दिवाली से पहले ही दिल्ली-एनसीआर में गैस चैम्बर जैसे हालात, 39 शहरों में जानलेवा हुई हवा

देश में भिवाड़ी, दिल्ली, फरीदाबाद, फतेहाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुरूग्राम, हनुमानगढ़, हिसार, जींद, कैथल, पूर्णिया और सोनीपत में स्थिति गंभीर बनी हुई है

By Lalit Maurya

On: Thursday 09 November 2023
 

देश में भिवाड़ी, दिल्ली, फरीदाबाद, फतेहाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुरूग्राम, हनुमानगढ़, हिसार, जींद, कैथल, पूर्णिया और सोनीपत में स्थिति गंभीर बनी हुई है। दिवाली से पहले ही दिल्ली-एनसीआर में गैस चैम्बर जैसे हालात बन गए हैं। स्थिति इतनी खराब हो चली है कि बढ़ते प्रदूषण के चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसमें कोई शक नहीं की आननफानन में दिल्ली सरकार ने कदम जरूर उठाए हैं, लेकिन तमाम पाबंदियों के बावजूद भी प्रदूषण का स्तर घटने का नाम नहीं ले रहा। वहीं पिछले दिन के मुकाबले दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में दोबारा बढ़ोतरी दर्ज की गई है। दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी सूचकांक 500 के पार पहुंच गया है, ऐसे ही कुछ हाल देश के अन्य शहरों में भी है, जहां हवा पूरी तरह जहरीली हो चुकी है। 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा नौ नवंबर 2023 को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के 239 में से 26 शहरों में हवा 'बेहतर' रही। वहीं 43 शहरों की श्रेणी 'संतोषजनक' रही जबकि 80 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' रही। वहीं कटक-दौसा सहित 51 शहरों में प्रदूषण का स्तर दमघोंटू रहा, जबकि बठिंडा सहित 27 शहरों में प्रदूषण का स्तर जानलेवा हो गया है। वहीं भिवाड़ी (410), दिल्ली (437), फरीदाबाद (410), फतेहाबाद (413), ग्रेटर नोएडा (439), गुरूग्राम (404), हनुमानगढ़ (403), हिसार (410), जींद (430), कैथल (436), पूर्णिया (409) और सोनीपत (429) में प्रदूषण का स्तर आपात स्थिति पर बना हुआ है। कुल मिलकर देखें तो 39 शहरों में स्थिति ऐसी हो गई है जैसे वो कोई गैस चैम्बर हैं।

यदि दिल्ली की बात करें तो यहां की वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 11 अंक बढ़कर 437 पर पहुंच गया है। दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 410, गाजियाबाद में 391, गुरुग्राम में 404, नोएडा में 394, ग्रेटर नोएडा में 439 पर पहुंच गया है। 

देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 111 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के 'मध्यम' स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 265, चेन्नई में 69, चंडीगढ़ में 210, हैदराबाद में 69, जयपुर में 210 और पटना में 326 दर्ज किया गया।  

देश के इन शहरों की हवा रही सबसे साफ 

देश के जिन 26 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी 'बेहतर' रहा, उनमें आइजोल 48, अरियालूर 29, बागलकोट 31, बेलगाम 46, चामराजनगर 35, चिकबलपुर 34, चिक्कामगलुरु 41, दावनगेरे 34, गडग 48, हावेरी 38, हुबली 46, कोप्पल 47, मदिकेरी 46, मैसूर 38, नंदेसरी 50, ऊटी 32, रामानगर 37, सांगली 35, शिलांग 44, शिवमोगा 40, सिलचर 32, श्रीनगर 37, तिरुवनंतपुरम 39, थूथुकुडी 14, विजयपुरा 30 और यादगीर 34 आदि शामिल रहे।

वहीं बेंगलुरु, भिवंडी, बिलासपुर, ब्रजराजनगर, चेन्नई, चित्तूर, दमोह, देहरादून, धारवाड़, एलूर, गंगटोक, होसुर, हैदराबाद, इंफाल, कडपा, कलबुर्गी, कल्याण, कन्नूर, कोच्चि, कोलार, कोल्हापुर, कोल्लम, लातूर, महाड, मैहर, मंगलौर, मंगुराहा, नगांव, नाहरलगुन, पुदुचेरी, पुणे, रायचुर, राजमहेंद्रवरम, राजसमंद, ऋषिकेश, शिवसागर, सोलापुर, टेंसा, त्रिशूर, तिरुपति, तुमकुरु, वेल्लोर, विजयवाड़ा आदि 43 शहरों में हवा की गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया। 

क्या दर्शाता है यह वायु गुणवत्ता सूचकांक, इसे कैसे जा सकता है समझा?

देश में वायु प्रदूषण के स्तर और वायु गुणवत्ता की स्थिति को आप इस सूचकांक से समझ सकते हैं जिसके अनुसार यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0 से 50 के बीच दर्शाया जाता है। इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51 से 100 के बीच होती है। इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर माध्यम श्रेणी का है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है।

वहीं यदि सूचकांक 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है जैसा दिल्ली में अक्सर होता है तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब की श्रेणी में रखा जाता है। यह वो स्थिति है जब वायु प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य को गंभीर और लम्बे समय के लिए नुकसान पहुंचा सकता है।

इसके बाद 401 से 500 की केटेगरी आती है जिसमें वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर बन जाती है। ऐसी स्थिति होने पर वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो जाती है कि वो स्वस्थ इंसान को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जबकि पहले से ही बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए तो यह जानलेवा हो सकती है। 

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