दिल्ली-फरीदाबाद में सुधरी हवा, 'खराब' वायु गुणवत्ता वाले शहरों में आई 50 फीसदी की गिरावट

राजधानी दिल्ली की बात करें तो कल के मुकाबले प्रदूषण में गिरावट आई है। नतीजन वायु गुणवत्ता सूचकांक 46 अंकों की गिरावट के बाद 193 पर पहुंच गया है

By Lalit Maurya

On: Wednesday 22 May 2024
 

देश में कल के मुकाबले आज प्रदूषण में भारी गिरावट दर्ज की गई है। आंकड़ों के मुताबिक जहां देश में खराब वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में 50 फीसदी की गिरावट आई है। इसके बाद इन शहरों का आंकड़ा घटकर नौ पर पहुंच गया है। इन शहरों में बांसवाड़ा (229), बीकानेर (205), बर्नीहाट (264) ग्रेटर नोएडा (259), गुरूग्राम (205), मंडी गोबिंदगढ़ (249), नोएडा (210), रोहतक (205) और श्रीगंगानगर (257) शामिल रहे। गौरतलब है कि कल ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण से स्थिति सबसे ज्यादा खराब थी। वहीं इस मामले में आज बर्नीहाट (264) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। जहां प्रदूषण का स्तर हल्दिया से करीब 11 गुणा ज्यादा रहा। गौरतलब है कि हल्दिया में प्रदूषण सबसे कम है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 25 दर्ज किया गया है।
इसी तरह देश के 44 अन्य शहरों में भी वायु गुणवत्ता बेहतर बनी हुई है। इन शहरों में मैसूर, नाहरलगुन, पालकालाइपेरुर, पुदुचेरी, रायपुर, रायरंगपुर, राजमहेंद्रवरम, रामनगर, रामनाथपुरम, सुआकाती, तिरुवनंतपुरम, तिरुपति, तिरुपुर आदि शहर शामिल रहे। कल के मुकाबले देखें तो देश में बेहतर वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में 29 फीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं देश के 87 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' बनी हुई है। हालांकि कल के मुकाबले इन शहरों की संख्या में पांच फीसदी की गिरावट आई है। बता दें कि इन शहरों में चेन्नई, चित्तूर, देवास, धारवाड़, डूंगरपुर, दुर्गापुर, फिरोजाबाद, गांधीनगर, गया, गोरखपुर, गुम्मिडिपूंडी, हुबली, हैदराबाद आदि शामिल रहे।

यदि राजधानी दिल्ली की बात करें तो कल के मुकाबले प्रदूषण में गिरावट आई है। नतीजन वायु गुणवत्ता सूचकांक 46 अंकों की गिरावट के बाद 193 पर पहुंच गया है। इसी तरह फरीदाबाद की वायु गुणवत्ता में भी 51 अंकों का सुधार आया है। इसी तरह कल देश के सबसे प्रदूषित रहे शहर ग्रेटर नोएडा के प्रदूषण में भी भारी गिरावट देखी गई है। आंकड़ों के मुताबिक देश के 85 शहरों में भी वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी की दर्ज की गई है। हालांकि कल के मुकाबले इन शहरों में 13 फीसदी की वृद्धि हुई है। इन शहरों में चुरू, दौसा, देहरादून, दिल्ली, धनबाद, धुले, फरीदाबाद, फतेहाबाद, गडग, गाजियाबाद, गुवाहाटी, ग्वालियर, हाजीपुर, हनुमानगढ़, हापुड़, हिसार, जबलपुर, जयपुर, जैसलमेर, जालंधर, जलगांव, जालौर, झालावाड़, झुंझुनूं, जींद, जोधपुर अदि शामिल रहे।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 22 मई 2024 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 226 में से 45 शहरों में हवा 'बेहतर' (0-50 के बीच) रही। वहीं 87 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' (51-100 के बीच) है, गौरतलब है कि 21 मई 2024 यह आंकड़ा 92 दर्ज किया गया था।

85 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' (101-200 के बीच) रही। वहीं नौ शहरों बांसवाड़ा, बीकानेर, बर्नीहाट, ग्रेटर नोएडा, गुरूग्राम, मंडी गोबिंदगढ़, नोएडा, रोहतक, श्रीगंगानगर आदि में स्थिति दमघोंटू है। दूसरे शहरों की तुलना में बर्नीहाट (264) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां एक्यूआई 300 के पास पहुंच गया है।   

यदि दिल्ली की बात करें तो यहां वायु गुणवत्ता 'मध्यम' श्रेणी में है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 46 अंक गिरकर 193 पर पहुंच गया है। दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 192, गाजियाबाद में 154, गुरुग्राम में 205, नोएडा में 210, ग्रेटर नोएडा में 259 पर पहुंच गया है। 

देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 74 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के 'संतोषजनक' स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 103, चेन्नई में 51, चंडीगढ़ में 154, हैदराबाद में 71, जयपुर में 128 और पटना में 132 दर्ज किया गया।

इन शहरों की हवा रही सबसे साफ 

आइजोल (43) सहित देश के जिन 45 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी 'बेहतर' रहा, उनमें अमरावती 27, अंगुल 41, अरियालूर 42, बागलकोट 45, बरेली 36, बारीपदा 37, बैरकपुर 43, बेलगाम 41, भुवनेश्वर 50, बिलासपुर 49, चामराजनगर 41, चंद्रपुर 49, चिकबलपुर 41, चिक्कामगलुरु 44, कुड्डालोर 36, दावनगेरे 31, गंगटोक 39, हल्दिया 25, हावेरी 44, हावड़ा 46, कलबुर्गी 42, कटिहार 40, कोलार 36, कोलकाता 35, कोल्लम 34, मदिकेरी 36, मिलुपारा 36, मैसूर 34, नाहरलगुन 43, पालकालाइपेरुर 29, पुदुचेरी 50, रायपुर 43, रायरंगपुर 48, राजमहेंद्रवरम 36, रामनगर 39, रामनाथपुरम 27, सुआकाती 45, तिरुवनंतपुरम 48, तिरुपति 43, तिरुपुर 45, वाराणसी 30, विजयपुरा 42, विशाखापत्तनम 27, और यादगीर 43 शामिल रहे।

वहीं अगरतला, अजमेर, अकोला, अंबाला, अमरावती, अंकलेश्वर, बदलापुर, बालासोर, बारबिल, बेलापुर, बेंगलुरु, भागलपुर, भिलाई, भीलवाड़ा, भिवंडी, बीदर, बिलीपाड़ा, ब्रजराजनगर, ब्यासनगर, चेन्नई, चित्तूर, देवास, धारवाड़, डूंगरपुर, दुर्गापुर, फिरोजाबाद, गांधीनगर, गया, गोरखपुर, गुम्मिडिपूंडी, हुबली, हैदराबाद, इंफाल, इंदौर, जलना, झांसी, कल्याण, करौली, काशीपुर, कटनी, क्योंझर, कोल्हापुर, कोप्पल, कोरबा, कुंजेमुरा, लातूर, मैहर, मानेसर, मंगलौर, मीरा-भायंदर, मोतिहारी, मुंबई, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नगांव, नागपुर, नांदेड़, नासिक, नवी मुंबई, नयागढ़, परभनी, पिंपरी-चिंचवाड, प्रतापगढ़, प्रयागराज, रायचुर, राजसमंद, ऋषिकेश, राउरकेला, रूपनगर, सहरसा, सांगली, सासाराम, सतना, शिवमोगा, सिलचर, सिलीगुड़ी, सिरोही, शिवसागर, तालचेर, थूथुकुडी, त्रिशूर, उदयपुर, उल्हासनगर, वापी, वातवा, विजयवाड़ा, विरार आदि 87 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया। 

क्या दर्शाता है यह वायु गुणवत्ता सूचकांक, कैसे जा सकता है समझा?

देश में वायु प्रदूषण के स्तर और वायु गुणवत्ता की स्थिति को आप इस सूचकांक से समझ सकते हैं जिसके अनुसार यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0 से 50 के बीच दर्शाया जाता है। इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51 से 100 के बीच होती है। इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर माध्यम श्रेणी का है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है।

वहीं यदि सूचकांक 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है जैसा दिल्ली में अक्सर होता है तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब की श्रेणी में रखा जाता है। यह वो स्थिति है जब वायु प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य को गंभीर और लम्बे समय के लिए नुकसान पहुंचा सकता है।

इसके बाद 401 से 500 की केटेगरी आती है जिसमें वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर बन जाती है। ऐसी स्थिति होने पर वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो जाती है कि वो स्वस्थ इंसान को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जबकि पहले से ही बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए तो यह जानलेवा हो सकती है। 

दूसरी तरफ देश में अमरावती में हवा सबसे ज्यादा साफ है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 18 दर्ज किया गया है। यदि अमरावती में प्रदूषण की तुलना देश के सबसे प्रदूषित शहर ग्रेटर नोएडा से करें तो वहां हवा 17 गुणा साफ है। इसी तरह देश 34 अन्य शहरों में भी वायु गुणवत्ता बेहतर बनी हुई है। यदि कल से तुलना करें तो देश में बेहतर हवा वाले शहरों की संख्या में 14 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। ऐसा ही कुछ संतोषजनक हवा वाले शहरों के साथ भी हुआ है, जिनकी संख्या में कल से दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। बता दें कि इन शहरों की संख्या 92 बनी हुई है। इनमें अंबाला, अमरावती, बदलापुर, बालासोर, बारीपदा, बेलापुर, बेतिया, भागलपुर, भिलाई, भीलवाड़ा, भोपाल, भुवनेश्वर, बीदर, बिलासपुर, बिलीपाड़ा, बोईसर आदि शहर शामिल हैं।
देश के 75 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया है। इन शहरों में बागपत, बारां, बाड़मेर, बठिंडा, भिवाड़ी, भिवंडी, भिवानी, बीकानेर, बुलन्दशहर, बूंदी, चंडीगढ़, चरखी दादरी, चुरू, दौसा, धनबाद, धारूहेड़ा, धुले, गडग, ग्वालियर आदि शहर शामिल रहे। कल से देखें तो इन शहरों के आंकड़े में आठ फीसदी की गिरावट आई है।

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