प्रचंड चक्रवाती तूफान बिपरजॉय: कच्छ और जामनगर के सबसे ज्यादा प्रभावित होने के आसार

मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी नुकसान हो सकता है

By Dayanidhi

On: Tuesday 13 June 2023
 
फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स, जेरेमी सेग्रोट

मौसम विभाग के मुताबिक, प्रचंड चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' पूर्वोत्तर और आस-पास के पूर्व-मध्य अरब सागर में पिछले छह घंटों के दौरान आठ किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ लगभग उत्तर, उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। आज 13 जून, 2023 को भारतीय समयानुसार 14:30 बजे यह यहीं पर केंद्रित रहा।

यह देवभूमि द्वारका से लगभग 300 किमी दक्षिण पश्चिम में, पोरबंदर से 330 किमी पश्चिम, दक्षिण पश्चिम में, जखाऊ बंदरगाह से 320 किमी दक्षिण पश्चिम में, नलिया से 340 किमी दक्षिण पश्चिम में और पाकिस्तान के कराची से 430 किमी दक्षिण में है।

इसके 13 जून की मध्यरात्रि तक लगभग उत्तर की ओर बढ़ने का अनुमान है, फिर उत्तर, उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और 15 जून की शाम के आसपास गुजरात के जखाऊ पोर्ट के पास मांडवी, सौराष्ट्र और कच्छ तथा पाकिस्तान में कराची के आस-पास के तटों को पार करने के आसार हैं।

इस दौरान प्रचंड चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' के रूप में हवा की गति के लगातार 125 से 135 किमी प्रति घंटे बने रहने तथा बाद में हवा की रफ्तार में इजाफा होकर 150 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका हैं।

गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के निकट 15 जून की शाम को प्रचंड चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' के भारी नुकसान की आशंका के मद्देनजर प्रशासन ने अब तक विभिन्न तटीय जिलों से 21,000 लोगों को अस्थायी आश्रय स्थलों में भेज दिया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 21,000 लोगों में से कच्छ जिले से करीब 6,500, देवभूमि द्वारका से 5,000, राजकोट से 4,000, मोरबी से 2,000, जामनगर से 1,500 से अधिक, पोरबंदर से 550 और जूनागढ़ जिले से 500 लोगों को निकाला गया है।

मौसम विभाग के मुताबिक, 1965 के बाद जून में पश्चिमी राज्य में आने वाला यह तीसरा चक्रवात होगा। जून के महीने में 1965 से 2022 के आंकड़ों के आधार पर, अरब सागर में 13 चक्रवात विकसित हुए। इनमें से दो ने गुजरात तट को पार किया, एक महाराष्ट्र, एक पाकिस्तान तट, तीन ओमान-यमन तटों और छह समुद्र के ऊपर कमजोर पड़े।

मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी
14 जून को सौराष्ट्र और कच्छ के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों के अधिकांश हिस्सों में हल्की से भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।

वहीं 15 जून को गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है तथा कुछ इलाकों में भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई हैं। वहीं पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ के कुछ इलाकों में भी भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।

15 जून को सौराष्ट्र के शेष जिलों और उत्तर गुजरात के कुछ हिस्सों में भी मूसलाधार बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग ने 16 जून को उत्तरी गुजरात और इससे सटे दक्षिण राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है।

तूफानी हवाओं की चेतावनी
मौसम विभाग ने कच्छ की खाड़ी सहित सौराष्ट्र और कच्छ तटों, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों में तूफानी हवाओं को लेकर चेतावनी जारी की है।

उपरोक्त इलाकों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के आज यानी, 13 जून की मध्यरात्रि तक जारी रहने के आसार हैं।

वहीं 14 जून की सुबह से पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिले के तटों पर 65 से 75 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के 85 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों में 15 जून की सुबह 125 से 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।

इसके बाद यह उत्तर गुजरात और इससे सटे दक्षिण राजस्थान में सुबह से शाम तक धीरे-धीरे घटकर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 65 किमी प्रति घंटे हो जाएगी।

14 और 15 जून को सौराष्ट्र तट के शेष जिलों में 55 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक तूफानी हवाओं के चलने के आसार हैं।

16 जून को सुबह से शाम तक 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली हवाओं के 50 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने की आशंका है।

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