पहाड़ों में बारिश-बर्फबारी, गुजरात में भारी बारिश तथा वज्रपात के कारण हुआ नुकसान

अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अलग-अलग हिस्सों में सुबह के समय मध्यम कोहरा छाए रहने का अनुमान है।

By Dayanidhi

On: Tuesday 28 November 2023
 

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में अपनी धुरी के साथ समुद्र तल से औसतन 7.6 किमी ऊपर तक फैला है। वहीं इसकी वजह से बना चक्रवाती प्रसार निचले स्तरों पर उत्तर गुजरात और निकटवर्ती राजस्थान पर जारी है।

उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधि को देखते हुए, मौसम विभाग ने 28 और 29 नवंबर को मध्य प्रदेश, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिमी भारत में बिजली गिरने और तेज बारिश के कारण 20 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं मौसम संबंधी गतिविधि की वजह से पूरे पश्चिमी गुजरात राज्य में मकान क्षतिग्रस्त हो गए और घरेलु पशुओं की भी मौत होने की जानकारी है।

विशेषज्ञों की मानें तो भारत में हर साल अचानक आने वाली बाढ़ और बिजली गिरने से हजारों लोगों की मौत हो जाती है। इसके पीछे बढ़ते वैश्विक तापमान को जिम्मेवार माना जा रहा है, इसके कारण चरम मौसम की घटनाओं में वृद्धि हो रही है।

उत्तराखंड में मौसम में बदलाव की बात करें तो, यहां मौसम के मिजाज में बदलाव हो गया है। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक सर्दी का सितम बढ़ गया है। स्थानीय मौसम केंद्र के मुताबिक, सुबह से बद्रीनाथ धाम में ताजा बर्फबारी हो रही है। मौसम विभाग के मानें तो कुछ इलाकों में दिन की शुरुआत कोहरे के साथ हो सकती है। वहीं ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर भी जारी है, जिसके कारण तापमान में गिरावट देखी जा सकती है।

वहीं जम्मू और कश्मीर तथा हिमाचल के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी से ठिठुरन बढ़ गई है, कई इलाकों बारिश होने से ठंड बढ़ने के और आसार हैं, इस तरह का सिलसिला अगले चार दिनों तक जारी रह सकता है।

जबकि दिल्ली-एनसीआर में बारिश के बाद भी प्रदूषण से राहत नहीं मिली है, दिल्ली की हवा की गुणवत्ता आज भी 'बेहद खराब' बनी हुई है

मौसम विभाग के मुताबिक, कम दबाव व चक्रवाती प्रसार के कारण आज, 28 नवंबर को निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां 115.6 मिलीमीटर से 204.4 मिलीमीटर तक बारिश होने की आशंका जताई गई है।

कहां चलेंगी तेज हवाएं, कहां पड़ेगी गरज के साथ बौछारें तथा कहां गिरेगी बिजली?
आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है

वहीं आज, पूर्वी मध्य प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश तथा बिजली गिरने के आसार हैं।

समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण और आसपास के उत्तरी अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में 40 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

Source : IMD

कहां-कहां होगा तापमान में उतार-चढ़ाव?
मौसम विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है।

कहां छाएगा कोहरा ?
वहीं अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अलग-अलग हिस्सों में सुबह के समय मध्यम कोहरा छाए रहने का अनुमान है।

कहां-कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से बहुत कम?
कल, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से -5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे कम रहा।

वहीं कल, पश्चिम राजस्थान, मराठवाड़ा और गुजरात के अलग-अलग हिस्सों, सौराष्ट्र और कच्छ के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से -3.0 डिग्री सेल्सियस -5 डिग्री सेल्सियस, काफी नीचे दर्ज किया गया।

कल, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तराखंड और पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों कोंकण और गोवा, ओडिशा तथा तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से -1.6 डिग्री से -3.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों, नारनौल (हरियाणा) में न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल कारवार (तटीय कर्नाटक) में अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 27 नवंबर को 8:30 से 5:30 के दौरान मध्य प्रदेश, गुजरात, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 27 नवंबर को 8:30 से 5:30 के दौरान मध्य महाराष्ट्र के हिंगोली और जामनेर प्रत्येक जगह 2 सेमी, त्र्यंबकेश्वर में 1 सेमी, गुजरात के डांग में 1 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में 1 सेमी, तमिलनाडु के आदिरामपट्टिनम, अरूपपुकोत्तई, वंबन और पूनमल्ली प्रत्येक जगह 1सेमी, तेलंगाना के भैंसा में 2 सेमी, हरियाणा के झज्जर में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।

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