जम्मू-कश्मीर व हिमाचल में भारी बारिश-बर्फबारी-ओलावृष्टि, इन हिस्सों में लू से निजात नहीं

अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।

By Dayanidhi

On: Friday 29 March 2024
 

पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी स्तरों पर पछुआ हवाओं में एक ट्रफ के रूप में लगातार जारी है। इसके कारण बना एक चक्रवाती प्रसार उत्तर पश्चिमी राजस्थान और निकटवर्ती पाकिस्तान के निचले स्तरों पर बना हुआ है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए 29 से 31 मार्च के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना जताई है, इन राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

वहीं, 29 और 30 मार्च को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश तथा बर्फबारी होने की आशंका जताई गई है। इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश का अनुमान लगाया गया है।

वहीं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों के मौसम संबंधी पूर्वानुमान देखें तो 29 से 31 मार्च के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिम उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने, गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

वहीं, 29 और 30 मार्च को राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी बरसेंगे बादल, इन हिस्सों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

कहां गिरेंगे ओले?
आज, जम्मू और कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने के आसार हैं, 29 से 31 मार्च के दौरान उत्तराखंड में, 29 और 30 मार्च को पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी ओले गिरने की आशंका जताई गई है

पूर्वोत्तर भारत तथा देश के अन्य हिस्सों में मौसम संबंधी बदलावों की बात करें तो, एक चक्रवाती प्रसार दक्षिण असम के निचले स्तरों पर जारी है। इसके कारण आज, यानी 29 मार्च को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश व बर्फबारी तथा वज्रपात होने के आसार हैं

30 मार्च से तीन अप्रैल के दौरान अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है, वहीं, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में भी बादलों के जमकर बरसने की आशंका जताई गई है। पूर्वोत्तर के इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

29 मार्च से एक अप्रैल के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और ओडिशा में बिजली गिरने तथा गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, यहां 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।

वहीं, 29 और 30 मार्च को बिहार में और 30 और 31 मार्च को झारखंड में भी गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है। इन दोनों राज्यों में भी15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

तापमान में उतार-चढ़ाव
देश के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में उतार चढ़ाव संबंधी पूर्वानुमान देखें तो कल, विदर्भ के कई इलाकों, मध्य प्रदेश, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात और रायलसीमा के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जो कि तीन से चार डिग्री सेल्सियस ऊपर है।

वहीं, बिहार को छोड़कर भारत के प्रायद्वीप के इलाके और पूर्वी भारत के कई हिस्सों, राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान 36 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस ऊपर है। जबकि पंजाब के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जो सामान्य के करीब है।

मौसम विभाग की मानें तो कल, जिन हिस्सों में अधिकतम तापमान में 95 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई उनमें दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्से शामिल है जहां अधिकतम तापमान दो से चार डिग्री सेल्सियस और मराठवाड़ा में चार से छह डिग्री सेल्सियस की सीमा में रहा।

कल, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तर मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान में 95 प्रतिशत की गिरावट के साथ यहां तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की कमी देखी गई।

मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान गुजरात में, अगले 48 घंटों में पूर्वी राजस्थान में और अगले तीन दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश और पश्चिम मध्य प्रदेश में तापमान के ऐसे ही बने रहने का अनुमान है।

अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है और उसके बाद कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।

वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान मध्य और पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं और उसके बाद कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।

कहां चलेगी लू या हीटवेव?
29 मार्च को उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और 29 और 30 मार्च को विदर्भ में अलग-अलग इलाकों में लोगों को लू या हीटवेव का प्रकोप झेलना पड़ सकता है। वहीं कल, पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को लू या हीटवेव से दो चार होना पड़ा।

गर्म रातों से निजात नहीं
आज, यानी 29 मार्च को मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में रातों के गर्म रहने के आसार हैं।

कहां रहेगा गर्म और नमी भरा मौसम?
आज, सौराष्ट्र और कच्छ में गर्म और नमी भरे मौसम के बने रहने का अनुमान है, 29 मार्च से एक अप्रैल के दौरान रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे में लोगों को गर्म और नमी भरे मौसम का सामना करना पड़ेगा।

वहीं कल, देश भर में विदर्भ के अकोला में अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के लुधियाना में न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बर्फबारी?
कल, 28 मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान जम्मू और कश्मीर के कई इलाकों में बर्फबारी दर्ज की गई।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 28 मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान मध्य महाराष्ट्र, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

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