जम्मू-कश्मीर, लद्दाख व हिमाचल में ओले, पूर्वोत्तर में भारी बारिश की आशंका

23 से 25 मार्च के दौरान दक्षिण पश्चिम राजस्थान में लू या हीटवेव चलने की आशंका जताई गई है

By Dayanidhi

On: Thursday 21 March 2024
 
फोटो साभार : सीएसई

मौसम विभाग के मुताबिक, एक पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में जारी है। वहीं, एक और ताजा पश्चिमी विक्षोभ के 23 मार्च की रात से सक्रिय होने का पूर्वानुमान है। इनके कारण पश्चिमी हिमालयी इलाकों में मौसम के बदलने के आसार हैं।

21 से 24 मार्च के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। इन राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मौसम में बदलाव संबंधी पूर्वानुमान देखें तो 21, 22 और 24 मार्च को पंजाब में और 24 मार्च को हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा होने की संभावना है, यहां, 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।

पश्चिमी विक्षोभ के असर से आज, 21 मार्च को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है

देश के अन्य हिस्सों में मौसम में बदलाव की बात करें तो, तटीय कर्नाटक से उत्तरी मध्य महाराष्ट्र तक हवाओं का ट्रफ रुक गया है और एक अन्य ट्रफ पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश के निचले स्तरों पर दक्षिण असम तक बना हुआ है। एक चक्रवाती प्रसार निचले स्तरों पर झारखंड और आसपास के इलाकों में जारी है, जिसके मध्य और ऊपरी स्तरों पर बिहार से दक्षिण ओडिशा तक हवाओं का एक ट्रफ बना हुआ है।

वहीं, ओडिशा तट से दूर उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के निचलने स्तरों पर एक उल्टा चक्रवाती प्रसार या एंटी-साइक्लोनिक सर्कुलेशन लगातार जारी है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त मौसम संबंधी अलग-अलग गतिविधियों को देखते हुए, आज, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने तथा तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई है। इन सभी राज्यों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

वहीं आज, यानी 21 मार्च को तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है, यहां भी 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार, 21 से 27 मार्च के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा हल्की से मध्यम वर्षा होने का अनुमान है।

वहीं, 21 और 23 मार्च को अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने तथा बर्फबारी होने के आसार हैं, यहां 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने की आशंका जताई गई है।

आज, यानी 21 मार्च, 2024 को असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं। असम और मेघालय में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

तापमान में उतार चढ़ाव
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले चार से पांच दिनों के दौरान महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की आशंका जताई गई है।

वहीं, अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है, हालांकि, उसके बाद दो से चार डिग्री सेल्सियस बढ़ने का पूर्वानुमान है।

अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने का अनुमान नहीं है, उसके बाद दो से चार डिग्री सेल्सियस बढ़ने का अनुमान है।

मौसम विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।

अगले पांच दिनों के दौरान रायलसीमा में गर्म और नमी से भरे मौसम के बने रहने के आसार हैं, वहीं, अगले दो दिनों के दौरान कोंकण और गोवा, केरल और माहे तथा तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी लोगों को गर्म और नमी भरे मौसम का सामना करना पड़ेगा।

कल, देश भर में सौराष्ट्र और कच्छ के राजकोट में अधिकतम तापमान 40.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी राजस्थान के सीकर में न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां चलगी लू या हीटवेव?
आज भी सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को लू से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं, वहीं 23 से 25 मार्च के दौरान दक्षिण पश्चिम राजस्थान में भी लोगों को लू या हीटवेव से दो चार होने की आशंका जताई गई है। वहीं कल, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को भीषण लू का प्रकोप झेलना पड़ा

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 20 मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों, ओडिशा, छत्तीसगढ़, असम और मेघालय के कई हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पूर्वी मध्य प्रदेश और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 20 मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में 4 सेमी, ट्यूनी और विशाखापत्तनम प्रत्येक जगह 2 सेमी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के मालदा में 4 सेमी, बिहार के मुजफ्फरपुर में 2 सेमी, छपरा, गया, भागलपुर, फारबिसगंज और दरभंगा हर जगह 1 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और बलिया प्रत्येक जगह 1 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के दीघा, कोंताई, कोलकाता, बागती, कृष्णानगर और मिदनापुर प्रत्येक जगह 1 सेमी, ओडिशा के बालासोर, चंद्रबली, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, गोपालपुर प्रत्येक जगह 1 सेमी, असम और मेघालय के धुबरी, गोलपाड़ा, गुवाहाटी प्रत्येक जगह 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।

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