरान यहां के कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश हो सकती है।

तटीय आंध्र प्रदेश में बारिश की बात करें तो, तीन से पांच दिसंबर के दौरान यहां के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। वहीं तीन और चार दिसंबर के दौरान कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है

पांच दिसंबर को दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा इसी दौरान उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होने के आसार हैं।

ओडिशा में तूफान के असर से यहां के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश, चार दिसंबर को दक्षिण तटीय और आसपास के दक्षिण आंतरिक ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने का अनुमान है। पांच दिसंबर को भी यहां भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान है।

तीन और चार दिसंबर को रायलसीमा के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ इलाकों में भारी वर्षा हो सकती है।

Source : IMD

तूफानी गतिविधि को देखते हुए, मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, एक दिसंबर को तूफानी हवाओं के 50 से 60 किमी प्रति घंटे की दर से बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने तथा दो दिसंबर की सुबह से इन तूफानी हवाओं की गति के 60 से 70 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 80 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।

वहीं दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में तूफानी हवाओं को देखें तो, पहली दिसंबर की सुबह से निकटवर्ती बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में 40 से 50 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे तक की तेज तूफानी हवाएं चल सकती हैं। इन तूफानी हवाओं के दो दिसंबर की सुबह 60 से 70 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 80 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।

मध्य बंगाल की खाड़ी की बात करें तो, पहली दिसंबर की शाम से निकटवर्ती मध्य बंगाल की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका है। दो दिसंबर की सुबह से 45 से 55 किमी प्रति घंटे से लेकर 65 किमी प्रति घंटे तक की तूफानी हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।

उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को एक और दो दिसंबर के दौरान बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में, एक से चर दिसंबर के दौरान दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों के आसपास न जाने की चेतवनी जारी की है।

वहीं मौसम विभाग ने मछुआरों के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि, दो दिसंबर से पांच दिसंबर की सुबह तक मध्य बंगाल की खाड़ी और और आंध्र प्रदेश तटों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाए।

मौसम विभाग ने अपने सुझाव में समुद्र में गए मछुआरों को पहली दिसम्बर को एक बजे तक तट पर लौटने को कहा है। वहीं समुद्र में गए मछुआरों को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में लौटने की सलाह दी जाती है और भारत के पूर्वी तट (तमिलनाडु तट से ओडिशा तट तक) के मछुआरों को एक दिसंबर तक तट पर लौटने की चेतावनी जारी की गई है।

तूफान के कारण मौसम विभाग की नुकसान को लेकर चेतावनी
मौसम विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान के मुताबिक, दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों और उत्तरी तमिलनाडु-पुदुचेरी के निकटवर्ती तटीय जिलों में नुकसान की आशंका है, यहां घास-फूस की झोपड़ियों को नुकसान हो सकता है। तूफानी हवाओं के कारण पेड़ तथा इनकी शाखाएं टूट सकती है और छोटे और मध्यम आकार के पेड़ उखड़ सकते हैं।

पेड़ों की शाखाओं के टूटने और पेड़ों के उखड़ने से बिजली और संचार लाइनों को मामूली नुकसान हो सकता है। भारी बारिश के कारण कच्ची सड़कों को ज्यादा नुकसान और पक्की सड़कों को मामूली नुकसान हो सकता है। धान की फसल, बागवानी फसल और बगीचों को नुकसान होने के आसार हैं। वहीं, कच्चे तटबंधों के कटाव के बाद निचले इलाकों में समुद्र का पानी भर सकता है,

दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों और उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी के निकटवर्ती तटीय जिलों पर तूफान के असर का अनुमान देखें तो, मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए मछली पकड़ने के काम को पूरी तरह से निलंबित रखने को कहा है। वहीं समुद्र में गए मछुआरों को एक दिसंबर तक तट पर लौटने की सलाह दी गई है।

वहीं, मौसम विभाग ने बताया है कि, वह तूफानी गतिविधि की लगातार निगरानी कर रहा है और इससे संबंधित अपडेट समय-समय पर जारी किया जाएगा।

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